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ग्वार में आयेगी तगड़ी तेजी | जानिए क्या है वज़ह l ग्वार की तेजी मंदी रिपोर्ट

ग्वार में आयेगी तगड़ी तेजी | जानिए क्या है वज़ह l ग्वार की तेजी मंदी रिपोर्ट
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किसान साथियो 1 महीने से ज्यादा समय हो चुका है जब से ग्वार के जानकार यह कह रहे हैं कि ग्वार की जड़ में मजबूती है। और ग्वार के भाव 7000 के पार जा सकते हैं। लेकिन अभी तक ऐसा देखने को नहीं मिला है। ग्वार तेज तो हो रहा है लेकिन इसकी चाल बहुत धीमी है। मंडी भाव टुडे पर भी हम अपनी पिछली कई रिपोर्ट में बता चुके हैं कि ग्वार में तेजी की उम्मीद है। हालांकि 7000 का भाव अभी दूर है लेकिन अच्छी बात यह है कि कई दिनों की सुस्ती के बाद फिर से ग्वार में तेजी बनती दिख रही है। ग्वार उत्पादक मंडियों में आए दिन ग्वार की आवक लगातार कमजोर होती जा रही है। इस रिपोर्ट में हम ग्वार के भाव को लेकर चर्चा करेंगे WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

ताजा मार्केट अपडेट
ग्वार सीड और ग्वार गम बाजार कई दिनों से एक सीमित दायरे में काम कर रहे हैं। हाजिर मंडियों में ग्वार सीड का भाव 5700 के आसपास है, जबकि ग्वार गम 12 से 12500 के बीच चल रहा है। ग्वार की आवक में लगातार कमी आ रही और यह घटते घटते 20 हजार बोरी से नीचे आ गई है। पिछले साल की आवक को देखें तो दो फरवरी को ग्वार की कुल आवक 21 हजार बोरी के आसपास थी और चालू वर्ष में 2 फरवरी को यह 19500 बोरी रह गई है। जहां तक रकबे की बात हैं चालू साल में ग्वार का रकबा पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्वार का रकबा तो बढ़ा है लेकिन उत्पादन नहीं। सरसों में 100 रुपये की तेजी | देखें आज की सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट

किसान साथियो ग्वार वायदा बाजार में उतार-चढ़ाव आने के कारण हाजिर मंडियों में भी इसका असर दिखाई देता है। ग्वार के बाजार के बड़े जानकारों का मानना है कि  ग्वार गम की मांग में कोई कमी नहीं है। हालांकि फ़िलहाल मांग सामान्य गति से चल रही है। अगर इसी तरह से ग्वार की आवक घटती रही तो सामान्य मांग भी अतिरिक्त मांग के रूप में परिवर्तित हो सकती है। ग्वार गम के बाजार के जानकार कहते हैं कि गम पाऊडर में कामकाज अच्छे स्तर पर हो रहा है। ग्वार ग़म में शुक्रवार को भी लगभग 900 टन का कारोबार हुआ। जैसा की उम्मीद की जा रही है कि गम की मांग में 15 से 20 प्रतिशत भी सुधार होता है तो आपूर्ति तंग होने के कारण मार्च माह तक ग्वार सीड के भाव में यहां से 500 रुपए तक उछल सकते हैं और इसी अनुपात में ग्वार गम भी तेज हो सकता है।
 

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में शुक्रवार को ग्वार के भाव में तेजी देखने को मिली है। हरियाणा की आदमपुर मंडी में ग्वार का भाव ₹ 5702 तेजी 68, ऐलानाबाद मंडी में ग्वार भाव ₹ 5801, सिरसा मंडी में ग्वार भाव ₹ 5732 तेजी 15 और भट्टू मंडी में ग्वार का भाव ₹ 5500 का रहा जिसमें तेजी 130 रुपये की तेजी रही। राजस्थान की मंडियों की बात करें तो नोहर मंडी में ग्वार का भाव ₹ 5812 तेजी 176, सादुलपुर चूरू मंडी ग्वार भाव ₹ 5891 तेजी 41, गोलूवाला मंडी ग्वार भाव ₹ 5860 तेजी 195, अनूपगढ़ मंडी ग्वार भाव ₹ 5761 तेजी 25, संगरिया मंडी ग्वार भाव ₹ 5751 तेजी 186, श्री गंगानगर मंडी ग्वार भाव ₹ 5760 तेजी 42, रायसिंहनगर मंडी ग्वार भाव ₹ 5791 तेजी 60, रावला मंडी ग्वार भाव ₹ 5745, श्रीमाधोपुर मंडी ग्वार भाव ₹ 5700, सिवानी मंडी ग्वार भाव ₹ 5950 तेजी 40, बीकानेर मंडी ग्वार भाव ₹ 5800 और गजसिंहपुर मंडी में ग्वार का भाव ₹ 5781 तक रहा। एजेन्सी रिपोर्ट के अनुसार केवल 5% पुरानी सरसों बाकी | सरसों में कब रुकेगी गिरावट | ताजा रिपोर्ट

क्या है लगातार मजबूती की वज़ह
हाल फिलहाल ग्वार की आवक को देखते हुए ग्वार के बाजार के जानकारों का मानना है कि इस साल ग्वार का उत्पादन पिछले अनुमान से काफी कम रहने वाला है। निर्यात मांग में सुधार होने की संभावना ग्वार की तेजी को सपोर्ट करने वाला दूसरा बड़ा फैक्टर माना जा रहा है। इन्हीं दो कारणों की वज़ह से बाजार में धीरे धीरे मजबूती बनती जा रही है। जैसा कि आप सबको पता है कि ग्वार के उत्पादन को लेकर पहले बहुत माहौल बनाया गया था। ग्वार की बुवाई को देखते हुए 1 करोड़ बोरी से ज्यादा उत्पादन की खबरें चल रही थी। निर्यातक व्यापारियों ने एक करोड़ बोरी से अधिक का उत्पादन होने की संभावनाओं के चलते सस्ते दाम पर जो अग्रिम सौदे किए हैं, उनकी आपूर्ति का दबाव बना हुआ है। नहीं बढ़ा खाद्य तेलों पर आयात शुल्क | सरसों पर दबाव | आज की तेजी मंदी रिपोर्ट

रोके या बेचे
किसान साथियो उपर दिए गए विश्लेषण से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जल्दी ही ग्वार के भाव 500 रुपये तक तेज हो सकते हैं। ऐसे में जिन किसान भाइयों ने बहुत समय से ग्वार को होल्ड करके रखा हुआ है वह अच्छे भाव आने पर अपना माल निकाल सकते हैं। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि ग्वार स्टॉकिस्टों की फेवरेट फसल है और तेजी आने पर स्टॉकिस्ट अपना माल निकालेंगे जिससे भाव पर प्रेशर आ सकता है। जैसा की आप सबको पता है कि ग्वार धान और सरसों ये तीन ऐसी फसलें है कि इनकी चाल को अभी तक बड़े बड़े जानकार भी नहीं समझ पाते हैं। इसमें कभी भी बड़ी तेजी या बड़ी मंदी आ सकती है। इसलिए मंडी भाव टुडे का मानना है कि किसानों को तेजी के माहौल में समय-समय पर थोड़ा थोड़ा माल निकालते रहना चाहिए। किसानों और व्यापारियों को कम से कम 25-30 प्रतिशत माल निकालकर मुनाफा हासिल कर लेना चाहिए, क्योंकि बाजार की चाल लंबे समय तक एक सी नहीं रहती। व्यापार अपने विवेक से करें।