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सम्पूर्ण भारत का 17 जून 2025 का मौसम पूर्वानुमान | जाने देश भर में हुई मौसमी हलचल

सम्पूर्ण भारत का 17 जून 2025 का मौसम पूर्वानुमान | जाने देश भर में हुई मौसमी हलचल
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दिल्ली में बदलते मौसम के तेवर 

राजधानी दिल्ली में सोमवार को लंबे समय से जारी चिलचिलाती धूप और उमसभरे माहौल से निवासियों को कुछ राहत मिली। दिन भर बादलों की आवाजाही बनी रही, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। विशेष रूप से लोधी रोड और सफदरजंग इलाके में छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिली, जिससे दिनभर का तापमान औसत से नीचे चला गया। मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी कि आगामी दो दिनों तक तेज धूल भरी हवाओं के साथ साथ हल्की से लेकर मध्यम वर्षा की संभावना जताई जा रही है। हवा की तीव्रता लगभग 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुँचने की संभावना व्यक्त की गई है, जिससे आमजन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इस पूर्वानुमान के मद्देनजर भारतीय मौसम विभाग ने पीला चेतावनी सूचकांक जारी किया है, जो संभावित खतरे का सूचक होता है।

मौसमीय तंत्रों के संयोग से बदले हालात 

दिल्ली और इसके समीपवर्ती क्षेत्रों में मौसम में जो व्यापक परिवर्तन देखा गया, उसके पीछे तीन विशिष्ट मौसमी प्रणाली कार्य कर रही हैं। पहला चक्रवाती परिसंचरण पंजाब के वायुमंडल में सतह से लगभग 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर सक्रिय है, जो क्षेत्रीय जलवायु में अस्थिरता उत्पन्न कर रहा है। दूसरा परिसंचरण उत्तर-पूर्वी पंजाब में समुद्री तल से करीब 3.1 किलोमीटर ऊपर कार्यरत है, जिससे नमीयुक्त हवाओं का प्रभावी प्रवाह बना हुआ है। तीसरे घटक के रूप में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता को चिन्हित किया गया है, जो मध्य क्षोभमंडल में लगभग 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक निम्न दबाव क्षेत्र उत्पन्न कर रहा है। इन तीनों तंत्रों के संयुक्त प्रभाव से दिल्ली सहित पूरे उत्तरी भारत में बादल छाने, आंधी चलने और वर्षा की संभावना लगातार बनी हुई है।

बीते सप्ताह राजधानीवासियों को 8 से 14 जून के मध्य अत्यधिक गर्म और दमघोंटू वातावरण का सामना करना पड़ा। इस दौरान अधिकतम तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा और आर्द्रता के कारण लोगों को ‘फील लाइक टेंपरेचर’ तकरीबन 54.4 डिग्री तक महसूस हुआ। हालांकि वर्तमान में सक्रिय मौसमी घटकों की वजह से मौसम ने करवट ली है और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सोमवार को सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान सामान्य से 3.8 डिग्री कम 35 डिग्री मापा गया जबकि न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रहा, जो सामान्य से लगभग 1.5 डिग्री अधिक था। विशेषज्ञों के अनुसार, आगामी सप्ताह भर तक अधिकतम तापमान 40 डिग्री को पार नहीं करेगा, जिससे वातावरण अपेक्षाकृत शीतल बना रहेगा।

मौसम में परिवर्तन और वर्षा की उपस्थिति ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता में भी सकारात्मक बदलाव लाया है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को राजधानी का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 111 अंक पर रहा, जिसे ‘मध्यम’ श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है कि आने वाले दो दिनों तक इसी प्रकार की मौसमी हलचल बनी रहेगी, जिससे वायु प्रदूषण में और भी कमी आ सकती है। लगातार वर्षा और धूल भरी हवाओं के चलते वायुमंडल में मौजूद सूक्ष्म कण धुल जाएंगे, जिससे सांस संबंधी बीमारियों में राहत की संभावना भी बढ़ेगी।

पिछले चौबीस घंटों के दौरान देश के दक्षिणी छोर विशेषकर केरल और तटीय कर्नाटक में जबरदस्त वर्षा दर्ज की गई। इन इलाकों में कई स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश ने स्थानीय जनजीवन को प्रभावित किया। जलभराव, यातायात अवरोध, और बिजली की कटौती जैसी समस्याएं सामने आईं। इसके अतिरिक्त मुंबई समेत कोकण-गोवा क्षेत्रों में भी लगातार जलवर्षण हुआ, जिससे मौसम पूरी तरह से मानसूनी हो गया। गुजरात, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड और जम्मू संभाग में भी मूसलाधार वर्षा दर्ज की गई, जिससे पहाड़ी और मैदानी दोनों इलाकों में ठंडक बनी रही।

पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में मौसम ? 

देश के पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भागों में भी पिछले 24 घंटे मौसम ने विविध रंग दिखाए। मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम सहित अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में गरज और चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। आंध्र प्रदेश के तटीय भागों और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में भी वर्षा की तीव्रता बनी रही। इन इलाकों में नमीयुक्त हवाओं के कारण दिनभर बादल छाए रहे और गरज के साथ बौछारें गिरती रहीं, जिससे स्थानीय तापमान में गिरावट आई और वातावरण में ताजगी बनी रही।

राजस्थान में प्रचंड गर्मी का सिलसिला 

जहां अधिकांश भागों में बारिश से राहत महसूस की गई, वहीं राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में गर्म हवाओं का कहर अब भी जारी रहा। विशेषकर पश्चिमी इलाकों में लू जैसी परिस्थितियाँ बनी रहीं। मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि इन क्षेत्रों में अभी तक मौसमी तंत्रों का प्रभाव उतना मजबूत नहीं हुआ है, जिससे गर्मी बनी हुई है। हालांकि अगले चौबीस घंटों के भीतर इन इलाकों में भी आंशिक बादल छाने और हल्की वर्षा की संभावना जताई गई है, जिससे तापमान में गिरावट की उम्मीद की जा रही है।

आगामी 24 घंटे का पूर्वानुमान 

मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक दिन में देश के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम का स्वरूप अलग-अलग रहेगा। गुजरात, कोकण-गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में कहीं-कहीं भारी वर्षा संभव है। आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश तथा पूर्वोत्तर भारत में भी छिटपुट भारी बौछारों के साथ मध्यम वर्षा की स्थिति बन सकती है। वहीं उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हिस्सों में गरज-चमक, धूलभरी आंधी और तेज हवाओं के साथ वर्षा की संभावना बनी हुई है। सब-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, बिहार, ओडिशा, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य प्रदेश और पश्चिमी हिमालयी अंचल में भी मौसमगत हलचलों के चलते वर्षा की गतिविधियां सक्रिय रहने के संकेत मिले हैं।
 सोर्स मौसमविभाग   


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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।