अगले एक दो महीने बदल सकती है भारतीय की चावल निर्यात स्थिति | जून से निर्यात बढ़ने की संभावना
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, भारत के गैर बासमती चावल निर्यात को लेकर एक नई उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है। जून से भारत का चावल निर्यात रफ्तार पकड़ सकता है, ऐसा व्यापार विशेषज्ञों का कहना है। इस बदलाव की मुख्य वजह है पाकिस्तान और वियतनाम जैसे प्रतिस्पर्धी देशों के स्टॉक्स का धीरे-धीरे खत्म होना और भारत द्वारा कुछ ऐसे नीतिगत सुधारों को लागू करना जो निर्यात को उत्साहित करने वाले हैं ।
भारतीय चावल की कीमतें अब प्रतिस्पर्धी
हालांकि थाईलैंड ने अपने दाम घटाए हैं, फिर भी भारत के चावल की पेशकश अब पाकिस्तान और वियतनाम के मुकाबले अधिक प्रतिस्पर्धी है। 5% टूटे सफेद चावल की भारतीय पेशकश बीते महीने में $23 प्रति टन सस्ती हुई है, जबकि पाकिस्तान और वियतनाम ने अपने रेट $10-13 बढ़ा दिए हैं। पैराबॉयल्ड चावल के क्षेत्र में भी भारत अब पाकिस्तान और थाईलैंड से ज्यादा प्रतिस्पर्धी हो गया है, क्योंकि उसने दामों में $14 की कटौती की है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
मांग धीमी, लेकिन भविष्य उज्जवल
राजाथी ग्रुप के निदेशक एम. मदन प्रकाश का कहना है कि वर्तमान में मांग थोड़ी सुस्त है, हालांकि वियतनाम भारत से चावल खरीदने की संभावनाएं तलाश रहा है। व्यापारियों का कहना है कि खरीदार फिलहाल अपने स्टॉक्स होल्ड कर रहे हैं और खरीदारी धीमी कर दी है, लेकिन जून से मांग बढ़ने की पूरी संभावना है।
पाकिस्तान की बढ़त सीमित समय तक
फिलहाल 25% टूटे सफेद चावल के मामले में पाकिस्तान $358 प्रति टन के साथ सबसे सस्ता है, जबकि भारत का रेट $369 प्रति टन है। पाकिस्तान को कमजोर मुद्रा और कम फ्रेट चार्ज का भी लाभ मिल रहा है। लेकिन व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के स्टॉक्स अगले एक महीने में खत्म हो सकते हैं। वहीं, वियतनाम की फसल फरवरी में आ चुकी है, और मई के अंत तक वहां स्टॉक्स कम हो जाएंगे। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। इससे भारत को जून से अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग मिलने की संभावना है।
थाईलैंड का निर्यात 30% घटने की आशंका
थाईलैंड ने खुद स्वीकार किया है कि भारत के दोबारा वैश्विक बाजार में सक्रिय होने से उसके चावल निर्यात में साल 2025 में 30% तक गिरावट आ सकती है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
भारत ने हटाए निर्यात पर प्रतिबंध
सितंबर 2022 से भारत ने चावल निर्यात (बासमती को छोड़कर) पर कई प्रतिबंध लगाए थे, जिसमें टूटे चावल पर प्रतिबंध और सफेद चावल पर 20% शुल्क शामिल था। जुलाई 2023 में सफेद चावल पर पूर्ण प्रतिबंध और पैराबॉयल्ड चावल पर शुल्क लगाया गया था। लेकिन अक्टूबर 2024 में सरकार ने इन सभी प्रतिबंधों को हटा लिया, और 7 मार्च 2025 को टूटे चावल पर लगा प्रतिबंध भी समाप्त कर दिया गया। अब भारतीय चावल की कीमतें फिर से पुराने स्तर पर पहुंच गई हैं।
वैश्विक उत्पादन और मांग स्थिति
इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल (IGC) के अनुसार, 2025-26 में चावल का वैश्विक उत्पादन रिकॉर्ड 534 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जबकि खपत 536 मिलियन टन तक जा सकती है। खासकर एशिया और अफ्रीका में मांग मजबूत रहेगी और चावल का अंतरराष्ट्रीय व्यापार 59 मिलियन टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है। IGC का मानना है कि भारत इस व्यापार में प्रमुख निर्यातक बना रहेगा।
भारत की स्टॉक स्थिति
कृषि मंत्रालय के अनुसार, 2024-25 के खरीफ और रबी सीजन में भारत का चावल उत्पादन 123.82 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के 127.86 मिलियन टन से थोड़ा कम है। हालांकि, इस साल ग्रीष्मकालीन बुआई (जायद) में किसानों ने 30.5 लाख हेक्टेयर में धान बोया है, जो पिछले साल के 2.66 लाख हेक्टेयर से काफी ज्यादा है। वहीं, 1 मार्च 2025 तक भारतीय खाद्य निगम (FCI) के पास 36.79 मिलियन टन चावल और 45.88 मिलियन टन धान का रिकॉर्ड स्टॉक है, जिससे लगभग 31 मिलियन टन चावल प्राप्त किया जा सकता है।
छंट सकते हैं मंदे के बादल
जून 2025 से भारत के चावल निर्यात में तेजी आने की पूरी संभावना है। प्रतिस्पर्धी देशों के स्टॉक्स खत्म हो रहे हैं, भारत के दाम अब ज्यादा प्रतिस्पर्धी हैं और वैश्विक मांग में इजाफा हो रहा है। इन सभी संकेतों से लगता है कि भारत आने वाले महीनों में वैश्विक चावल निर्यात बाजार में फिर से एक बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।