IMD ने यूपी समेत कई राज्यों में हीटवेव कोलेकर दी सख्त चेतावनी | जाने मौसम विभाग ने जारी किया क्या अलर्ट
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्से इन दिनों तेज़ गर्मी की चपेट में हैं। खासकर उत्तर प्रदेश में तापमान लगातार खतरनाक स्तर तक पहुंच रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों के लिए हीटवेव को लेकर सख्त चेतावनी जारी की है। 8 अप्रैल को प्रदेश के प्रमुख शहरों—आगरा, मथुरा, अलीगढ़, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, हापुड़ और बुलंदशहर—में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। सुबह से लेकर देर शाम तक सूर्य की तेज़ किरणें ज़मीन को झुलसाएंगी, जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो सकता है। शहरी इलाकों में यह गर्मी और भी अधिक घातक साबित हो रही है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में थोड़ा कम असर देखने को मिल रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करीब 30 शहरों में हीटवेव की स्थिति बन सकती है, जबकि पूर्वी यूपी में आंशिक बादल छाए रहने और हल्की हवाएं चलने की संभावना है, जिससे थोड़ी राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 9 और 10 अप्रैल को कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की भी संभावना जताई गई है, जो तापमान में थोड़ी गिरावट ला सकती है। अगले तीन दिनों के दौरान 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो वातावरण को हल्का ठंडा कर सकती हैं। हालांकि, दिन के समय गर्मी की तीव्रता बनी रहने के पूरे आसार हैं।
बीते रविवार को प्रयागराज प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा, जहां अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं वाराणसी, लखनऊ और आगरा जैसे शहरों में भी तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया। दूसरी ओर, बहराइच में न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे वहां सुबह और रात के समय लोगों को राहत महसूस हुई। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले 24 से 48 घंटों में तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक की और वृद्धि हो सकती है, जिससे हालात और गंभीर हो सकते हैं।
*दिल्ली में तापमान और प्रदूषण की दोहरी मार*
राजधानी दिल्ली भी गर्मी और प्रदूषण के दोहरे संकट से जूझ रही है। रविवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.1 डिग्री अधिक है। रिज इलाका सबसे गर्म रहा, जहां पारा 39.3 डिग्री तक पहुंच गया। पीतमपुरा में न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री रहा, जिसे इस सीजन की सबसे गर्म रात माना जा रहा है। मौसम विभाग ने सोमवार से अगले तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
सिर्फ गर्मी ही नहीं, बल्कि वायु गुणवत्ता भी चिंता का विषय बनी हुई है। रविवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 209 तक पहुंच गया, जो कि 'खराब' श्रेणी में आता है। यह शनिवार के 163 की तुलना में काफी अधिक है, यानी 24 घंटे में प्रदूषण के स्तर में तेजी से इजाफा हुआ है।
*देश के अन्य हिस्सों में भी बढ़ रहा है तापमान*
उत्तर भारत के अलावा देश के पश्चिमी और मध्य भाग भी भीषण गर्मी की चपेट में हैं। राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिए हैं। गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों में 7 अप्रैल तक लू की गंभीर स्थिति बनी रह सकती है, वहीं दिल्ली में भी 7 और 8 अप्रैल को लू चलने की संभावना है। प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।
*दक्षिण और पूर्वी भारत में संभावित राहत*
वहीं दूसरी ओर दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में हल्की राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, केरल और माहे में 7 अप्रैल को बारिश हो सकती है, जबकि कर्नाटक में 8 अप्रैल तक हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। बिहार में 9 अप्रैल को ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है। पर्वतीय क्षेत्रों जैसे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट और मुजफ्फराबाद में 9 और 10 अप्रैल को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे इन इलाकों में गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
*बुंदेलखंड में हालात होंगे और गंभीर*
मौसम विभाग ने चेताया है कि अप्रैल से जून के बीच पूरे उत्तर प्रदेश में सामान्य से अधिक तापमान बना रहेगा। विशेष रूप से बुंदेलखंड क्षेत्र—जिसमें झांसी, चित्रकूट, बांदा और महोबा जैसे शहर शामिल हैं—गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं। इस क्षेत्र में गर्मी के चलते जल संकट, फसल नुकसान और जनजीवन के अस्त-व्यस्त होने की आशंका है। दिन और रात दोनों समय तापमान सामान्य से काफी ऊपर रहने की संभावना है, जिससे नींद में खलल, थकान और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
*हीटवेव क्या होती है?*
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, जब किसी क्षेत्र में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो और यह सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हो, तो इसे 'हीटवेव' कहा जाता है। यदि यह अंतर 6.5 डिग्री या उससे अधिक हो जाए तो इसे 'भीषण हीटवेव' की श्रेणी में रखा जाता है। इस स्थिति में सतर्कता अत्यंत आवश्यक हो जाती है।
सोर्स मौसम विभाग
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।