क्या सरसों में और तेजी की उम्मीद है? देखें सरसों को लेकर सटीक रिपोर्ट
सरसों का पूरा हिसाब किताब और आज की तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो सरसों में पिछले दो दिन से हल्की तेजी बनती दिखी है। तेजी का मुख्य कारण विदेशी बाजार में खाद्य तेल के दाम तेज होना है। साथियो हमने अपनी पिछली रिपोर्ट में बताया था कि मलेशिया में पाम तेल का स्टॉक घटा है जिसके कारण वहाँ KLC में बढ़त देखने को मिली है। इस बढ़त के चलते ही बुधवार को घरेलू बाजार में भी सरसों के भाव में सुधार हुआ। इस रिपोर्ट में हम सरसों की चाल को बारीकी से समझेंगे। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
ताजा मार्केट अपडेट
बुधवार के टॉप भाव को देखें तो जयपुर में कंडीशन 42% की सरसों के भाव 75 रुपये तेज होकर 6,775 रुपये प्रति क्विटल तक पहुंच गए थे लेकिन अंतिम भाव 6725 के ही रिपोर्ट किए गए हैं। भरतपुर में सरसों का टॉप भाव 6390 और दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर सरसों के अंतिम भाव 6550 के रहे। हालांकि शाम होते होते बाजार अपने टॉप रेट से थोड़े से 40 से 50 रुपये तक टूटता दिखाई दिया। आवक की जहां तक बात है यह 2.50 लाख बोरियों पूर्व स्तर पर स्थिर बनी रही । ये भी पढे :- सरसों चली विदेशी चाल सरसों में और कितनी तेजी बाकी देखें आज की तेजी मंदी रिपोर्ट
हाजिर मंडियों की अपडेट
हाजिर मंडियों में सरसों के भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का रेट 6550,संगरिया मंडी में सरसों का रेट 6191, रावतसर मंडी में आज सरसों के भाव 6625 (लैब 43.6), गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 6265 श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 6252 सूरतगढ़ मंडी में सरसों का प्राइस 6180, रायसिंहनगर में सरसों का भाव 6126 श्री गजसिंहपुर अनाज मंडी में सरसों का भाव 6110, सादुलशहर मंडी में सरसों का रेट 6105 अनूपगढ़ मंडी में सरसों का भाव 6140, मेड़ता मंडी में सरसों का भाव 6364 और देवली मंडी में सरसों का टॉप भाव 6400 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा ।
हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 6216, सिवानी मंडी में सरसों का भाव 5750 रुपये प्रति क्विंटल, सिरसा मंडी में 42 लैब सरसों का भाव 6220 और आदमपुर मंडी में 41.25 लैब सरसों का रेट 6206 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा ये भी पढे :- देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 14 Dec 2022
घरेलू बाजार जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें बुधवार को क्रमशः 1361 रुपये और 1351 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर स्थिर बनी रही। इसके अलावा सरसों खल की कीमतें 2650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रही ।
विदेशी बाजारों की अपडेट
विदेशी बाजारों के जानकारों का कहना है कि मलेशिया में पाम तेल के उत्पादन अनुमान में कमी और निर्यात में हो रही बढ़ोतरी से पाम तेल के भाव में तेजी बनी है। दूसरी तरफ डालियान में सोया तेल के साथ ही पाम तेल के वायदा अनुबंध में में भी तेजी का ही रुख रहा। घरेलू बाजार में सरसों की कीमतें तो तेज हुई, लेकिन सरसों तेल के दाम स्थिर बने रहे। ये भी पढे :- सोयाबीन के किसान एक बार ये रिपोर्ट जरूर देख लें | सोयाबीन को लेकर सटीक रिपोर्ट
विदेशी बाजारों की खबरों को देखें तो मलेशिया की अलग अलग एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार पहली से दस दिसंबर के दौरान मलेशियाई पाम तेल उत्पादों का निर्यात इसके पिछले महीने की समान अवधि की तुलना में 5.6 प्रतिशत से लेकर 15.7 प्रतिशत तक बढ़ने का अनुमान जारी किया गया है। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (BMD) पर फरवरी महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के दाम 64 रिगिंट यानी की 1.65 प्रतिशत की तेजी आकर भाव 3,950 रिगिंट प्रति टन हो गए। दूसरी तरफ शिकागो में सोया तेल वायदा अनुबंध में भी 1.92 सेंट की तेजी दर्ज की गई।
सरसों की आवक
देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बुधवार को 2.50 लाख बोरियों की हुई, जबकि मंगलवार को भी इसकी आवक इतनी ही बोरियों की हुई थी । कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 85 हजार बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 30 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 30 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 30 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 65 हजार बोरियों की आवक हुई। ये भी पढे :- Aaj Ka Narma Ka bhav नरमा और कपास के ताजा मंडी भाव Narma Price Today 14 December 2022
खाद्य तेलों के आयात में भारी बढ़ोतरी
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SEA) के अनुसार अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में आरबीडी पामोलीन का आयात 127949 टन से बढ़कर 202248 टन का हुआ है। इस दौरान क्रूड पाम तेल का आयात 756745 टन से बढ़कर 931180 टन का हुआ है। क्रूड सनफ्लावर तेल का आयात नवंबर में 157709 टन का हुआ है, जबकि अक्टूबर में इसका आयात 144934 टन का हुआ था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फ़िलहाल सीपीओ पर आयात शुल्क 5 प्रतिशत और रिफाइंड तेल पर आयात शुल्क 12.5 प्रतिशत है। इनके आयात पर शुल्क का अंतर केवल 7.5 प्रतिशत होने के कारण ही ज्यादा मात्रा रिफाइंड तेल का आयात हो रहा है, जिसका सीधा फायदा मलेशिया और इंडोनेशिया के उद्योग को मिल रहा है। लेकिन इसका नुकसान भारतीय रिफाइनरी उद्योग को उठाना पड़ रहा है। यही बड़ी वज़ह है कि भारत में सोयाबीन और सरसों के बाजार बढ़ नहीं पा रहे हैं। ऐसे में एसोसिएशन ने आरबीडी पामोलिन के आयात पर शुल्क 12.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत करने की मांग की है। ये भी पढे :- देखें आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 14 Dec 2022
सरसों में आगे क्या
किसान साथियो जिस तरह से बाजार रिएक्ट कर रहा है ऐसा नहीं लगता कि सरसों में कोई बड़ी तेजी या मन्दी आएगी। नयी सरसों आने में अभी समय है। और सर्दियों के सीज़न में तेल की डिमांड ठीक ठाक रहेगी जिससे बड़ी मंदी की गुंजाईश नहीं है। विदेशी बाजारों से बड़ी मात्रा में हो रहा खाद्य तेलों का आयात सरसों के भाव में बड़ी तेजी भी नहीं बनने देगा। ऐसे में नयी सरसों आने तक यही भाव बने रहने की उम्मीद है। जिन किसान साथियो ने स्टॉक रखा हुआ है वे नयी सरसों आने से पहले अपना माल जरूर निकाल लें। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें
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