अब करें Google Chrome का सावधानी से उपयोग, नहीं तो बाद में पछताना पड़ेगा।
अब करें Google Chrome का सावधानी से उपयोग, नहीं तो बाद में पछताना पड़ेगा।
साथियों, आजकल इंटरनेट का इस्तेमाल करना हमारे दैनिक जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे काम हो, शिक्षा, या मनोरंजन, हम अक्सर अपने स्मार्टफोन्स, लैपटॉप्स या डेस्कटॉप्स पर ब्राउज़र का इस्तेमाल करते हैं। इनमें सबसे लोकप्रिय ब्राउज़र Google Chrome है। इसकी तेज़ी, सुविधाओं, और यूज़र-फ्रेंडली इंटरफेस के कारण यह लाखों यूजर्स के बीच बहुत अधिक पॉपुलर हो चुका है। लेकिन हाल ही में Google Chrome यूजर्स के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की गई है। भारत सरकार की इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने Google Chrome ब्राउज़र के कुछ खतरनाक बग्स (bugs) के बारे में अलर्ट जारी किया है। उन्होंने बताया कि यह खामियां यूजर्स के डेटा की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं। CERT-In ने यूजर्स को इन बग्स से बचने के लिए कुछ सलाह भी दी है। इस रिपोर्ट में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि Google Chrome में क्या खामियां पाई गई हैं, इनसे आपको क्या खतरे हो सकते हैं, और आप इनसे बचने के लिए क्या कर सकते हैं। तो चलिए इन सभी बातों पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करने के लिए पढ़ते हैं आज की यह रिपोर्ट।
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Google Chrome की खामियां
साथियों, हाल ही में CERT-In ने Google Chrome में दो प्रमुख खामियों की पहचान की है। ये खामियां हैं: CIVN-2025-0007 और CIVN-2025-0008। यह खामियां खास तौर पर उन यूजर्स को प्रभावित कर सकती हैं, जो पुराने Google Chrome वर्जन का इस्तेमाल कर रहे हैं।पहली खामी CIVN-2025-0007 खासकर उन यूजर्स को प्रभावित कर सकती है, जो Google Chrome के 132.0.6834.83/8r या इससे पुराने वर्जन का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, दूसरी खामी CIVN-2025-0008 132.0.6834.110/111 या इससे पुराने वर्जन वाले यूजर्स को प्रभावित कर सकती है।यह खामियां सुरक्षा से संबंधित गंभीर मुद्दे पैदा कर सकती हैं। इन खामियों के जरिए हैकर्स आपके सिस्टम में सेंध लगा सकते हैं और संवेदनशील जानकारी जैसे कि पासवर्ड, बैंक डिटेल्स, और अन्य निजी डेटा चुराने में सफल हो सकते हैं। इसके अलावा, इन खामियों के जरिए हैकर्स आपके सिस्टम की सिक्योरिटी को बाइपास करके आपके कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल पर रिमोट एक्सेस प्राप्त कर सकते हैं, जिससे वे आपके सिस्टम का पूरा कंट्रोल ले सकते हैं।
यूजर्स को हो सकती है परेशानी
दोस्तों, Google Chrome में पाए गए इन बग्स से कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। सबसे बड़ी चिंता यह है कि इन खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स आपके व्यक्तिगत और संवेदनशील डेटा तक पहुंच सकते हैं। चाहे वह आपका बैंक खाता हो, आपकी निजी पहचान हो, या आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री, सभी कुछ हैकर्स के लिए आसानी से उपलब्ध हो सकता है।इसके अलावा, इन खामियों का एक और बड़ा खतरा यह है कि हैकर्स किसी भी वेबसाइट या वेब पेज का इस्तेमाल करके आपके सिस्टम पर हमला कर सकते हैं। जब आप ऐसे किसी वेब पेज को खोलते हैं, तो आपका सिस्टम हैक हो सकता है और फिर हैकर्स उस सिस्टम का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा, हैकर्स आपके सिस्टम से डेटा चुराकर उसे बेच भी सकते हैं, जिससे आपकी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक हो सकती है।इसलिए CERT-In ने इस खतरे को गंभीरता से लिया है और यूजर्स से इन खामियों से बचने के लिए कड़े कदम उठाने की सलाह दी है। अगर आप Google Chrome का उपयोग करते हैं तो आपको इन खामियों से बचने के लिए कुछ कदम उठाने चाहिए, जिन्हें हम अगले हिस्से में विस्तार से समझेंगे।
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इस परेशानी से कैसे बचें
दोस्तों, इन खामियों के खतरे से बचने के लिए CERT-In ने कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने की सलाह दी है। सबसे पहला कदम है Google Chrome का वर्जन अपडेट करना। आपको बता दें Google समय-समय पर अपने ब्राउज़र के नए वर्जन जारी करता है, जिनमें सुरक्षा संबंधित सुधार और नए फीचर्स होते हैं। अगर आप पुराने वर्जन का उपयोग कर रहे हैं, तो आपके सिस्टम को हैकर्स के हमलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि आप नियमित रूप से अपने Chrome ब्राउज़र को अपडेट करें।
Google Chrome को अपडेट करने के लिए, सबसे पहले आपको अपने ब्राउज़र को खोलना होगा। इसके बाद, स्क्रीन के ऊपरी दाएं कोने में तीन डॉट्स पर क्लिक करें और फिर "Help" और "About Google Chrome" विकल्प पर जाएं। यहां आपको Chrome का वर्तमान वर्जन दिखाई देगा, और यदि कोई नया अपडेट उपलब्ध होगा, तो Chrome उसे स्वचालित रूप से डाउनलोड कर लेगा और इंस्टॉल कर लेगा।इसके अलावा, CERT-In ने यह भी सलाह दी है कि यूजर्स को सिक्योरिटी पैचेज भी अप्लाई करने चाहिए। इन पैचेज के माध्यम से आपके ब्राउज़र में जो भी सिक्योरिटी खामियां हो सकती हैं, उन्हें सही किया जाता है। इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि जब भी नया सिक्योरिटी पैच जारी हो, आप उसे तुरंत इंस्टॉल करें।नियमित रूप से ब्राउज़र और अन्य एप्स को अपडेट करना न केवल नए फीचर्स पाने में मदद करता है, बल्कि आपके सिस्टम को सुरक्षा संबंधी खतरों से भी बचाता है। इसलिए, हमेशा अपने ऐप्स और ब्राउज़र को अपडेट रखें, ताकि आप किसी भी तरह के साइबर अटैक से बच सकते हैं।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।