दिल्ली और उत्तर भारत में बदला मौसम का मिजाज | जानिए पूरे देश का हाल
उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों की छिटपुट वर्षा और तेज हवाओं ने जहां राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों को भयंकर गर्मी से अस्थायी राहत प्रदान की थी, वहीं अब मौसम का रुख फिर करवट बदलने को तैयार है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि यह शीतलता का दौर अब थमने वाला है और पछुआ हवाएं फिर से तपिश में बढ़ोतरी करेंगी। अगले तीन से चार दिनों में अधिकतम तापमान में लगभग 6 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि संभावित है। पिछले सप्ताह हुई बौछारों के चलते जो हल्का ठंडकभरा वातावरण बना था, अब उसकी जगह उमस और झुलसाने वाली गर्मी लेगी। दिन में धूप की चुभन और रात को भारीपन जैसी स्थितियों का अनुभव प्रदेश के कई इलाकों में लोगों को सताएगा।
राज्य के पश्चिमी व पूर्वी हिस्सों में बीते सप्ताह चली तेज हवाओं और हल्की बारिश ने तापमान को औसतन तीन डिग्री तक नीचे गिरा दिया था, लेकिन अब पुनः यह ग्राफ ऊपर चढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने आगाह किया है कि अगले कुछ दिनों में लू जैसे हालात बनने की प्रबल संभावना है। खास तौर पर बुंदेलखंड, अवध और पूर्वांचल के कुछ जिलों में दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।
पिछले कुछ दिनों में यूपी के विभिन्न जिलों में जो वर्षा देखने को मिली, उसे प्री-मॉनसून वर्षा की अंतिम कड़ी माना जा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य समय से पहले भारत में प्रवेश कर चुका है और फिलहाल ओडिशा के पुरी तक पहुंच गया है। अनुमान है कि 10 से 12 जून के बीच यह गोरखपुर तथा आसपास के इलाकों में दस्तक दे सकता है। हालांकि विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि मानसून की गति अब सुस्त हो गई है, जिससे यूपी में बारिश की अगली खेप आने में थोड़ी देरी हो सकती है। इस मंदी के कारण फिलहाल गर्म और शुष्क हवाओं का प्रभाव प्रदेश भर में महसूस किया जाएगा।
बीते 24 घंटे की मौसम रिपोर्ट
देशभर में बीते चौबीस घंटों में अनेक स्थानों पर मौसम ने करवट बदली। पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में तेज वर्षा दर्ज की गई, जबकि पूर्वोत्तर भारत, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, अंडमान और निकोबार तथा मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और गर्जन-चमक के साथ बूंदाबांदी दर्ज की गई। वहीं ओडिशा, आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में बादल बिखरे लेकिन वर्षा सीमित रही। इस व्यापक मौसमी परिवर्तन ने कृषि क्षेत्रों में मिश्रित प्रभाव डाला, कहीं सिंचाई में सहयोग मिला तो कहीं कटाई प्रभावित हुई।
अगले 24 घंटे की मौसम रिपोर्ट
आने वाले 24 घंटों में पूर्वोत्तर भारत के राज्य जैसे सिक्किम, सब-हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर बिहार में बारिश का रुझान बरकरार रहेगा। यहां कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है, जो निचले इलाकों में जलजमाव जैसी स्थितियाँ उत्पन्न कर सकती है। वहीं अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण-गोवा, मराठवाड़ा, दक्षिण गुजरात और मध्य महाराष्ट्र जैसे क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम वर्षा और गर्जना के आसार हैं। पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्व और उत्तर-पश्चिम राजस्थान, उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी हिमालयी राज्यों में भी गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र, तेलंगाना और विदर्भ में गर्मी के साथ-साथ छिटपुट बारिश की संभावनाएं मौसम को अस्थिर बनाए रखेंगी।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।