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जेवर एयरपोर्ट को 12 जिलों से जोड़ने के लिए निकलेगा यह एक्सप्रेस-वे | इस इलाके के किसान बनेंगे करोड़पति

जेवर एयरपोर्ट को 12 जिलों से जोड़ने के लिए निकलेगा यह एक्सप्रेस-वे | इस इलाके के किसान बनेंगे करोड़पति
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साथियों, उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश की राजनीति और विकास के लिहाज से पिछले कुछ समय में कई अहम फैसले लिए हैं, जिनमें से एक बहुत महत्वपूर्ण फैसला गंगा एक्सप्रेस-वे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने का है। यह योजना सिर्फ राज्य के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए नहीं है, बल्कि इसे प्रदेश के हर हिस्से को एक दूसरे से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह परियोजना राज्य के विकास को गति देने और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अहम साबित हो सकती है। इस बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के माध्यम से उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों को लाभ होने वाला है। गंगा एक्सप्रेस-वे का जेवर एयरपोर्ट से जुड़ना राज्य की कनेक्टिविटी को और भी मजबूत करेगा। इसके माध्यम से ना केवल यात्रा के समय में कमी आएगी, बल्कि राज्य के औद्योगिक, वाणिज्यिक और पर्यटन क्षेत्रों में भी विकास की नई संभावनाएं पैदा होंगी। यह परियोजना राज्य के समग्र विकास की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकता है। आइए, इस परियोजना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण विशेषताओं को विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं इस रिपोर्ट के द्वारा।

जेवर एयरपोर्ट का महत्व

दोस्तों, गंगा एक्सप्रेस-वे को उत्तर प्रदेश में एक अत्यधिक महत्वाकांक्षी परियोजना के रूप में देखा जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण पहले ही कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ने का काम कर चुका है और अब इसे जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने से राज्य की कनेक्टिविटी में एक नया अध्याय जुड़ जाएगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे नोएडा एयरपोर्ट भी कहा जाता है, राज्य के लिए एक अहम बिंदु बनने जा रहा है। यह एयरपोर्ट ना सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए महत्वपूर्ण होगा। जेवर एयरपोर्ट के साथ गंगा एक्सप्रेस-वे का जुड़ना इस क्षेत्र में वाणिज्यिक और औद्योगिक विकास की नई राह खोलेगा। इस कनेक्टिविटी से ना केवल यात्रियों के लिए यात्रा आसान होगी, बल्कि व्यापारियों और निवेशकों के लिए भी नए अवसर मिलेंगे। साथ ही, यह पर्यटकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण हब साबित हो सकता है। इससे राज्य के कई क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी को एक नया आयाम मिलेगा, और इससे स्थानीय विकास में भी योगदान मिलेगा।

योजना और बजट आवंटन

साथियों, सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गंगा एक्सप्रेस-वे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने का काम जल्द ही शुरू होने वाला है। इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक भारी-भरकम बजट आवंटित किया है, जिसकी राशि लगभग 4415 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस एक्सप्रेस-वे को सीधे जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए एक नया लिंक बनाया जाएगा, जो विशेष रूप से बुलंदशहर से होते हुए जाएगा। यह लिंक एक्सप्रेस-वे करीब 76 किमी लंबा होगा और इसका उद्देश्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों को बेहतर तरीके से जोड़ना है। इसके अलावा, इस लिंक को यमुना एक्सप्रेस-वे से भी जोड़ा जाएगा, जो पूरे नेटवर्क को और भी मजबूत बनाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे से कनेक्ट होने के बाद यह क्षेत्र दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से भी और अधिक कनेक्टिव होगा। इस पूरी परियोजना का मुख्य उद्देश्य यात्रियों के समय की बचत करना और पूरे उत्तर प्रदेश को एक दूसरे से बेहतर तरीके से जोड़ना है। इसके साथ ही, इस सड़क मार्ग से व्यापारिक गतिविधियों में भी इजाफा होगा।

कनेक्टिविटी के लाभ

दोस्तों, गंगा एक्सप्रेस-वे के इस नए लिंक के निर्माण से उत्तर प्रदेश के 12 प्रमुख जिलों को सीधा लाभ होगा। इनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूँ, शाहजहाँपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल हैं। इन जिलों की कनेक्टिविटी बढ़ने से इन क्षेत्रों में आवागमन को आसान बनाया जा सकेगा, जिससे व्यापार, उद्योग और पर्यटन के क्षेत्र में भी नई संभावनाओं का द्वार खुलेगा। जैसे कि मेरठ और हापुड़ जैसे जिले से लोग अब आसानी से जेवर एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे। इस प्रकार, यदि कोई व्यापारिक यात्रा या पर्यटक यात्रा करनी हो, तो उन्हें अब अधिक समय नहीं लगेगा। इसके अलावा औद्योगिक और मालवाहक ट्रांसपोर्ट के नजरिए से भी यह परियोजना काफी फायदेमंद होने वाली है। इसके साथ ही, शाहजहाँपुर, प्रतापगढ़ और प्रयागराज जैसे क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इस एक्सप्रेस-वे से जुड़े इलाके न सिर्फ परिवहन के लिहाज से बेहतर होंगे, बल्कि यहां औद्योगिक क्षेत्रों का भी विकास होगा। इससे प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे और लोगों का जीवनस्तर भी बेहतर होगा।

क्षेत्रीय विकास पर असर

दोस्तों, गंगा एक्सप्रेस-वे के जेवर एयरपोर्ट से जुड़ने से इन 12 जिलों के बीच आपसी कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही इन जिलों के बीच यात्रा समय में कमी आएगी और व्यापारिक माल का परिवहन भी तेज होगा। इससे औद्योगिक विकास की गति में भी वृद्धि हो सकती है, क्योंकि यातायात की सुगमता से उद्योगों को अपने उत्पादन और वितरण में बेहतर तरीके से काम करने का मौका मिलेगा। इन जिलों में पर्यटन भी एक बड़ा कारक बन सकता है, क्योंकि यह क्षेत्र ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी समृद्ध हैं। यहां आने वाले पर्यटकों को अब सुविधाजनक यात्रा का अनुभव होगा, जो प्रदेश के पर्यटन उद्योग को भी बढ़ावा दे सकता है। इसके अलावा, इस परियोजना से यूपी सरकार को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लक्ष्य को पूरा करने में भी मदद मिलेगी। योगी सरकार ने अपने बजट में कई नए एक्सप्रेस-वे और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की घोषणा की है, जो राज्य के विकास को नई दिशा देंगे।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।