Movie prime

आने वाले दिनों में क्या रहेगा मौसम का हाल | कहां बढ़ेगी गर्मी कहां होगी बारिश यहां जाने

मौसम रिपोर्ट
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

दोस्तों उत्तर भारत के कई इलाकों में मई के मध्य में तापमान तेजी से ऊंचाई की ओर अग्रसर हो रहा है। दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे मैदानी क्षेत्रों में दिन के समय सूरज की तपिश असहनीय हो गई है। राजधानी दिल्ली का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है, जिससे भीषण गर्मी का दौर चरम सीमा पर पहुंच सकता है। गर्म हवाओं का बहाव पूरे दिनभर वातावरण को झुलसा देने वाला बना रहा है। इसके साथ ही, स्काइमेट वेदर रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ती गर्मी बादलों के निर्माण को सक्रिय करने में सहायक सिद्ध हो रही है। इसके कारण दिल्ली-एनसीआर सहित पश्चिमी क्षेत्र में धूलभरी आंधी, गरज चमक और हल्की वर्षा की परिस्थितियां विकसित हो सकती हैं। 16 और 17 मई को इन गतिविधियों में तीव्रता आने की भविष्यवाणी की गई है, जिससे लोगों को अचानक मौसम के बदलाव का सामना करना पड़ सकता है।

दक्षिण भारत में बदलेगा अब मौसम

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मानसून पूर्व की बौछारें अब व्यापक रूप से देखी जा रही हैं। मंगलवार को शहर में 35 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो अब तक के पूरे महीने में सर्वाधिक रही है। मई की शुरुआत में ही छिटपुट बूंदाबांदी शुरू हो चुकी थी, परंतु हालिया गतिविधियों ने मौसम के स्वरूप को पूरी तरह बदल डाला है। बेंगलुरु में अब तक इस माह में 76.1 मिमी वर्षा हो चुकी है, जबकि सामान्य औसत 107.4 मिमी माना जाता है। मौसम विभाग ने दक्षिण भारत के विशाल हिस्सों—केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक—में गरज के साथ वर्षा की चेतावनी दी है, जिसमें कुछ क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश की प्रबल संभावना व्यक्त की गई है। दक्षिण प्रायद्वीप में बादल और विद्युत चमक के साथ वर्षा की यह श्रृंखला अगले 5 दिनों तक बनी रह सकती है, जिससे मौसम सुकूनदायक और नम हो सकता है।

पूर्वी भारत पर ‘शक्ति’ तूफान की दस्तक

बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो रहा चक्रवाती तूफान ‘शक्ति’ पूर्वी भारत के अनेक भागों को प्रभावित करने की तैयारी में है। यह मौसम प्रणाली समुद्री हवाओं को मजबूत बनाते हुए तटीय इलाकों की ओर तेजी से अग्रसर हो रही है। तूफान की दिशा और गति को देखते हुए ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में भारी वर्षा और तेज हवाएं चलने की आशंका है। इस स्थिति से न केवल समुद्री गतिविधियां बाधित होंगी, बल्कि सामान्य जनजीवन पर भी इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह तूफान प्री-मानसून बारिश की गति को भी प्रोत्साहित करेगा, जिससे मानसून की पूर्व गतिविधियां और सघन हो सकती हैं। 19 से 22 मई के बीच इस क्षेत्र में गरज के साथ मूसलाधार वर्षा, वज्रपात और समुद्र में ऊंची लहरें उठने की भविष्यवाणी की गई है

पश्चिमी महाराष्ट्र में मौसमी बदलाव

महाराष्ट्र के भीतरी हिस्सों में मौसम ने अप्रत्याशित करवट ली है। मराठवाड़ा, विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र में प्री-मानसून मौसम सक्रिय हो चुका है। इन क्षेत्रों में आकाशीय बिजली, ओलावृष्टि और तेज हवाएं आमतौर पर मानसून से पहले दिखाई देती हैं, लेकिन इस बार यह गतिविधियां अधिक तीव्र रूप में उभर सकती हैं। नंदुरबार, धुले, नासिक, पुणे, सतारा, सांगली और कोल्हापुर जैसे जिलों में 15-16 मई तथा 19 से 23 मई के बीच भारी वर्षा और तेज हवाओं की दोहरी संभावना जताई गई है। स्काइमेट वेदर का अनुमान है कि पश्चिमी घाट के पीछे स्थित जिलों में इस बार गरज के साथ तेज हवाओं की तीव्रता पहले से अधिक हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि वातावरण में नमी की अधिकता, सतही गर्मी और हवाओं की दिशा में परिवर्तन इस असामान्य मौसमी स्वरूप के पीछे मुख्य कारण हैं।
👉व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़े

👉 चावल के रियल टाइम में भाव और चावल व्यापार के लिए एप डाउनलोड करें

👉 सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540*

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।