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क्या 7000 हो जाएगा सरसों का रेट | या फिर रुक जाएगी सरसों की तेजी | जाने इस रिपोर्ट में

क्या 7000 हो जाएगा सरसों का रेट | या फिर रुक जाएगी सरसों की तेजी | जाने इस रिपोर्ट में
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किसान साथियो आज 24 मई 2024 का दिन है और सरसों ने पिछले 10 दिन से इस सीज़न के सबसे ऊंचे भाव को मेंटेन रखा हुआ है। यानी कि हर दिन सरसों में नया टॉप भाव बन रहा है। उम्मीद की जा रही थी कि बढ़े हुए भाव पर किसान अपनी सरसों को लेकर बाजार की तरफ निकलेंगे एवं स्टॉकिस्ट भी मुनाफावसूली के लिए माल निकालेंगे। जिसके कारण सरसों की आवक में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। लेकिन गुरुवार के बाजार में ऐसा कोई रूझान नहीं दिखा। एक तरफ जहां सरसों के भाव एक ही दिन में 200 से 300 रुपये तक उछले वहीँ दूसरी तरफ सरसों की आवक में कमी देखने को मिली। जहां बुधवार को को आवक 6 लाख 75 हजार की थी वही गुरुवार को यह कम होकर 5 लाख 50 हजार बोरी की रह गई । सरसों के बाजार में गुरुवार हो तेजी की सुनामी जैसा माहौल देखने को मिला है। यह सुनामी भाव को कितना उछालेगी यह सवाल अब सब को परेशान करने लगा है। तेजी की इस सुनामी के दौर में सरसों क्या टॉप भाव बना सकती है आज की रिपोर्ट में यही जानने की कोशिश करेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करे

ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियों जैसे कि हमने ऊपर बताया कि गुरुवार का दिन सरसों के बाजार के लिए किसी सुनामी से कम नहीं था। सरसों के बाजार में ब्रांडेड तेल प्लांट पर भाव 300 रुपये प्रति क्विंटल तक उछल गए। जयपुर में सरसों का भाव 150, चरखी दादरी में 175, दिल्ली में 200 और प्लांट पर सरसों के भाव 300 तक तेज हुए हैं । भाव की बात करें तो जयपुर में 6200 भरतपुर में 5900 तेजी लगभग 250, दिल्ली में भाव 6200 तक देखने को मिले हैं। सरसों में आए इस तेजी की तूफान से हर कोई हैरान है। किसानों को भी यह समझ नहीं आ रहा है कि सरसों को बेचने का समय आ गया है या और रुकना चाहिए। साथियों अगर तेजी की वजह को देखें तो यही समझ में आ रहा है कि सरसों का उत्पादन अनुमान से बेहद कम रहने वाला है। मरुधर एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सरसों का उत्पादन कम रहने की उम्मीद है। चालू सीज़न में लगभग 70 लाख टन सरसों की क्रशिंग अब तक हो चुकी है। तथा आने वाले 9 महीनों के लिए सरसों की उपलब्धता कम रह सकती है। सरसों की आवक का लगातार कम रहना सरसों के उत्पादन कम रहने की उम्मीद को सहारा दे रहा है। जिसके चलते बाजार में जबरदस्त लिवाली देखने को मिल रही है नतीजन आए दिन सरसों के भाव ऊंचे जा रहे हैं।

प्लांटों पर 300 रुपये तक तेज हुई सरसों
तेजी की गति की बात करें तो हाजिर मंडी से ज्यादा तेजी ब्रांडेड तेल मिलो के प्लांटों पर दिखाई दे रही है। गुरुवार को सलोनी प्लान्ट पर सीज़न का टॉप रेट 6725 रुपये प्रति क्विंटल का देखने को मिला है। हालांकि बाजार बंद होने पर अंतिम रिपोर्ट में 6650 के भाव दर्ज किए गए। आगरा में BP और शारदा प्लान्ट पर भाव 300 रुपये उछल कर 6400 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुँच गए। गोयल कोटा प्लान्ट पर सरसों 6005 के हिसाब से ली गई।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। राजस्थान की गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 5850 , नोहर मंडी में सरसों का भाव 6121, संगरिया मंडी में सरसों का भाव 5700, सूरतगढ़ मंडी में सरसों का भाव 5654, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 5755, देवली मंडी में सरसों का भाव 5950, बीकानेर मंडी में सरसों का भाव 5901 पीली सरसों का भाव 8101, जैतसर मंडी में सरसों का रेट 5574, श्री विजयनगर मंडी में सरसों का भाव 5500 पीलीबंगा मंडी में सरसों का रेट 5781 और रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट बाजार 5645 रुपये प्रति क्विंटल तक बोला गया है। हरियाणा की मंडियों के भाव को देखें तो चरखी दादरी मंडी में सरसों का रेट 6121 भिवानी मंडी में सरसों का भाव 5250 आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 6026 सिरसा मंडी में सरसों का रेट 5950 ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 5915 और शिवानी मंडी में सरसों का भाव 6050 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। अन्य मंडियों की बात करें तो मुरैना मंडी में सरसों का भाव ₹5600 ग्वालियर में 5900 निवाई में 5700 टोंक में 5680 गंगापुर में 5851 खैरथल में 5950 खेरली में 5870 और सुमेरपुर मंडी में 5950 प्रति क्विंटल के भाव देखने को मिले। 5900 रुपये में अपनी सरसों को बेचने के लिए लिंक पर क्लिक करे

विदेशी बाजारों की अपडेट
विश्व बाजार में आज खाद्वय तेलों में तेजी का रुख रहा। मलेशियाई पाम तेल के दाम तेज हुए, साथ ही शिकागो में सोया तेल की कीमतों में सुधार आया। जानकारों के अनुसार हाल ही में सोया तेल की कीमतों में तेजी आने का प्रमुख कारण मुख्य रूप से अर्जेंटीना और ब्राजील में प्रतिकूल हालात है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जैसे ही इन क्षेत्रों में आपूर्ति की स्थिति में सुधार होगा और पाम तेल की आपूर्ति बढ़ेगी, सोया तेल की कीमतों में भारी गिरावट आ सकती है। घरेलू बाजार में आज सरसों तेल की कीमतों में बड़ी तेजी दर्ज की गई, साथ ही इस दौरान सरसों खल के भाव तीसरे दिन भी तेज हुए।

बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर क्रूड पाम तेल वायदा में गुरुवार को अगस्त डिलीवरी वायदा अनुबंध में 24 रिंगिट की तेजी आकर 3,892 रिंगिट पर बंद हुआ। इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल की कीमतों में तेजी आई। घरेलू बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। कांडला बंदरगाह पर सीपीओ की कीमतें 10 रुपये बढ़कर 886 रुपये प्रति 10 किलो और आरबीडी पामोलीन के भाव भी 5 रुपये बढ़कर 905 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। सोया तेल रिफाइंड की कीमत 10 रुपये बढ़कर 930 रुपये प्रति 10 किलो और डीगम की कीमत 20 रुपये बढ़कर 870 रुपये प्रति 10 किलो हो गई। सनफ्लावर रिफाइंड 15 रुपये ऊंचा होकर 940 रुपये प्रति 10 किलो बोला गया।

तेल और खल के रेट
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में गुरुवार को बड़ी तेजी दर्ज की गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 37 रुपये तेज होकर भाव 1,165 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 37 रुपये बढ़कर 1,155 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। जयपुर में गुरुवार को सरसों खल के भाव 30 रुपये तेज होकर दाम 2,855 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक घटकर 5.65 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक 6.75 लाख बोरियों की हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में सरसों की 3.50 लाख बोरी, जबकि मध्य प्रदेश की मंडियों में 50 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 50 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 20 हजार बोरी तथा गुजरात में 20 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 75 हजार बोरियों की आवक हुई। 5900 रुपये में अपनी सरसों को बेचने के लिए लिंक पर क्लिक करे

क्या सरसों का टॉप भाव आ चुका है?
साथियों सरसों के बाजार में जिस तरह से माहौल चल रहा है उसे देखते हुए यह बिल्कुल नहीं कहा जा सकता कि यही सरसों का टॉप भाव हो सकता है। आपने धान के बाजार में देखा ही होगा कि किस तरह से 1121 धान के भाव तेजी के माहौल में 5500 के पार चले गए थे। जबकि उस समय धान की फंडामेंटल सपोर्ट 4700 के आसपास ही थी। इसलिए हम अक्सर बताते हैं की तेजी के माहौल में कई बार जरूर से ज्यादा तेजी आ जाती है ऐसे में यह कहना कि सरसों में टॉप भाव आ चुका है इस समय तर्कसंगत नहीं लगता। गौरतलब है कि इस समय सरसों को विदेशी बाजारों का सहारा नहीं मिल रहा इसके बावजूद भी सरसों हर दिन नया टॉप बना रही है। अगर सरसों की आवक दिन प्रतिदिन घटती रही तो सरसों में आगे और अच्छा माहौल रह सकता है। देखने वाली बात यह होगी कि जयपुर में 42 लैब की सरसों अपने 6200 के भाव को फोल्ड करती है या नहीं । जिन किसान साथियों के पास इस समय सरसों रखी हुई है वह उसे रेडी टू डिस्पैच कंडीशन में यानी की बेचने की पोजीशन में रखें। जैसे ही बाजार तेजी के माहौल से निकलकर स्थिरता दिखाता है या नीचे की तरफ टर्न लेता है उस समय माल को निकाल देना चाहिए। जो किसान साथी लंबे समय तक होल्ड करना चाहते हैं वह दिवाली तक 7000 के भाव की उम्मीद कर सकते हैं। व्यापार अपने विवेक से ही करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।