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अगले 24 घण्टे में कहां चलेगी आँधी कहां होगी बारिश | इस रिपोर्ट में जाने

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मई के प्रारंभिक चरण में भारतीय उपमहाद्वीप के कई हिस्से गर्म हवाओं की चपेट में आते नजर आ रहे हैं। विशेष रूप से गुजरात, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना के सटे हुए इलाकों तथा उत्तर कर्नाटक के कुछ भागों में सामान्य से अधिक हीटवेव वाले दिन देखने को मिल सकते हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने स्पष्ट किया कि इन क्षेत्रों में परंपरागत अवधि से अधिक दिनों तक गर्म हवाएं चलेंगी, जिससे तापमान में असाधारण वृद्धि संभव है। सामान्यतः इन इलाकों में मई महीने के दौरान एक से तीन दिन ही लू चलती है, परंतु इस बार यह आंकड़ा काफी ऊपर जा सकता है। गर्म हवाएं खेतों, जल स्रोतों और खुले वातावरण में कार्यरत जनसंख्या पर विशेष प्रभाव डाल सकती हैं

देश भर मे हल्की वर्षा सकेंत
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, मई महीने के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में औसत से अधिक तापमान दर्ज किया जाएगा। हालांकि, गरज के साथ होने वाली हल्की वर्षा और बिजली की गतिविधियों के कारण, यह तापीय तीव्रता पिछले वर्ष के चरम स्तर तक पहुंचने में असफल रह सकती है। मई 2024 की तुलना में इस बार कुछ हद तक मौसम में नरमी देखी जा सकती है। यह परिवर्तनशीलता कृषि पर निर्भर समुदायों और शहरों में रहने वाले लोगों के लिए संतोषजनक हो सकती है, जो भीषण तापमान से राहत की उम्मीद कर रहे हैं। गर्मी के बीच इन बारिश की गतिविधियों से वातावरण में नमी बढ़ेगी और कुछ हद तक मौसम संतुलित रहेगा।

उत्तर और पूर्वी राज्यों में उष्ण लहर का बढ़ता प्रकोप
राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश तथा गंगा के किनारे बसे पश्चिम बंगाल के क्षेत्र, इस वर्ष सामान्य से अधिक लू के दिनों का अनुभव करेंगे। मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि इन स्थानों पर एक से चार दिन अतिरिक्त हीटवेव देखने को मिल सकती है, जो सामान्य मानकों से ऊपर मानी जाती है। ग्रामीण अंचलों में रहने वाले और शारीरिक श्रम करने वाले व्यक्तियों को इस दौरान विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। अत्यधिक गर्मी के दौरान जल आपूर्ति, विद्युत वितरण तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। मौसम वैज्ञानिकों ने चेताया कि धूप में लम्बे समय तक रहने से त्वचा संबंधी विकार और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

क्या है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया है कि मई में उत्तर भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के बाकी हिस्सों में औसत से ज्यादा वर्षा हो सकती है। खासतौर पर उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत और पूर्वोत्तर के कुछ इलाके सामान्य से अधिक नमी अनुभव करेंगे। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि देशभर में मई में औसत वर्षा 64.1 मिमी मानी जाती है, परंतु इस बार इसका स्तर 109 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। 
मौसम विभाग ने अप्रैल महीने में कुल 72 दिन ऐसे दर्ज किए जब देश के विभिन्न हिस्सों में लू की स्थिति बनी रही। राजस्थान और गुजरात में छह से ग्यारह दिन लू चली, जो औसतन अवधि से काफी अधिक थी। वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश और विदर्भ जैसे क्षेत्रों में चार से छह दिन तक गर्म हवाएं चलती रहीं, जो सामान्य दो से तीन दिनों के आंकड़े को पार कर गई। इसके विपरीत, महाराष्ट्र और उत्तरी प्रायद्वीपीय भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में एक से तीन दिन ही लू दर्ज की गई, जो पारंपरिक अवधि से थोड़ा कम रही।

पिछले 24 घंटों की गतिविधियां
पिछले एक दिन में देश के कई हिस्सों में मौसमी परिवर्तन के विभिन्न रूप देखने को मिले। ओडिशा और छत्तीसगढ़ में जहां कहीं-कहीं तेज बारिश हुई, वहीं केरल, लक्षद्वीप, अंडमान-निकोबार, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली की चमक भी देखी गई। मणिपुर, मिज़ोरम, बिहार, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना तथा मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में छिटपुट वर्षा दर्ज की गई। इसके विपरीत, विदर्भ, पश्चिमी राजस्थान और गुजरात के क्षेत्रों में लू की स्थिति बनी रही,

आगामी 24 घंटे
अगले एक दिन के दौरान मौसम के पैटर्न में तेज परिवर्तन की संभावना जताई गई है। ओडिशा के समुद्र तटीय क्षेत्रों, केरल और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी वर्षा की संभावना है। पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु के कई हिस्सों में गरज के साथ वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। राजस्थान के कुछ इलाकों में धूलभरी आंधी चलने के संकेत हैं, जबकि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 1 मई को गरज, बिजली और धूल के तूफान की संभावना है। साथ ही तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल में भी इसी दिन वर्षा की गतिविधियों की आशंका है। मध्य भारत के हिस्सों, खासकर उत्तर मध्य प्रदेश में भी छिटपुट बारिश हो सकती है, जो इस क्षेत्र के तापमान में गिरावट ला सकती है।

सोर्स मौसम विभाग 

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।

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