चावल निर्यात पर शुल्क की फेक खबर | नई शुल्क नीति पर अपडेट
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों हाल ही में कुछ नौसिखिये और तथाकथित बासमती के जानकारों ने सोशल मीडिया और अपनी फर्जी वेबसाइट्स पर दावा किया गया कि चावल की किस्मों पर 20% निर्यात शुल्क लागू किया जाएगा। इस फेक खबर के चलते चावल व्यापारियों और निर्यातकों में घबराहट और भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मंडी मार्केट मीडिया ने हमेशा से ही सही खबर को आप तक पहुंचाया है इस मामले पर भी हम सपष्टीकरण दे रहे हैं। भारतीय चावल निर्यातक संघ (आईआरईएफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रेम गर्ग ने इस खबर को पूरी तरह से निराधार बताते हुए इसका खंडन किया है। उन्होंने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि भारत सरकार ने इस समय तक चावल पर कोई नया निर्यात शुल्क नहीं लगाया है और अपुष्ट सूचनाओं से घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
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*नए आईटीसी-एचएस कोड का प्रभाव*
भारत सरकार ने भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग वाले और प्रीमियम चावल की किस्मों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए छह नए आईटीसी-एचएस कोड पेश किए हैं। इन नए कोडों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अगर टूटे या सफेद चावल के निर्यात पर किसी प्रकार का प्रतिबंध लगाया जाए, तो जीआई-टैग वाले चावल की किस्मों का निर्यात बिना किसी बाधा के जारी रह सके। इसका शुल्क बढ़ाने से कोई संबंध नहीं है
*नई सीमा शुल्क दरें और शून्य शुल्क*
सरकार ने अपनी अधिसूचना में उबले हुए चावल (1006 30 11), अन्य उबले हुए चावल (1006 30 19), जीआई-मान्यता प्राप्त चावल (1006 30 91) और अर्ध-मिल्ड या पूरी तरह से मिल्ड चावल (1006 30 99) पर शून्य सीमा शुल्क (शून्य दर) लागू किया है। इसका उद्देश्य इन चावल की किस्मों के निर्यात को प्रोत्साहित करना है, खासकर यदि भविष्य में सामान्य चावल पर निर्यात प्रतिबंध लगाया जाए।
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*निर्यात और घरेलू आपूर्ति में संतुलन*
वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस निर्णय का उद्देश्य घरेलू चावल की आपूर्ति को स्थिर रखना, व्यापार को संतुलित करना और भारतीय बाजार में प्रमुख चावल की किस्मों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। यह कदम 1 मई 2025 से लागू हो चुका है, जैसा कि राजपत्र अधिसूचना में निर्दिष्ट है।
यह निर्णय भारतीय चावल उद्योग के लिए सकारात्मक दिशा में एक कदम साबित हो सकता है, जिससे निर्यातकों को राहत मिल सकती है और चावल की प्रमुख किस्मों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।