क्या MSP के नीचे फिसल जाएगा चने का रेट | देखें चने के बाजार में क्या बन रहा है सेंटिमेंट
किसान साथियो चने की नई आवक और आयात के दबाव के कारण, इसकी कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। बुआई में 2.5 लाख हेक्टेयर की वृद्धि हुई है, लेकिन उत्पादन मौसम पर निर्भर करेगा। बाजार में खरीदार कमजोर हैं और विक्रेता मजबूत हैं, जिसके कारण चने की कीमतों में पिछले कुछ समय से नरमी का माहौल बना हुआ है। वर्तमान में, उत्पादक क्षेत्रों से आ रही खबरों के अनुसार, आने वाले दिनों में गिरावट का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। पिछले 7-8 दिनों में स्थानीय बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कीमतों में गिरावट आई है। 23 जनवरी को जो भाव 6750 रुपये से 6375 रुपये प्रति क्विंटल थे, वे 27 जनवरी को घटकर 6000 रुपये से 6100 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। यह गिरावट उत्पादक राज्यों से आ रही खबरों और आयात के दबाव के कारण आई है। जैसे-जैसे समय बीतेगा, गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा।
चना की कीमतों में क्यों आ रही है गिरावट
कर्नाटक में नई फसल के आने से चने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। मंडियों में चने का भाव 5700 से 5900 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुँच गया है। आयात के कारण, मुंबई में ऑस्ट्रेलियाई चने का भाव 5800 रुपये और तंजानियाई चने का भाव 5700 रुपये से भी कम हो गया है। मध्य प्रदेश में भी नई फसल की आवक शुरू हो गई है, और मंदसौर मंडी में पिछले सप्ताह नया चना 5601 रुपये प्रति क्विंटल पर बिका। उत्तर भारत के मध्य प्रदेश और राजस्थान में मौजूदा मौसम को देखते हुए, आने वाले महीनों में अधिकांश उत्पादक क्षेत्रों में नई फसल की आवक शुरू हो जाएगी, जिससे बाजार में खरीदारों की संख्या कम होने की संभावना है। पिछले साल की तुलना में इस साल चने की बुवाई बेहतर बताई जा रही है, और बुवाई क्षेत्र में लगभग 2.5 लाख हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। उत्पादक क्षेत्रों में मौसम अभी तक फसल के लिए अनुकूल रहा है, इसलिए उत्पादन में कुछ सुधार की उम्मीद है। हालाँकि, यह उम्मीद तभी सच होगी जब आने वाला समय भी फसल के लिए अनुकूल बना रहे।
कैसा रह सकता है उत्पादन
पिछले 8-10 दिनों में गर्मी बढ़ने से चने के उत्पादन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। उत्पादन में संभावित वृद्धि और आयात में बढ़ोतरी के कारण बाजार में चने की कीमतों में गिरावट आ सकती है। केंद्र सरकार ने चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 210 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 5650 रुपये कर दिया है। बाजार की चाल सरकार द्वारा खरीद की मात्रा और गति पर निर्भर करेगी। नई फसल की शुरुआत में चने में नमी है, लेकिन अगले महीने गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। हालांकि, जब मंडियों में आवक बढ़ेगी, तो कीमतें एमएसपी से नीचे जाने की संभावना बताई जा रही है।
आज क्या रहे चना के भाव
दिल्ली मंडी में पुराना चना एमपी लाइन का भाव ₹ 5800/25 रहा, मंदी ₹ 25, वहीं पुराना चना राजस्थान जयपुर लाइन ₹ 5900/25 पर रहा, मंदी ₹ 25। नया चना ₹ 5675/5700 पर रहा, मंदी ₹ 50, आवक 06/07 मोटर। जोबट मंडी में चना ₹ 5450 पर रहा। अलिराजपुर मंडी में चना ₹ 5500, छतरपुर मंडी में ₹ 5400 पर दर्ज हुआ। अलवर मंडी में चना ₹ 5350/5400 पर रहा, मंदी ₹ 50, आवक 00 कट्टे। नया चना ₹ 5000/5350 रहा, आवक 2000/3000 कट्टे। सुमेरपुर मंडी में नया चना ₹ 5100/5150 पर रहा, मंदी ₹ 50, आवक 1000 बोरी। खामगांव मंडी में चना ₹ 4800/5200 पर दर्ज हुआ, मंदी ₹ 200, आवक 5000 बोरी। सागर मंडी में चना ₹ 5200/5600 पर रहा, मंदी ₹ 100, आवक 800 बोरी। रतलाम मंडी में काबुली चना ₹ 9000/9500 पर दर्ज हुआ, आवक 300 बैग। मऊरानीपुर मंडी में चना ₹ 5300/5400 पर रहा, आवक 150/200 बोरी। ललितपुर मंडी में चना ₹ 5400/5500 पर रहा, आवक 300/400 क्विंटल। विदिशा मंडी में नया चना ₹ 5100/5600 पर रहा, मंदी ₹ 200, आवक 1500 बोरी। वाशिम मंडी में चना ₹ 5200/5400 पर दर्ज हुआ, आवक 1500 कट्टे। बार्शी मंडी में चना कांटा भाव उपलब्ध नहीं रहा, जबकि चापा चना ₹ 5100/5150 पर रहा, आवक 1500 कट्टे।
आगे क्या रह सकता है चना के बाजार में
कर्नाटक में चने के भाव पहले से ही न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के करीब आ चुके हैं। आस्ट्रेलिया में इस साल उत्पादन में भारी वृद्धि होने के कारण, आने वाले दिनों में भी भाव घटाकर बिक्री होने की संभावना है। जानकारों का कहना है की सरकारी खरीद के बावजूद कीमतों में गिरावट का सिलसिला रुकना मुश्किल दिखाई दे रहा है। इस साल चने की कीमतों में अच्छी तेजी आनी चाहिए थी, लेकिन स्टॉक रखने वालों ने अधिक उम्मीदें लगा लीं, जिसका खामियाजा उन्हें नुकसान के रूप में उठाना पड़ा। मौजूदा सीजन में चने की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला ऐसा शुरू हुआ कि दिल्ली में भाव 7700 रुपये से 7800 रुपये प्रति क्विंटल से भी ऊपर पहुंच गया। लेकिन उस समय, ज्यादातर स्टॉक रखने वाले कीमतों में और वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे। इसलिए, कुछ स्टॉक रखने वाले ऊंची कीमतों पर भी बिक्री से दूर रहे। चना के रोजाना भाव और आगे का क्या रहेगा रुजान जानने के लिए ले हमारी प्रीमियम सर्विस जो केवल 500 रुपए में 6 महीनों तक की है सर्विस लेने के लिए 9518288171 पर मसेज करे | इसके बाद, आयात के दबाव के कारण, वे कीमतें वापस नहीं मिली भले ही भरपूर प्रयास किए गए। स्टॉक रखने वाले इस साल भी खरीद के लिए मैदान में आएंगे, लेकिन वे पहले कीमतों के गिरने का इंतजार करेंगे। इस कारण, आने वाले दिनों में कीमतों में गिरावट का माहौल देखने को मिल सकता है। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।