गेहूं के व्यापारी और किसान गेहूं की ये तेजी मंदी रिपोर्ट जरूर देख लें | नुकसान से बचाने वाली रिपोर्ट
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो जैसा की आप सभी को पता है की भारतीय खाद्य निगम (FCI) केंद्र सरकार के दायरे में आता है, और यह ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत ई-नीलामी के जरिए गेहूं और चावल बेचता है। इसका मुख्य उद्देश्य बाजार में इनकी कीमतों को नियंत्रित करना और खाद्यान्न की उपलब्धता को बढ़ाना है। हाल ही में, सरकार ने गेहूं की नीलामी की मात्रा को डेढ़ लाख टन से बढ़ाकर चार लाख टन कर दिया है। इसके बावजूद, नीलामी में गेहूं महंगे दामों पर बिक रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को हुई साप्ताहिक नीलामी में अधिकांश राज्यों में गेहूं की कीमतों में उछाल देखा गया। चार लाख टन की नीलामी में से लगभग 3,99,940 टन गेहूं की बिक्री हुई। इस स्थिति से संकेत मिलता है कि बाजार में गेहूं की मांग अभी भी मजबूत है, और कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार को और भी सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है। मजबूत मांग के पीछे की वजह कुंभ का मेला बताया जा रहा है जिससे आटा, मैदा और सूजी की खपत बढ़ने से गेहूं की मांग मजबूत बनी हुई है विशेषज्ञो का तो यह भी कहना है की गेहूं की डिमांड जब तक बनी रहेगी जब तक कुम्भ का मेला चलेगा और गेहूं के भाव में भी तेजी तब तक ही बनी रह सकती है उसके बाद का रुख गिरावट की तरफ देखने को मिल सकता है अगर आप रोजाना गेहूं का भाव और ऐसी रिपोर्ट देखना चाहते है तो आप हमारी प्रीमियम सर्विस ले सकते है 9518288171 पर मसेज या कॉल करके सर्विस चार्ज केवल 500 रूपये है 6 महीनो तक का
किन वजहों से बढ़ी गेहूं की कीमतें
प्रोसेसर्स को अधिक मात्रा में गेहूं उठाने की छूट देने से गेहूं की कीमतों में उछाल आया है। इससे पहले 12 फरवरी को 3 लाख टन गेहूं नीलामी में पेश किया गया था, जिसमें से 2,93,110 टन गेहूं बिक गया। पहले नीलामी में प्रोसेसर्स के लिए प्रति नीलामी 150 टन गेहूं खरीदने की सीमा तय की गई थी, लेकिन अचानक इस सीमा को बढ़ाकर 400 टन कर दिया गया, जिससे मिल मालिकों में खलबली मच गई। बुधवार को उत्तर प्रदेश में भारतीय खाद्य निगम (FCI) की ई-नीलामी में सबसे ऊंची बोली 3,159 रुपये प्रति क्विंटल और सबसे कम बोली 2,958 रुपये प्रति क्विंटल रही। नीलामी में गेहूं की कीमतों में अप्रत्याशित उछाल देखने को मिला, जहाँ 168 खरीदारों ने 3,000 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक की बोली लगाई, जबकि 30 प्रोसेसर्स ने इससे कम की बोली लगाई। व्यापारियों का मानना है कि यह मूल्यवृद्धि बाजार में फैली उन अफवाहों के कारण हो रही है, जिनमें कहा जा रहा है कि प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में खरीद शुरू होने पर सरकार ओपन मार्केट सेल स्कीम (ओएमएसएस) के तहत मार्च से गेहूं की नीलामी बंद कर सकती है। इसके अतिरिक्त, फरवरी और मार्च के तापमान में होने वाले संभावित बदलावों से गेहूं की नई फसल के दानों के आकार को लेकर भी व्यापारियों में आशंका है। ये दोनों कारक मिलकर गेहूं की कीमतों में तेजी ला रहे हैं। सरकार की तरफ से ऐसी कोई न्यूज़ नहीं आई है चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
आज क्या रही गेहूं की स्थिति
किसान साथियो आज दिल्ली मंडी में गेहूं का रेट 3275 पर खुला था स्थिरता के साथ और साम तक भाव में 25 रूपये की तेजी देखने को मिली और भाव 3300 रूपये प्रति क्विंटल पर जा पहुंचा | हरियाणा की मंडियों की बात करे तो आज सिवानी मंडी में गेहूं का भाव कल के मुकाबले में 110 रूपये तेज होकर भाव 3100 रूपये प्रति क्विंटल पर जा पहुंचा है अन्य मंडियों की बात करे तो आज 50 से 60 रूपये तक की तेजी देखने को मिली है तो कुल मिलाकर आज गेहूं का बाजार तेजी की तरफ रहा है
गेहूं की नई फसल की आवक हुई शुरू
मध्य प्रदेश के मालवा सहित कुछ क्षेत्रों की मंडियों में नई फसल की आवक शुरू हो गई है, हालांकि अभी इसकी मात्रा कम है। एगमार्कनेट की वेबसाइट के अनुसार, उज्जैन की मंडियों में विभिन्न किस्मों के 342.84 टन गेहूं की आवक हुई, और मॉडल कीमतें 2911 से 3135 रुपये प्रति क्विंटल तक रहीं। रतलाम की मंडियों में भी नए गेहूं की आवक हुई, जहां मॉडल कीमतें 3090-3600 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज की गईं, और दिनभर में 1101.63 टन गेहूं की आवक हुई। छिंदवाड़ा की मंडियों में भी नया गेहूं पहुंच रहा है, जहां लगभग 130 टन गेहूं की आवक हुई, और मॉडल कीमतें 3031 से 3199 रुपये प्रति क्विंटल रहीं। आई-ग्रेन इंडिया के राहुल चौहान के अनुसार, मंडियों में नई फसल की कम आवक के कारण सामान्य किस्म के गेहूं की औसत कीमतें 3,000-3,300 रुपये प्रति क्विंटल चल रही हैं, और आपूर्ति में कमी के कारण कीमतें बढ़ रही हैं। इस स्थिति में, कई मिलर्स अपनी प्रोसेसिंग इकाइयों को चलाने के लिए पूरी तरह से सरकारी नीलामी पर निर्भर हैं।
बुधवार को कहां और कितनी नीलामी हुई और बोली लगी
साथियो बुधवार को OMMS के तहत विभिन्न राज्यों में गेहूं की नीलामी हुई और उस पर बोलियाँ भी लगी सबसे ज्यादा गेहूं पंजाब ने खरीदा है 62,000 टन दूसरे नंबर पर है उत्तर प्रदेश में 58,000 टन, हरियाणा में 36,000 टन, राजस्थान में 33,500 टन, मध्य प्रदेश में 25,000 टन, बिहार में 24,000 टन और पश्चिम बंगाल में 23,950 टन गेहूं की नीलामी हुई है। अगर आप रोजाना गेहूं का भाव और ऐसी रिपोर्ट देखना चाहते है तो आप हमारी प्रीमियम सर्विस ले सकते है 9518288171 पर मसेज या कॉल करके सर्विस चार्ज केवल 500 रूपये है 6 महीनो तक का | गेहूं की प्रति क्विंटल बोली की बात करें तो, कर्नाटक में 11,000 टन गेहूं 3,019 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से बिका। राजस्थान में 3,029 रुपये प्रति क्विंटल की बोली लगी, जबकि पश्चिम बंगाल में 2,835 रुपये, बिहार में 2,803 रुपये, हरियाणा में 3,335 रुपये, दिल्ली में 2,871 रुपये और पंजाब में 2,610 रुपये प्रति क्विंटल की बोलियाँ दर्ज की गईं। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।