उत्तर प्रदेश के 40 जिलों में तेज आंधी और बारिश की संभावनाएं | जाने मौसम विभाग ने क्या दी अपडेट
उत्तर प्रदेश में मई के उत्तरार्ध में भी गर्मी ने अपनी रफ्तार कम नहीं की है, बल्कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं ने इसे और विकराल बना दिया है। इन नमीयुक्त धाराओं ने वायुमंडल में आर्द्रता का स्तर इतना ऊंचा कर दिया है कि बाहर निकलते ही शरीर चिपचिपाहट से भर जाता है और कुछ मिनटों में ही पसीने से तरबतर होना पड़ता है। ऐसे वातावरण में जहां तापमान पहले से ऊंचा है, वहीं नमी की उपस्थिति उसे और असहनीय बना रही है। इस समय प्रदेश का कोई भी कोना इस उमस भरी गर्मी से अछूता नहीं है और यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक यथावत बनी रह सकती है, जिससे राहत की कोई उम्मीद फिलहाल नजर नहीं आ रही है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के करीब चालीस जिलों के लिए चेतावनी जारी की है, जिसमें आगामी दिनों में आंधी, बारिश और वज्रपात की आशंका जताई गई है। हालांकि, विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह परिवर्तन एकदम नहीं आएगा, बल्कि आने वाले दो से तीन दिनों के भीतर धीरे-धीरे असर दिखाएगा। मौसमी परिस्थितियों के अनुसार 25 मई तक यह असर बना रह सकता है, जिससे कुछ क्षेत्रों में तापमान में गिरावट की भी संभावना बन रही है। यह भी उल्लेखनीय है कि ये आंधियां बहुत तेज गति से चल सकती हैं और इनके साथ बिजली गिरने का भी खतरा है,
गर्मी का कहर जारी
मंगलवार को तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जब अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ऊपर चढ़कर 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह से ही आसमान पूरी तरह साफ था और सूर्य अपनी पूरी शक्ति के साथ प्रकट हुआ, जिससे दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा छा गया। शाम तक भी वातावरण में कोई नरमी नहीं आई और गर्मी की तपिश पूरे दिन बनी रही। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 3.1 डिग्री अधिक पहुंचकर रात्रिकालीन विश्राम में बाधा बना। अब घर के अंदर भी चैन मिलना मुश्किल होता जा रहा है, क्योंकि बंद स्थानों में यह तापमान अधिक असहनीय बनता जा रहा है।
मौसम की सबसे परेशान करने वाली विशेषता इस समय नमी का अत्यधिक स्तर है, जिसने हीट इंडेक्स को खतरनाक स्थिति में पहुंचा दिया है। मंगलवार को आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 81 रहा, जिसने पूरे वातावरण को बोझिल और दमघोंटू बना दिया। इस भारी नमी के कारण बाहर निकलते ही शरीर से पसीना बहने लगता है, सांस लेने में तकलीफ होती है और लोगों को सामान्य कार्यों में भी असुविधा का सामना करना पड़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब नमी इस स्तर पर पहुंचती है, तो तापमान कम होने पर भी गर्मी का अहसास कहीं अधिक तीव्र होता है और यह स्थिति विशेष रूप से हृदय और श्वसन रोगियों के लिए खतरनाक सिद्ध हो सकती है।
25-26 मई को तेज अंधड़,
भले ही फिलहाल राहत की स्थिति नज़र नहीं आ रही, लेकिन मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में एक बड़ा मौसमी परिवर्तन संभावित है। बुधवार को अंधड़ और बारिश के संकेत हैं, जबकि गुरुवार से लेकर शनिवार तक बादलों की आंशिक उपस्थिति बनी रहेगी, जिससे धूप की तीव्रता कुछ हद तक कम हो सकती है। इसके बाद 25 और 26 मई को मौसम विभाग ने फिर से तेज अंधड़, वज्रपात और बारिश की गंभीर चेतावनी दी है। यह परिस्थिति न केवल गर्मी से कुछ राहत दिला सकती है, बल्कि खेती और पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है,
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।