भारत की मुख्य प्याज मंडियों में आज भाव का क्या रहा रूझान | आयात निर्यात का हाल और तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियों आज हम प्याज के बाजार की स्थिति, आयात निर्यात और मुख्य मंडियों में प्याज के भाव पर रिपोर्ट लेकर आए है। इस रिपोर्ट में हम बाजार की तेजी मंदी के साथ ही बांग्लादेश से प्याज के आयात में आ रही नई चुनौतियों और भारत के प्याज बाजार के संभावित भविष्य पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा मंडियों मे प्याज के क्या भाव चल रहे है उस पर भी एक नजर डालेगे ।
किसान साथियों बांग्लादेश भारत से प्याज का आयात बढ़ाना चाहता है क्योंकि वहां प्याज की आपूर्ति कम हो रही है और कीमतें ऊंची हो गई हैं। इस समय बांग्लादेश में प्याज का खुदरा भाव ₹120 टाका तक पहुंच गया है, और वहां की मंडियों में भी प्याज की कीमतें बढ़ी हैं। यह समस्या इसलिए उत्पन्न हो रही है क्योंकि हाल ही में बांग्लादेश में सामाजिक अशांति के कारण प्याज की आपूर्ति बाधित हुई है, जिससे प्याज की कीमतों में अत्यधिक वृद्धि हुई है। बांग्लादेश का उद्देश्य भारतीय प्याज पर निर्यात शुल्क में कमी या उसे समाप्त करना है ताकि वहां की प्याज की कीमतों को नियंत्रित किया जा सके और आम जनता तक प्याज की पहुंच सुनिश्चित की जा सके।
वर्तमान में, दिल्ली के प्याज बाजार में जैसे कि केशवपुर मंडी, शाहिबाबाद मंडी, और ओखला मंडी में सावन के दौरान प्याज की आवक सीमित रही है। हालांकि, इससे प्याज की कीमतों में गिरावट नहीं आई है और साथ ही कुछ दिनों में उच्च गुणवत्ता वाले प्याज के दामों में भी वृद्धि देखी गई है। एमपी और महाराष्ट्र के इलाकों में अभी भी अच्छे गुणवत्ता के प्याज की फसल आने की संभावना है, जिससे भविष्य में भाव में सुधार हो सकता है। आगे साउथ की बात करे तो आपको पता ही है की कर्नाटक, केरल, और आंध्र प्रदेश में तेज बारिश के कारण प्याज की फसल प्रभावित हो रही है, और वहां की स्थिति मौसम पर निर्भर है।
दोस्तों हम ये पहले भी अपनी रिपोर्ट मे बता चुके कि भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) ने अब तक 4.7 लाख मेट्रिक टन प्याज की खरीद की है और जुलाई के अंत तक अपने लक्ष्य को पूरा करने की संभावना है। दोनों एजेंसियों ने प्याज की खरीद औसतन 800 रुपये प्रति क्विंटल की लागत से की है, और सरकार भविष्य में प्याज की कीमतों में संभावित वृद्धि के मद्देनजर प्याज को स्टॉक कर रही है।
दोस्तों प्याज के बाजार की खबरों के बाद अब मंडियों में क्या चल रहा है इसकी अपडेट जान लेते हैं।
आजादपुर मंडी से आज प्याज के मंडी भाव
आज आजादपुर मंडी मे प्याज की क्वालिटी 85-90% तक हल्की है, जिसमें नमी वाले और डैमेज माल शामिल हैं। बारिश के कारण कई जगहों पर प्याज की क्वालिटी प्रभावित हुई है। बढ़िया क्वालिटी का प्याज ₹30-35 प्रति किलो बिक रहा है।बढ़िया प्याज के भाव में 25-50 पैसे की बढ़ोतरी देखी गई है। परंतु बढ़िया माल की कमी है, हाल की बारिश की वजह से बाजार में माल की बिक्री प्रभावित हुई है। बारिश के कारण पिछली शाम को बिक्री नहीं हो पाई थी। उम्मीद है मौसम खुलने और जल चढ़ाने के बाद, बिक्री में सुधार की संभावना है। आजादपुर मंडी मे महाराष्ट्र और नासिक जैसे क्षेत्रों से आई प्याज की कीमतों में कमी आ रही है, इसका कारण हो सकता है कि आपूर्ति बढ़ गई हो या स्थानीय मांग में कमी हो। कर्नाटक और कोल्हापुर से नए प्याज की आगमन 20 अगस्त से शुरू होगी। उस समय की रिपोर्ट से पता चलेगा कि प्याज की कीमतों पर कैसे असर पड़ेगा। आगे दोस्तों भाव में मंदी या तेजी की भविष्यवाणी करना मुश्किल है। वर्तमान में आवक की कमी के कारण भाव में स्थिरता या हल्की बढ़ोतरी की संभावना है।
बांग्लादेश को निर्यात की क्या है स्थिति :
बांग्लादेश में प्याज की मांग बनी हुई है, लेकिन चाइना और पाकिस्तान से खराब माल आने के कारण निर्यात में समस्या हो रही है। बांग्लादेश में अच्छी क्वालिटी के प्याज की मांग अधिक है।
आज की आजादपुर मंडी से आवक
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आज 26 गाड़ियां ताजा प्याज आई हैं, जबकि आमतौर पर 60-80 गाड़ियां आती हैं। 30 गाड़ियां कल की खड़ी हैं। बिक्री की मात्रा में कमी देखी गई है। कल 26-27 गाड़ियां बिकी थीं, जबकि आज 35 गाड़ियां बिकने की संभावना है।
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कुल मिलाकर आवक कम रही है, जिसमें राजस्थान की 12 गाड़ियां, नासिक की 12 गाड़ियां, पुणे की 8 गाड़ियां और मध्य प्रदेश की 30 गाड़ियां शामिल हैं।
किसानों को पिछले वर्षों में प्याज की अच्छी कीमत नहीं मिली, लेकिन जब कीमत बढ़ती है तो सभी लोग उसकी कीमत घटाने के लिए सक्रिय हो जाते हैं। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की आवश्यकता है ताकि उन्हें स्थिरता मिले।
प्याज की कीमतें और स्थिति:
- मध्य प्रदेश (एमपी) का माल: एमपी का प्याज मीडियम और मोटे साइज के अनुसार बिक रहा है। मीडियम माल 30-35 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जबकि मोटा माल 40 रुपये तक पहुंच सकता है।
- राजस्थान और बहादुरगढ़: राजस्थान का हल्का माल 28 -30 रुपये प्रति किलो और बढ़िया माल 30 - 33 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। बहादुरगढ़ और पुणे में भी अच्छी मांग है, जहां प्याज 28 से 35 रुपये प्रति किलो तक बिक रही है।
- प्याज का अवशेष: एमपी और महाराष्ट्र में प्याज का बड़ा स्टॉक बचा हुआ है, जिसकी कीमतें मौसम और मांग के अनुसार बदल सकती हैं।
माल की गुणवत्ता और बिक्री: हाल की अत्यधिक बारिश के कारण प्याज की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। बारिश से प्याज में नमी आ गई है, जिससे कुछ माल खराब हो गया है। खराब और हल्के माल की बिक्री में मंदी देखी जा रही है, जबकि अच्छे गुणवत्ता वाले प्याज अपने सामान्य भाव पर बिक रहे हैं। बढ़िया प्याज की कीमतें 30-35 रुपये प्रति किलो तक हैं, जबकि दागी और हल्के माल की कीमतें 20-28 रुपये प्रति किलो तक हो सकती हैं।
इंदौर मंडी में प्याज के भाव और आवक
प्याज की आवक:
- इंदौर चतराम मंडी में आज प्याज की आवक लगभग 35,000 कट्टे है, जो पिछले दिनों की तुलना में कम है।हाल ही में प्याज की आवक कम रही है।
- प्याज के भाव आज 27-28 रुपये प्रति किलो के आसपास हैं।
- गुणवत्तायुक्त प्याज 27 रुपये प्रति किलो बिक रही है, जबकि अन्य गुणवत्ता वाले प्याज की कीमतें 27-28 रुपये प्रति किलो के बीच हैं।
- प्याज की क्वालिटी में कुछ मीडियम साइज का माल भी है, और कुल मिलाकर क्वालिटी अच्छी बताई जा रही है।
प्याज की क्वालिटी:
- उच्च गुणवत्ता: 2800 क्विंटल प्याज की क्वालिटी बहुत अच्छी है, जिसमें पूर्ण साइज का माल और शानदार कलर शामिल है।
- मिश्रित क्वालिटी: 2650 क्विंटल प्याज की क्वालिटी में कुछ डैमेज और कलर में हल्का डाउन दिख रहा है, लेकिन साइज ठीक है।
- मीडियम गोल्टा: कुछ प्याज में मीडियम गोल्टा भी देखने को मिला है।
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मूल्य और बिक्री:
- उच्च मूल्य: प्याज ₹27-28 प्रति किलो के आसपास बिक रहा है।
- मिश्रित मूल्य: अन्य प्याज 45 कट्टे की मात्रा में ₹6.65 प्रति किलो के हिसाब से बिके हैं।
- क्वालिटी के अनुसार मूल्य: प्याज ₹22.75 प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है, जिसमें थोड़ा मिक्स माल और हल्का डैमेज शामिल है।
टिप्स: हल्का माल और खराब माल को स्थानीय बाजार में बेचना बेहतर है, क्योंकि ये माल दिल्ली जैसे बड़े बाजारों में कम कीमत पर बिकता है। बढ़िया माल को ही बड़े बाजारों में भेजें ताकि आप अच्छा मुनाफा कमा सकें प्याज के व्यापारियों को चाहिए कि वे नियमित रूप से रिपोर्ट अपडेट करें ताकि बाजार की स्थिति का सही आकलन किया जा सके और व्यापारी व किसान सही निर्णय ले सकें। बढ़िया क्वालिटी का माल ज्यादा मूल्य पर बिकता है, और बाजार की मौसमी स्थितियों से अवगत रहकर सही समय पर निर्णय लेना फायदेमंद होता है।
सुझाव: हल्का और डैमेज माल स्थानीय बाजार में बेचना बेहतर रहेगा, जबकि बढ़िया क्वालिटी का प्याज बड़े बाजारों में भेजना लाभकारी हो सकता हकिसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने माल की क्वालिटी को बेहतर बनाए रखें और मौसमी बदलावों के अनुसार अपने व्यापार की योजना बनाएं।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।