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सरसो बाजार को लेकर अंतरराष्ट्रीय बाजारों से क्या मिल रहे है संकेत | देखे तेल तिलहन के बाजार का विश्लेषण

सरसो बाजार को लेकर अंतरराष्ट्रीय बाजारों से क्या मिल रहे है संकेत | देखे तेल तिलहन के बाजार का विश्लेषण
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, सरसों बाजार इस समय एक ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और आर्थिक घटनाएं सीधे तौर पर घरेलू तेल-तिलहन बाजार को प्रभावित कर रही हैं। अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ और उसकी संभावित नीतियों को लेकर फैली अफवाहों ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारी अस्थिरता पैदा की है, जिसका सीधा असर भारत में सरसों और अन्य तिलहनों के भाव पर देखने को मिल रहा है। ऐसे में यह अंदाजा बहुत मुश्किल हो गया है कि बाजार किस तरफ जाएगा। एक ही दिन में बाजार मंदी और तेजी दोनों के रूझान दिखा रहा है। मंडी मार्केट मीडिया पर हम तेल तिलहन के बाजार की हर छोटी बड़ी खबर का विश्लेषण करते हैं और अंदाजा लगाने की कोशिश करते हैं कि बाजार की ओर और दिशा क्या रह सकती है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमारी सभी रिपोर्ट अभी तक 99% तक सटीक बैठी हैं। इसलिए आप चाहे तो 9518288171 पर कॉल करके हमारी रियल टाइम भाव की सर्विस ले सकते हैं। सर्विस केवल 500 रूपये में 6 महीनो तक की है आज की रिपोर्ट में हम तेल तिलहन के बाजार का गहराई से विश्लेषण करेंगे। 

अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
सबसे पहले विदेशी बाजारों में चल रहे घटनाक्रमों को समझते हैं। कल अफवाह उड़ी कि ट्रंप सरकार अगले 90 दिनों के लिए टैरिफ को स्थगित कर सकती है, जिससे शाम अंतरराष्ट्रीय बाजारों में थोड़ी रिकवरी देखने को मिली। केएलसी (मलेशिया पाम ऑयल फ्यूचर्स) में जून अनुबंध 4250 रिंगिट के ऊपर बंद हुआ, जबकि सीबीओटी में सोया तेल ने भी 43.66 सेंट तक उछाल दिखाया। हालांकि बाद में व्हाइट हाउस ने इस टैरिफ विराम की खबर को अफवाह बताया, जिससे बाजार फिर फिसला। इसका असर भारत के खाद्य तेल बाजार पर साफ दिखा जहां कांडला पर सोया रिफाइंड ₹1230 और सीपीओ ₹1265 पर बंद हुआ। ऐसे में भारत जैसे देश, जो अपनी जरूरत का 60% से अधिक तेल आयात करते हैं, के लिए यह वैश्विक उतार-चढ़ाव सीधे घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ाते हैं।  अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।

ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों अगर घरेलू बाजार की बात करें तो सोमवार को सरसों के बाजार में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला सुबह के समय सरसों का भाव 50 से लेकर 100 रुपए तक की मंदी दिखा रहे था लेकिन बाद में इसमें रिकवरी आई और भाव लगभग स्थिर बंद हुए । जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव 6300 प्रति क्विंटल के  रहे। दिल्ली में सरसों का रेट 6150, चरखी दादरी में 5950 भरतपुर में 5900 हिसार में 6000 बरवाला में 5775, ग्वालियर में 6050, खैरथल 5900, निवाई में ₹5950, टोंक में 5880, और सिवानी मंडी में सरसों कंडीशन का रेट 5800 प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। सरसों की दैनिक आवक घटकर 9.50 लाख बोरी पर आ गई है, जिससे संकेत मिलता है कि किसान अब तेजी से बिक्री करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।  विश्लेषकों का मानना है कि जयपुर में ₹6250 का स्तर अब एक मजबूत सपोर्ट बन चुका है, और यहां से भावों में बड़ी गिरावट की संभावना कम है।  चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

प्लांटों पर क्या रहा रूझान
ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों के भाव में काफी बार घट बढ़ की। सरसों तेल की मांग में तेजी को देखते हुए बड़ी कंपनियों ने अपनी खरीद को बढ़ाया है। यही कारण है कि सलोनी प्लांट ने सुबह ₹50 घटाकर रेट कम किया था, जिसे बाद में ₹50 फिर से बढ़ा दिया। इससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि बाजार में सरसों की आपूर्ति सीमित है और मांग स्थिर बनी हुई है। अंत में सलोनी प्लांट पर सरसों का भाव 6800 का रहा। आगरा में शारदा प्लांट पर सरसों का भाव 6500 बीपी प्लांट पर 6550 गोयल कोटा प्लांट पर 6100 अदानी बूंदी और अलवर प्लांट पर सरसों के भाव 6125 रुपये प्रति क्विंटल के रहे.

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव को देखें तो नोहर मंडी में सरसों का रेट ₹ 5400 से ₹ 5800, जैतसर मंडी में ₹ 5200 से ₹ 5552 और पीली सरसों ₹ 6150, गुना मंडी में ₹ 5320 से ₹ 5925, श्रीविजयनगर मंडी में ₹ 5000 से ₹ 5559, गजसिंहपुर मंडी में ₹ 5119 से ₹ 5652, श्रीमाधोपुर मंडी में रायड़ा सरसों ₹ 5650 से ₹ 5900 और पीली सरसों ₹ 6800 से ₹ 7250, सादुलशहर मंडी में सरसों ₹ 1550 + लैब, दूनी टोंक मंडी में ₹ 5450 से ₹ 5850, सिरसा मंडी में खुला बाजार ₹ 5300 से ₹ 5780 और सरकारी भाव ₹ 5950, ऐलनाबाद मंडी में ₹ 5400 से ₹ 5700, रामगंजमंडी में ₹ 5500 से ₹ 5900, श्रीगंगानगर मंडी में ₹ 5370 से ₹ 5621, गोलूवाला मंडी में ₹ 5506 (लेब 40.25%), बीकानेर मंडी में ₹ 5100 से ₹ 5801 और पीली सरसों ₹ 7500 से ₹ 8100, पिपरिया मंडी में ₹ 5000 से ₹ 6000 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।

सरसों बनाम अन्य तिलहन
जब विदेशी तेल जैसे पाम और सोया की आपूर्ति या कीमतें प्रभावित होती हैं, तब सरसों तेल एक प्रभावी विकल्प बनकर उभरता है। अभी पोर्ट पाम तेल की घरेलू आपूर्ति कमजोर है, और स्टॉक सीमित है। उपर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टैरिफ को लेकर तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसलिए सरसों तेल की मांग और स्थिरता बनी रह सकती है। मूंगफली और बिनौला तेल भी स्थिर भाव पर हैं और इसमे तेज उतार-चढ़ाव की संभावना कम है।

सरसों में आगे क्या रह सकता है रूझान
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों। जैसा कि हमने अपनी पिछली रिपोर्ट में बताया था कि देश में 1 अप्रेल 2025 को सरसों का कुल स्टॉक लगभग 106.75 लाख टन है जिसमें से 95.25 लाख टन किसानों के पास है। क्रशिंग की रफ्तार मजबूत बनी हुई है और प्रोसेसरों के अनुसार मंडियों में आ रही सरसों की क्वालिटी बेहतर है कम नमी, अधिक तेल की मात्रा। ऐसे में खरीददार सरसों की खऱीद के लिए लामबंद दिख रहे हैं। लंबी अवधि के लिए किसान चाहें तो सरसों को होल्ड कर सकते हैं, जबकि व्यापारी ₹5950 के नीचे के भावों पर खरीद कर स्टॉक बना सकते हैं। वैश्विक स्तर पर टैरिफ वॉर की अस्थिरता के बावजूद भारत में सरसों बाजार मजबूत सपोर्ट पर टिका है। आवक घट रही है, तेल की मांग बनी हुई है, और कंपनियों की सक्रियता से संकेत मिलता है कि भाव लंबे समय तक नीचे टिकने वाले नहीं हैं। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। सरसों की आवक अगर नहीं बढ़ती है तो जल्दी ही जयपुर में भाव 6400 के पार चले जाएंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि अप्रैल की 10 तारीख तक स्टॉक बनाने का समय उपयुक्त है। वर्तमान भावों पर स्टॉक करने वाले किसानों और व्यापारियों को आगे चलकर लाभ मिल सकता है। हालांकि किसानों और व्यापारियों को सरसों की आवक और विदेशी बाजारों के घटनाक्रम पर नजर रखनी होगी और उसी हिसाब से अपने निर्णय में समय-समय पर परिवर्तन करना पड़ सकता है। व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।