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पाम तेल में बड़ी गिरावट | अब सरसों का क्या होगा | देखें सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट

Sarso Teji Mandi Report

सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट :- किसान साथियो मंडी भाव टुडे पर हम ने अपनी पिछली रिपोर्ट में भी बताया था कि था विदेशी बाजारों की मंदी घरेलू बाजार में सरसों के दाम को बढ़ने नहीं दे रही है। बेमौसम बरसातों के चलते सरसों में नुकसान हुआ और आवक प्रभावित हुई है। ऐसे में उम्मीद बन रही थी कि सरसों के भाव में तेजी बन जाए और किसानों को थोड़ी राहत मिल जाए। लेकिन डूबते अमेरीकी बैंको की चिंता के कारण विश्व बाजारों में मंदी आ गई है। और यह मंदी विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों के भाव को गिरा रही है। चूंकि भारतीय बाजार भी इससे अछूते नहीं है इसलिए पिछले 2-3 दिन पहले सरसों में जो तेजी का माहौल बना था वह टिक नहीं पाया है। WhatsApp पर भाव देखने के लिए ग्रुप जॉइन करें

बाजार में क्या हुआ  
आयातित खाद्य तेलों की कीमतों में आई गिरावट से घरेलू बाजार में बुधवार को सरसों के भाव में फिर से कमजोरी आ गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 75 रुपये कमजोर होकर दाम 5,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जबकि भरतपुर में सरसों के भाव 45 रुपये गिरकर 5240 के हो गए। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर भी सरसों में कमजोरी ही दिखी। विदेशी बाजारों के माहौल को देखते हुए ब्रांडेड कंपनियों ने भी सरसों के भाव में कटौती की।

प्लांटों पर गिरावट
सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव ₹25 कमजोर होकर 6050 पर बंद हुए। आगरा में शारदा प्लांट पर सरसों के भाव 100 रुपये टूटकर 5850, बीपी प्लांट पर भी सरसों के भाव ₹100 रुपये गिरकर  होकर 5850 रुपए प्रति क्विंटल के रहे जबकि गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव ₹50 मंदे होकर 5550 पर बंद हुए।  इस दौरान सरसों की दैनिक आवक 10.50 लाख बोरियों की हुई ।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
राजस्थान की नोहर मंडी में नयी सरसों का रेट 4900 पुरानी का 5200, श्रीगंगानगर अनाज मंडी में सरसों का भाव 5135 हनुमानगढ़ मंडी में 41 लैब सरसों का भाव 5100 पीलीबंगा मंडी में सरसों का भाव 4900 रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट 5152 गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 5096 अनूपगढ़ मंडी में सरसों का भाव 5180 घड़साना मंडी में सरसों का भाव 5125 सूरतगढ़ मंडी में सरसों का रेट 5075 रावला मंडी में सरसों का भाव 5035 देवली मंडी में सरसों का टॉप भाव 5450 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा हरियाणा की मंडियों की बात करें तो सिवानी मंडी में 40 लैब सरसों का भाव 5400 बरवाला मंडी में सरसों का रेट 5200 हिसार मंडी में सरसों का रेट 5200 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा। मध्य प्रदेश की श्योपुर मंडी में सरसों का भाव 5200 ग्वालियर मंडी में सरसों का रेट 5200 छतरपुर में सरसों का भाव 5100 मुरैना मंडी में सरसों का भाव 5000 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा।

सरसों उत्पादक राज्यों में हाल ही हुई बारिश और ओलावृष्टि से सरसों की फसल को नुकसान तो हुआ है लेकिन आयातित खाद्य तेलों के दाम कमजोर होने से सरसों की कीमतों में सम्भावित तेजी नहीं बन पाई  है। विश्व बाजार में खाद्य तेलों की पतली हालत को देखते हुए घरेलू बाजार में तेल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रही हैं। इसलिए हाजिर बाजार में सरसों की कीमतों में फ़िलहाल सीमित तेजी, मंदी बनी रहने का अनुमान है।

विदेशी बाजार 3% लुढ़के
वैश्विक बैंकिंग संकट पर बढ़ती चिंताओं के बीच अन्य खाद्य तेलों के साथ-साथ कच्चे तेल की कीमतों में आई बड़ी गिरावट के कारण मलेशियाई क्रूड पाम तेल (सीपीओ) वायदा वायदा बुधवार को 3 प्रतिशत से ज्यादा घटकर पांच महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ। खाद्य तेलों के मजबूत फंडामेंटल के बावजूद विश्व बाजार में मंदी की के चलते ही खाद्य तेलों के भाव कमजोर हुए हैं। साथ ही फेड की ओर से ब्याज दर के फैसले पर अनिश्चितता से परेशानी बढ़ रही है ।
 बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, बीएमडी पर जून डिलीवरी के पाम ऑयल वायदा अनुबंध में 117 रिंगिट यानी 3.09 प्रतिशत की गिरकर आकर भाव 3,667 रिंगिट प्रति टन रह गए, जोकि 13 अक्टूबर के बाद से इसका सबसे निचला स्तर है। इस दौरान चीन में डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध भी 3 प्रतिशत घटकर बंद हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 3.7 प्रतिशत तक कमजोर हुआ । शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (CBOT) में सोया तेल की कीमतें 0.18 प्रतिशत गिर गई।

मंदी के माहौल को देखते हुए घरेलू बाजार में भी सरसों तेल में गिरावट देखने को मिली। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें बुधवार को 10-10 रुपये कमजोर होकर भाव क्रमशः 1094 रुपये और 1084 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 2500 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बनी रही।
सरसों में आगे क्या
किसान साथियों बेमौसम बारिश के कारण जितनी उम्मीद जताई जा रही थी उतना सरसों का उत्पादन होने की उम्मीद कम है। विदेशी बाजारों की मंदी के चलते बाजार फिलहाल दबे हुए हैं अगर यह मंदी बनी रहती है तो सरसों के भाव थोड़ा बहुत और टूट सकते हैं हालांकि इसमें अब बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें।