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काबुली चने में कितने है तेजी के चांस | देखे इस रिपोर्ट में

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काबुली चने में एक साथ आई भारी तेजी के बाद ग्राहकी के अभाव में 5-6 दिन से नरमी चल रही है, जिसके चलते काबुली चना 4/5 रुपए प्रति क्विंटल का करेक्शन आ गया है, लेकिन उत्पादक मंडियों में माल की कमी एवं विदेशों के तेज समाचार को देखते हुए फिर इसमें तेजी का माहौल बन सकता है। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

किसान साथियो मंडी भाव टुडे पर देशी चना और कभी कभार काबुली चना की तेजी मंदी के विषय में खबरें पढ़ने को दी जाती रही हैं। उसी के तारतम्य में ताजा सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक काबली चने में पिछले दो माह के अंतराल 23/24 रुपए प्रति किलो की तेजी आ गई थी। महाराष्ट्र का जो काबली चना 105 रुपए नीचे में बिका था, उसके भाव उक्त अवधि के दौरान 128 रुपए प्रति किलो तक चड़ गए थे, जिससे इन बढ़े भाव में मुनाफावसूली की बिकवाली आते ही बाजार 8 रुपए घटकर 120/122 रुपए प्रति किलो रह गए हैं तथा इसमें मुश्किल से दो-तीन दिनों की और नरमी लग रही है, उसके बाद इसके भाव पुन: 130-131 रुपए प्रति किलो बन जाएंगे। वर्तमान में जो करेक्शन आया है, इसमें घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भाव ऊंचे हैं तथा काबली चना किसी भी मंडी में ज्यादा नहीं है।

गौरतलब है कि काबुली चने की नई फसल आने में अभी पूरा 8 महीने का समय बाकी है, उससे पहले कनाडा यूक्रेन सहित अन्य अफ्रीकन देशों में भी काबुली चने के उत्पादन में कमी होने से पुराना स्टॉक नहीं बचा है। कनाडा में नई फसल तैयार होने वाली है, लेकिन वहां भी बाजार पाइपलाइन में माल की कमी होने से ऊंचे बोल रहे हैं तथा फसल भी कम बता रहे हैं, इन परिस्थितियों में काबुली चने की कीमत बनी रहेगी तथा रुक- रुक कर बाजार अभी और बढ़ सकता है। देसी चना में भी केवल सरकारी बिक्री पर बाजार निर्भर हैं। अभी सरकार द्वारा टेंडर द्वारा माल बेचा जा रहा है, लेकिन वह भी भाव ऊंचा है तथा क्वालिटी में घरेलू मंडियों की अपेक्षा हल्का है, इस वजह से खुले बाजार में देसी चने के लिवाली बढ़ गई है। यही कारण है कि बाजार लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले सप्ताह 6600 रुपए लारेंस रोड पर खड़ी मोटर में देशी चना बिकने के बाद बाजार घटकर 6375 रुपए प्रति क्विंटल रह गया है तथा यहां ठहरकर फिर बाजार तेज होने की संभावना बनने लगी है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं महाराष्ट्र की प्राइवेट मंडियों में देसी चने का स्टॉक बहुत ही कम बचा है तथा खपत के लिए पूरा वर्ष बाकी है

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।