आयात ड्यूटी बढ़ने की अटकलों के बीच आज कैसे रहे सकते हैं सरसों और सोयाबीन के बाजार | तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों बुधवार के दिन सरसों के बाजार में पूरा दिन उठा पटक देखने को मिली । सुबह के समय जो सरसों के भाव तेज लग रहे थे शाम को उसमें मामूली गिरावट देखने को मिली। विदेशी बाजारों में भी सुबह की तेजी के मुकाबले शाम को हल्की सी कमजोरी दर्ज की गई। खाद्य तेलों पर आयात ड्यूटी बढ़ाने को लेकर बाजार में काफी चर्चाएं चल रही है। बिजनेस लाइन, फाइनेंशियल एक्सप्रेस से लेकर अन्य मीडिया चैनलों और अखबारों ने खाद्य तेलों पर ड्यूटी बढ़ाने की बात को कवर किया है । आयात ड्यूटी बढ़ाने को लेकर जहां भारतीय बाजार पॉजिटिव दिख रहे हैं वही मलेशिया में इसी खबर से दबाव बढ़ गया है क्योंकि अगर भारत में आयात ड्यूटी बढ़ती है तो मलेशिया को इससे नुकसान हो सकता है। कुल मिलाकर इस समय बाजार खबरों के आधार पर चल रहा है। सरसों की कमजोर आवक मजबूती का इशारा दे रही है। विदेशी बाजारों से भी एक दो ऐसी खबरें आ रही है जो भाव को प्रभावित कर सकती है और पिछले दो दिनों में आयात ड्यूटी पर सरकार की तरफ से क्या कुछ अपडेट है और आगे क्या संभावना बन सकती है उसी को लेकर आज की रिपोर्ट तैयार की गई है अगर आप सरसों यहां सोयाबीन के किसान हैं तो यह रिपोर्ट आपके लिए काफी उपयोगी साबित होने वाली है । चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
आयात ड्यूटी पर क्या आयी अपडेट
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कृषि मंत्रालय और नीति आयोग ने खाद्य तेलों के आयात पर ड्यूटी को बढ़ाने की वकालत की है। आपकी जानकारी के लिए बताने की इस समय पाम तेल, सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल के आयात के ऊपर कोई कर नहीं है केवल एग्री इंफ्रा सेस और एजुकेशन सेस लगाया गया है जो कि टोटल को 5.5% तक बनता है। भारत में इस समय अपने उपभोग का 42% खाद्य तेल उत्पादित होता है। इस उत्पादन में 40% सरसों 24% सोयाबीन और 7% तक मूंगफली का तेल शामिल है। बाकी पूरा 58% हम आयात कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग में यह फैसला लिया जाना है कि खाद्य तेलों के आयात पर ड्यूटी को 15% तक बढ़ाया जाएगा या नहीं । हालांकि अभी तक ऐसी कोई आधिकारिक खबर नहीं आई है कि खाद्य तेलों की आज ड्यूटी में कोई परिवर्तन किया गया है । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बाजार में समय-समय पर आयात ड्यूटी को लेकर खबर आती रहती है और अब बाजार इस पर यकीन करने को तैयार नहीं है। यही वजह रही कि शाम के समय तक जब ड्यूटी पर कोई निर्णय नहीं आया तो बाजार में हल्की कमजोरी दर्ज हुई।
ताजा मार्केट अपडेट
मंगलवार को सुबह में बाजार स्थिर खुला था लेकिन शाम होते-होते जयपुर में कंडीशन 42% सरसों के भाव ₹25 कमजोर होकर 6225 के रह गए। बात भरतपुर मंडी की करें तो यहां पर भी सरसों ₹25 कमजोर हुई और अंतिम भाव 5900 से गिरकर 5875 का रह गया । दिल्ली लारेंस रोड पर सरसों ऊपर में 6150 तक रही अन्य बेंचमार्क मंडियों के भाव को देखें तो अलवर में सरसों का कंडीशन क्वालिटी में रेट 5900, खेरली में 5880 खैरथल में 5900 सुमेरपुर में 5950 कोटा में 5500 नागौर में 5500 शिवानी में 5875 आदमपुर में 5791 नोहर में 5750 निवाई में 5875 और टोंक लाइन पर 5855 रुपये प्रति क्विंटल तक के भाव देखने को मिले। बुधवार को सरसों की कुल आवक 250000 की रही और यह मंगलवार के समान स्थिर रही। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
प्लांटों पर पूरे दिन होती रही घट बढ़
बुधवार के दिन ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों के भाव में कई बार परिवर्तन किया । बाजार को आयात ड्यूटी पर अच्छी खबर आने की उम्मीद थी जिसके चलते सुबह में भाव ठीक-ठाक खुले थे। लेकिन जब यह खबर नहीं आई तो दोपहर में ही भाव में गिरावट होने लगी सलोनी प्लान्ट पर जो सरसों के रेट कल 6825 के चल रहे थे वह 6725 तक आ गए हालांकि शाम को फिर से सरसों में ₹25 का सुधार हुआ और अंतिम भाव सलोनी प्लांट पर 6750 के रहे। अन्य प्लांट के भाव को देखें तो आगरा में बीपी प्लांट पर सरसों का रेट 6525 शारदा प्लांट पर 6550, अदानी बूंदी प्लांट पर 6275, यहां 50 की कमजोरी, अदानी अलवर प्लांट पर 6275 यहां भी 50 की कमजोरी, गोयल कोटा प्लांट पर सरसों का रेट 6100 और वंश सीतापुर प्लांट पर सरसों का भाव 6200 रूपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के में सरसों के भाव में हल्की सी नरमी दर्ज की गई। मंडी वाइज भाव को देखें तो सिरसा मंडी में सरसों का रेट 5870, ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 5881, आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 5791 लैब 40.7, नोहर मंडी में सरसों का भाव 5800, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का भाव 5603, श्री विजयनगर मंडी में सरसों का भाव 5630, देवली मंडी में सरसों का भाव 6000, शिवानी मंडी में सरसों का भाव 5925 लैब 40, गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 5597, संगरिया मंडी में सरसों का रेट 5635, अनूपगढ़ मंडी में सरसों का रेट 5687, और श्रीगंगानगर मंडी में सरसों का रेट 5641 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया
विदेशी बाजारों की अपडेट
खाद्य तेलों की विदेशी बाजार में कीमतों में मिला-जुला रुख देखा गया। मलेशिया में पाम तेल की कीमतों में मामूली वृद्धि हुई, जबकि शिकागो में सोया तेल के दाम बढ़े। इंडोनेशिया में पाम तेल उत्पादन में कमी की आशंका और बायोडीजल अनिवार्यता को बढ़ावा देने की योजना के कारण मलेशिया में पाम तेल की कीमतों में वृद्धि हुई। मलेशिया में बीएमडी पर पाम तेल वायदा अनुबंध में 0.33% की तेजी आई, जबकि चीन के डालियान में सोया तेल में 0.39% की वृद्धि और पाम तेल में 0.57% की गिरावट दर्ज की गई। आज के बाजार को देखें तो मलेशिया में आज बाजार गिरावट के साथ खुले हैं। भारत सरकार का आयात ड्यूटी को लेकर स्टैंड जब तक क्लियर नहीं हो जाता तब तक दिशा दशा मिलनी मुश्किल दिख रही है। मलेशिया से पाम तेल निर्यात में अगस्त में 14.1% की कमी आई है। अमरीकी बाजार में भी कोई खास तेजी नहीं बनी। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
तेल और खल के बाजार
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमत बुधवार को नरम हुई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 2 रुपये कमजोर होकर 1,231 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 2 रुपये घटकर 1,221 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। इसके अलावा सरसों खल के भाव 15 रुपये कमजोर होकर 2,625 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
सरसों की आवक स्थिर
पिछले दो दिन से सरसों की आवक स्थिर चल रही है। बुधवार की आवक को देखें तो कुल 2.50 लाख बोरी की आवक हुई जिसमें राजस्थान की मंडियों में सरसों की 1.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 25 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 40 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 10 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 40 हजार बोरियों की आवक हुई। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
क्या और तेजी बनेगी
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों मंडी भाव टुडे पर हमने अपने कल की रिपोर्ट में भी बता दिया था कि बाजार अगर जयपुर में 6200 के स्तर को होल्ड करता है तो यह कहा जा सकता है कि बाजार मजबूत है । अभी तक आयात शुल्क बढ़ाने को लेकर कोई अपडेट नहीं आई है और इस अपडेट के नहीं आने की बावजूद भी अगर बाजार इस 6200 के ऊपर बना रहता है तो अगला स्तर निश्चित रूप से 6500 का रहने वाला है। सरसों की आवक अभी भी पिछले साल के मुकाबले दो लाख बोरी कम चल रही है जो कि सरसों की बाजार में फंडामेंटल मजबूती की तरफ इशारा कर रहा है। सरकार भी सोयाबीन के कमजोर भाव को देखकर दबाव में है और ऐसा लगता है कि सरकार जल्दी ही किसानों के हक में कोई फैसला लेगी। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से हमें पूरी उम्मीद है कि वह किसानों की मांगों को मजबूती से रखेंगे। मोटे तौर पर देखा जाए तो इस समय सरसों के बाजार में मंदी की कम और तेजी के चांसेस ज्यादा है। जो किसान साथी सरसों और सोयाबीन को रखे हुए हैं वह थोड़े दिन और होल्ड कर सकते हैं। लेकिन जयपुर की सरसों का लेवल आपको मॉनिटर करते रहना है और जैसे ही आपको कोई बड़ी गिरावट दिखे आप तुरंत यहां से निकल भी सकते हैं। व्यापार अपने विवेक से करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।