इस सीज़न में गेहूं बेचने से पहले ये रिपोर्ट जरूर देख लें | जाने क्या रह सकती है गेहूं के भाव की दिशा दशा
किसान साथियो सरकार द्वारा खुले बाजार में गेहूं की बिकवाली रोकने के बाद एकाएक बाजार में गेहूं के भाव 200-300 रुपये प्रति क्विंटल तक उछल गए हैं। आने वाले कुछ ही दिनों में नए गेहूं का सीजन अपनी पीक पर होगा। नया गेहूं एमपी महाराष्ट्रमें प्रेशर में आने लगा है, लेकिन दक्षिण भारत की अच्छी लिवाली चलने से हाल फ़िलहाल मंदे की गुंजाइश कम है। नये गेहूं में रैक लेने वालों की खरीद से गेहूं का भाव 20/25 रुपए तक उत्पादक मंडियों में बढ़ गया है, लेकिन आने वाले समय में आवक बढ़ने के दबाव के चलते अब और तेजी की गुंजाइश नहीं लग रही है। गौरतलब है कि गेहूं का उत्पादन आगे वाले कुछ दिनों में मौसम के ऊपर निर्भर करेगा, इन सबके बावजूद जिन किसानों और व्यापारियों ने माल रखा हुआ है उन्हें एक बार अपने स्टॉक के माल को बेचना चाहिए। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
ताजा सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक गेहूं को बिजाई इस बार देश में 324 लाख हेक्टेयर के करीब हुई है, जो गत वर्ष 307 लाख हैक्टेयर भूमि में हुई थी। वर्तमान में खड़ी फसल को देखते हुए बताया जा रहा है कि इस साल करीब 1130 लाख मीट्रिक टन के करीब गेहूं का उत्पादन होगा, जबकि सरकार द्वारा पिछले दिनों के दिए गए उत्पादन अनुमान 1120 लाख मेट्रिक टन के आये हैं। सस्ते में अनाज खरीदना है तो यहां देखें कहां के लिए निकली है अनाज रेक
वर्तमान में मध्य प्रदेश के बैतूल गंज अमरवाड़ा लाइन में गेहूं की आवक जोरों पर चल रही है. लेकिन उसी हिसाब से रैंक वाले भी सक्रिय है, क्योंकि तेलंगना कर्नाटक एवं तमिलनाडु की गेहूं मांग बनी हुई है। मंडियों से गेह की खरीद किसानी माल की 2370/2380 रुपए प्रति क्विटल के भाव में कारोबारी कर रहे हैं तथा कुछ बैंक पॉइंटों पर 2390/2400 रुपए तक का व्यापार हो रहा है। या भाव MSP से लगभग 125 रुपये प्रति क्विंटल तक ज्यादा है। मध्य प्रदेश से दिल्ली सहित एनसीआर में नया गेहूं अभी नहीं जा रहा है, क्योंकि भाड़ा सहित अन्य खर्च लगाकर 2720/2725 रुपार के आसपास पड़ रहा है. जिसमें 15-15.5 % नमी जा रही है। कुछ गेहूं 14 प्रतिशत नमी वाला वही मिल रहा है, लेकिन वह भी 2740 रुपए से ऊपर यहां पड़ रहा है। यही कारण है कि यहां गेहूं के भाव पिछले सप्ताह 100 रुपए बढ़कर 2740/2750 रुपए पुराने माल के हो गए।
सरकार गेहूं की खरीद एक अप्रैल से करने जा रही है तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य वर्ष 2024-25 के लिए 2275 रुपए निर्धारित किया गया है तथा खरीद लक्ष्य 332 लाख मैट्रिक टन का है। वर्तमान में मंडियों में गेहूं के भाव 100-125 रुपए प्रति किंटल समर्थन मूल्य से ऊंचे चल रहे हैं। अगर यथास्थिति बनी रहती है तो सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मिलना मुश्किल हो जाएगा। अतः सरकार को या तो बोनस देना पड़ेगा या मंडियों में पुराने माल की बिक्री, स्टॉक से नीचे भाव में करनी होगी। कुछ राज्यों की सरकारें गेहूं पर बोनस दे रही हैं तो कुछ सरकारें नहीं दे रही हैं। ऐसे में गेहूं की सरकारी खरीद को लेकर असमंजस बना रहा सकता है। डिमांड और सप्लाई के रूझान को देखते हुए यहां से आगे गेहूं में तेजी का व्यपार ना करने की सलाह दी जाती है। व्यापार अपने विवेक से करें
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।