सरसों में अब पुराने भाव मिलना मुश्किल | देखें आज की सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
सरसों में अब पुराने भाव मिलना मुश्किल | देखें आज की सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियो मंडी भाव टुडे पर हम लगातार कई महीनों से सरसों के उपर रिपोर्ट लेकर आ रहे हैं। कई दिन से हम निवेदन कर रहे हैं कि नयी सरसों के आने से पहले पुरानी सरसों से निपट लेना चाहिये। हालांकि अभी भी बहुत सारे हमारे किसान साथी हैं जो बड़ी तेजी का इंतजार कर रहे है। माहौल को देखते हुए अब सरसों में बड़ी तेजी की गुंजाईश कम ही लगती है। हालांकि विदेश में खाद्य तेलों के भाव तेज हो रहे हैं लेकिन इसके के बावजूद भी तेल मिलों की मांग कमजोर बनी रहने से घरेलू बाजार में तेजी नहीं बन पा रही है। इस रिपोर्ट में हम सरसों के भाव को लेकर बन रही सभी सम्भावनाओं पर गौर करेंगे WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
ताजा मार्केट अपडेट
मंगलवार का दिन लगातार चौथा दिन था जब सरसों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। हालांकि निचले स्तर से खरीददारी लौटने से शाम के बाजार में थोड़ा सुधार जरूर हुआ जो कि बाजार का सेंटीमेंट बदलने के लिए नाकाफी था। कुल मिलाकर सरसों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 50 रुपये घटकर 6,625 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। भरतपुर में सरसों का रेट 6292, दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर 6450, चरखी दादरी मंडी में 40 लैब 6340, भिवानी मंडी में 40 लैब का रेट 6225 और रेवाड़ी मंडी में 40 कंडीशन सरसों का भाव 6300 रुपये प्रति क्विंटल तक रहा । अच्छी बात यह रही कि इस दौरान सरसों की दैनिक आवक घटकर 2 लाख बोरियों की हुई।
ब्रांडेड कंपनियों में सरसों के भाव की बात करें तो सलोनी प्लांट पर सरसों का भाव 7150 गोयल कोटा प्लांट पर सरसों का अंतिम भाव 6600, शारदा आगरा पर 6900 और BP ऑइल प्लान्ट पर भाव 6950 तक के रहे। बासमती धान मे बढ़ती तेजी का क्या कारण है देखे तेजी मंदी रिपोर्ट
विदेशी बाजारों की खबरें
किसान साथियों जैसा कि हमने बताया था कि बाजार में पॉम तेल के उत्पादन अनुमान में कमी की खबरों के साथ के साथ ही सख्त आपूर्ति की संभावना के कारण मलेशियाई पाम तेल वायदा में पाम तेल में तेजी देखने को मिली । दक्षिणी प्रायद्वीपीय पॉम तेल मिलर्स एसोसिएशन ने अनुमान लगाया है कि दिसंबर के दौरान पिछले महीने की तुलना में पाम तेल के उत्पादन में 1.68 फीसदी की कमी आई है। जैसे कि पहले खबर दी गई थी कि इंडोनेशिया घरेलू आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जनवरी से पाम तेल के निर्यात नियमों को कड़ा करेगा। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर मार्च डिलीवरी के लिए बेंचमार्क पाम ऑयल अनुबंध 81 रिंगिट यानी 1.94 फीसदी तेज होकर 4,255 रिंगिट प्रति टन हो गए। इस दौरान डालियान का सोया तेल अनुबंध अपरिवर्तित है। राजस्थान में 3 दिन कड़ाके की ठंड, माइनस में पहुँचा तापमान - मौसम विभाग का अलर्ट
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव को देखें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का भाव 6280, श्री गंगानगर मंडी में 40 लैब सरसों का भाव 6199, संगरिया मंडी में सरसों का प्राइस 5601 से 6300, श्री करणपुर मंडी में सरसों का रेट 5954, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट 6161, रावला मंडी में सरसों का भाव 6165, घड़साना मंडी में सरसों का भाव 6070,सादुलशहर मंडी में सरसों का भाव 6200, पीलीबंगा मंडी में सरसों का भाव 5635, देवली अनाज मंडी में सरसों का रेट 6300-6350, अनूपगढ़ मंडी में सरसों का भाव ₹5920 प्रति क्विंटल तक रहा। हरियाणा की मंडियों में सिरसा मंडी में सरसों का भाव 6020 ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 5909, आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 6250,बरवाला अनाज मंडी में 40 लैब सरसों का भाव 6151 और सिवानी मंडी में सरसों का भाव 6150 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा
घरेलू बाजार में जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें मंगलवार को 3-3 घटकर क्रमश: 1355 रुपये और 1345 रुपये प्रति 10 किलो रह गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 25 रुपये कमजोर होकर 2600 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। चावल के भाव का क्या है इशारा, नए साल में कितने और बढ़ेंगे धान के भाव? बासमती तेजी मंदी रिपोर्ट
सरसों की आवक गिरी
घरेलू बाजारों से सरसों में एक ही अच्छी खबर बन रही है वो यह कि देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक मंगलवार को घटकर 2 लाख बोरियों की हुई है , जबकि सोमवार को इसकी आवक 2.35 लाख बोरियों की हुई थी। आवक का घटना एक सुखद समाचार हो सकता है। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 75 हजार बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 25 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 20 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 30 हजार बोरी तथा गुजरात में 5 हजार बोरी, तथा अन्य राज्यों की मंडियों में 45 हजार बोरियों की आवक हुई। ट्रैक्टर पर तीन लाख की सब्सिडी लेनी है तो जल्दी करें आवेदन | जाने पूरी खबर | अंतिम तारिख 10 जनवरी
सरसों में हालात पतले होने की क्या है वज़ह
विदेशी बाजारों में तेजी के बावजूद घरेलू बाजार सुस्त रहे। व्यापारियों के अनुसार सरसों की अगेती फसल की आवक इस महीने के अंत तक शुरू हो जाएगी। वैसे भी उत्पादक मंडियों में सरसों का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है, साथ ही चालू रबी में बुआई भी पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। इन सभी कारणों के चलते विदेशी बाजारों की तेजी भी भारतीय बाजारों को उपर नहीं खींच पा रही है।
किसान साथियो सरसों पर अब आवक का प्रेशर बनने लगा है। सरसों का सीज़न शुरू होकर 10 महीने से उपर हो चुका. है लेकिन अभी भी सरसों की आवक 2 लाख बैग के उपर बनी हुई है। किसानों ने अभी तक बड़ी मात्रा में सरसों को होल्ड किया हुआ है और अब वे नयी सरसों के आने से पहले अपना माल निकाल रहे हैं, जिसके कारण बाजार में आवक का प्रेशर बना हुआ है। बाजार में मंगलवार को तेजी की उम्मीद थी क्योकि खबर यह थी कि इंडोनेशिया 1 जनवरी से पाम के तेल के निर्यात नियमों को कड़ा करेगा। इसके अलावा जनवरी से चीन की सीमाएं फिर से खुलने की खबर भी चल रही है, जिससे चीन की आयात मांग बढ़ने का अनुमान है। चूंकि घरेलू बाजार में सरसों एवं इसके तेल की कीमतों में तेजी मंदी काफी हद तक विश्व बाजार में खाद्य तेलों के भाव पर ही निर्भर कर रही है। इसलिए अंदाजा था कि इस हफ्ते में बाजार अच्छा रहेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। ऐसा भी हो सकता है कि आज बाजार में सुधार दिखाई दे। फ़िलहाल सरसों की चाल को समझना मुश्किल हो गया है। ये भी पढे :- धान में बड़ी तेजी के संकेत | 1121 धान का भाव जा सकता है 5000 पार - रिपोर्ट
सरसों में आगे क्या
किसान साथियो चीन और इंडोनेशिया की खबरों के बाद ही मलेशिया का मार्केट इतना बढ़ा है। विदेशी बाजारों में अभी और तेजी की गुंजाईश भी बन रही है। लेकिन भारतीय बाजार को देखें तो यह तेजी में विदेशी बाजारों को कम फोलो कर रहा है जबकि मंदी में ज्यादा। ऐसे में यही भारतीय बाजार विदेशी बाजारों की तर्ज़ पर थोड़ी तेजी दिखाते हैं तो सरसों निकालने की सलाह दी जा सकती है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें। ये भी पढे :-देखें आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 03 Jan 2023