कल से शुरू हो रही है MSP पर गेहूं की खऱीद | जानिए क्या है सरकारी व्यवस्था और क्या मिलेगा रेट
किसान साथियो मध्य प्रदेश में किसानों के लिए अच्छी खबर है। राज्य में एक मार्च यानि कल से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद शुरू होने जा रही है। पहले चरण में, इंदौर, उज्जैन, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में खरीद एक मार्च से 18 अप्रैल तक चलेगी। अब तक तीन लाख से ज्यादा किसान गेहूं बेचने के लिए पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। खरीद का दूसरा चरण 17 मार्च से 5 मई तक चलेगा। किसानों को सुविधा देने के लिए, प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण रश्मि अरुण शमी ने बताया है कि किसान 31 मार्च तक एमएसपी पर गेहूं बेचने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इससे किसानों को अपनी फसल बेचने में आसानी होगी और उन्हें उचित मूल्य मिलेगा।
तैयारियों को केलर क्या है अपडेट
रश्मि अरुण शमी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सागर और शहडोल संभाग के कमिश्नर और कलेक्टर्स के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद प्रक्रिया की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों से अच्छी गुणवत्ता का गेहूं खरीदा जाए और उन्हें समय पर भुगतान सुनिश्चित किया जाए। शमी ने अधिकारियों को उपार्जन केंद्रों पर किसानों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भी कहा। उन्होंने किसानों को गेहूं बिक्री के लिए पंजीकरण कराने के लिए प्रोत्साहित करने का भी आह्वान किया।
राज्य सरकार ने भंडारण और ट्रांसपोर्ट को लेकर दिए यह निर्देश
शमी ने संभागायुक्तों और जिलों के कलेक्टरों से अलग-अलग बातचीत करके गेहूं की खरीद के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि गोदामों के लंबित भुगतानों को भी जल्द ही पूरा किया जाएगा। खाद्य संचालक कर्मवीर शर्मा ने खरीदे गए गेहूं के जल्द परिवहन और भंडारण की पूरी व्यवस्था करने और खरीद केंद्रों की सूक्ष्म योजना बनाने की बात कही, ताकि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
खरीदी की कैसी चल रही है तैयारिया
खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग गेहूं खरीदी की तैयारियों में जुटा हुआ है। विभाग के एमडी नागरिक आपूर्ति निगम अनुराग वर्मा ने ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत मंडियों में काम करने वाले मजदूरों के सत्यापन के निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने गेहूं खरीदी से जुड़े कार्यों की निगरानी के लिए संबंधित अधिकारियों को तैनात करने के भी आदेश दिए हैं। उपार्जन केंद्रों में पर्याप्त बारदानों (बोरियों) की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है। किसानों के पंजीकरण पर जोर देते हुए, वर्मा ने धान मिलिंग की समीक्षा की और मिलिंग का काम समय पर पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने परिवहन से संबंधित लंबित बिलों को जल्द से जल्द भेजने और भुगतान की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही। इस दौरान जिला कलेक्टरों ने गेहूं उपार्जन की तैयारियों की जानकारी दी। इससे पहले, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने गेहूं खरीद की समीक्षा के दौरान जिलेवार खरीद की तैयारियों की समीक्षा के निर्देश दिए थे।
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।