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खेत में कुआं निर्माण के लिए सरकार दे रही 100% सब्सिडी | देखे पूरी जानकारी आवेदन से लेकर मिलने तक

खेत में कुआं निर्माण के लिए सरकार दे रही 100% सब्सिडी
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खेत में कुआं निर्माण के लिए सरकार दे रही 100% सब्सिडी

सरकार समय समय पर किसानों के लिए कुछ ना कुछ योजना लेकर आती रहती है। हमारे कुछ स्मार्ट किसान साथी ही हैं जो इन योजनाओं का लाभ उठाते हैं। बहुत सारे किसानों को इनका पता ही नहीं चलता। बिहार सरकार द्वारा चलायी जा रही सिंचाई योजना से किसानों को काफी लाभ हो रहा है। इस योजना के तहत सिंचाई कुओं के निर्माण के लिए भारी सब्सिडी प्रदान की जा रही है, ताकि किसान अपनी फसलों को सही समय पर पानी दे सकें। इस लेख में हम आपको योजना के बारे में जानकारी देंगे और इसके लिए आवेदन कैसे करें वो बताएगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

सिंचाई कुओं का निर्माण क्यों महत्वपूर्ण है?
कृषि क्षेत्र में सिंचाई एक महत्वपूर्ण कार्य है। भारत में कृषि भूमि के एक बड़े हिस्से में नहरों द्वारा सिंचाई सम्भव नहीं है। इसीलिए सिंचाई कुएँ भारत में सिंचाई व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। सिंचाई कुएं किसानों को उनकी फसलों को पानी की पूर्ति करने में सक्षम बनाते हैं, जिससे फसल की पैदावार बढ़ती है तथा किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। बिहार सरकार अब सिंचाई कुओं के निर्माण के लिए किसानों को भारी सब्सिडी दे रही है ताकि वे अपने कृषि उत्पादन में सुधार कर सकें।

कुओं के निर्माण पर कितनी सब्सिडी मिल रही है

साथियो सिंचाई कुओं पर सब्सिडी साईज के आधार पर दी जा रही है। निजी भूमि पर 10 फुट व्यास, 30 फुट गहरा सिंचाई कुएं के निर्माण पर 80% सब्सिडी की व्यवस्था की गयी है ।

सामुदायिक भूमि पर कुओं का निर्माण: सामुदायिक भूमि पर 15 फीट व्यास और 30 फीट गहराई के सिंचाई कुएं के निर्माण के लिए 100% सब्सिडी दिया जाएगा।

आवेदन कैसे करते है?
पंजीकरण संख्या: सिंचाई कुओं के निर्माण के लिए आवेदन करने के लिए किसान के पास पहले से ही कृषि में  DBT in Agriculture से प्राप्त 13 अंकों की पंजीकरण संख्या होनी चाहिए।

कहाँ करें आवेदन:  किसान साथी बिहार कृषि विभाग की वेबसाइट state.bihar.gov.in/krishi पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

आवश्यक दस्तावेज: किसान साथियो आवेदन के साथ आपको जमीन के दस्तावेज (एलपीसी/रसीद), लाभार्थी किसानों की सूची और लाभार्थी समूह के गठन से संबंधित हुई बैठकों की कार्यवाही संलग्न करना होगा।

संपर्क करें: यदि आपको योजना के संबंध में अधिक जानकारी की आवश्यकता है, तो आप संबंधित ज़िला के कृषि उपनिदेशक या भूमि संरक्षण एवं सहायक निदेशक (शश्य) के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं ।

कैसे चुना जाएगा?

साथियो योजना का लाभ लेने के लिए आपको जल्दी करने की आवश्यकता है क्योंकि योजना के क्रियान्वयन में "पहले आओ पहले पाओ" का आधार होगा, इसका मतलब जिलेवार एवं मदवार निर्धारित भौतिक और वित्तीय लक्ष्यों के आधार पर आवेदनों को मंजूरी दी जाएगी।

यदि आप बिहार के किसान हैं, तो इस अवसर का उपयोग करें और सिंचाई के कूप के निर्माण के लिए सब्सिडी प्राप्त करें।

इस योजना के अनुसार सरकार द्वारा प्रदान की गई सब्सिडी का उपयोग इसकी कृषि संरचनाओं में सुधार करने और इसकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए किया जा सकता है। इस योजना के लाभार्थी बनने के लिए, आपके पास ऑनलाइन अनुरोध करने का अवसर है। इसे व्यर्थ ना जाने दें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।