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लिंगानुपात के आंकड़े जारी, जींद रहा टॉप पर तो चरखी दादरी सबसे फिसड्डी

लिंगानुपात के आंकड़े जारी, जींद रहा टॉप पर तो चरखी दादरी सबसे फिसड्डी
हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए लिंगानुपात के आंकड़े, जींद रहा टॉप पर तो चरखी दादरी सबसे फिसड्डी
दोस्तो जैसा कि आप सबको पता है कि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार ने अनेकों योजनाएं चला रखी हैं।  बेटियां बेटों से कम नहीं हैं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, अगर बेटियां नहीं बचीं तो ‘बहू कहां से लाओगे’ जैसे अनेक नारों द्वारा सरकार द्वारा लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है। सरकारी योजनाओं और प्रचार प्रसार के कारण ही लोगों की सोच में काफी बदलाव आया है। अब हरियाणा में बेटियाँ पहले से ज्यादा सुरक्षित हैं।
अगर जींद जिले की बात करें तो खापलैंड की बदलती सोच और स्वास्थ्य विभाग की सतर्कता का ही नतीजा है कि अब जिला लिंगानुपात के मामले में हरियाणा में पहले नंबर पर आ गया है। जिससे स्वास्थ्य विभाग ही नहीं बल्कि खाप चौधरी भी खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
जींद टॉप दादरी लास्ट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनवरी महीने में जारी आंकड़ों के अनुसार, जींद जिले में एक हजार लड़कों पर 986 लड़कियों का जन्म हुआ है जो प्रदेश में पहले स्थान पर है जबकि पानीपत 959 लड़कियों की जन्म संख्या के साथ दूसरे स्थान पर है। लिंगानुपात के मामले में 799 लड़कियों के साथ चरखी दादरी आखिरी पायदान पर रहा है अखिर कब बनेगी ग्वार में तेजी | देखें ग्वार की सबसे सटीक रिपोर्ट
2022 में लिंगानुपात
बता दें कि साल 2022 में लिंगानुपात के आंकड़ों को देखें तो जनवरी से अप्रैल तक जींद पूरे हरियाणा में पहले स्थान पर रहा था । जबकि मई से अक्टूबर तक लगातार दूसरे स्थान पर रहा और नवंबर दिसंबर में भी जींद जिला अपना दूसरा स्थान बनाए रखने में सफल रहा। अब वर्ष 2023 के जनवरी माह में जींद जिला प्रदेश में प्रथम स्थान पर पहुंच गया है। पूरे राज्य का औसत लिंगानुपात 913 है। सुबह को मन्दी शाम को तेज | सरसों के भाव और तेजी मंदी रिपोर्ट
जिले में दुरुस्त हुई व्यवस्था
पीएनडीटी एक्ट के तहत जिले में समय-समय पर प्रभावी कदम उठाए जाते हैं जिन गांवों में लिंगानुपात कम है, वहां तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को सूचना भी दी जाती है। भ्रूण हत्या न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है। सरकार द्वारा कन्या उत्थान के लिए चलाई जा रही सभी योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाता है। यही वजह है कि आज जींद जिला लिंगानुपात के मामले में अव्वल स्थान पर है। विदेशी बाजारों का क्या मिल रहे संकेत | क्या रुकेगी सरसों में गिरावट | सरसों की सबसे सटीक रिपोर्ट