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उत्तरप्रदेश के इन जिलों में बन रहा है नया एक्सप्रेस - वे। जमीनों के बढ़ेंगे रेट

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आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे: यूपी में एक बड़ी सड़क परियोजना की शुरुआत

किसान भाइयों केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में परिवहन कनेक्टिविटी को सम और सरल बनाने के लिए भारतमाला योजना के तहत उत्तर प्रदेश में एक नई और महत्वपूर्ण सड़क परियोजना का निर्माण किया जा रहा है, जो आगरा और अलीगढ़ के बीच यात्रा करने के तरीके को पूरी तरह से बदलने वाली है। इस परियोजना का नाम आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे है। यह एक्सप्रेसवे 65 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें चार लेन होंगी। इस प्रोजेक्ट के निर्माण से दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय ढाई घंटे से घटकर केवल एक घंटा रह जाएगा। इस परियोजना का कुल बजट लगभग 3200 करोड़ रुपये है और इसे 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस एक्सप्रेसवे का उद्देश्य केवल यात्रा के समय में कमी लाना नहीं, बल्कि इस क्षेत्र के सामाजिक, आर्थिक और परिवहन ढांचे को मजबूत करना है। इस एक्सप्रेसवे से होने वाले फायदे इसका महत्व और इससे जुड़ी अन्य जानकारी को विस्तार पूर्वक जानने के लिए चलिए शुरू करते हैं यह रिपोर्ट। 


यात्रा होगी आसान और तेज

दोस्तों अभी तक, आगरा और अलीगढ़ के बीच यात्रा करना समय और श्रम की दृष्टि से एक चुनौतीपूर्ण काम था। वर्तमान में, आगरा से अलीगढ़ जाने में लगभग ढाई घंटे का समय लगता है, जो यात्रा करने वालों के लिए काफी असुविधाजनक होता है। लेकिन अब इस नए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण से यात्रा का समय काफी घट जाएगा। एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद आगरा से अलीगढ़ तक यात्रा का समय केवल एक घंटा रह जाएगा। यह न सिर्फ यात्रियों के लिए, बल्कि व्यापारियों और स्थानीय निवासियों के लिए भी बड़ी राहत होगी। खासकर उन लोगों के लिए जो रोज़ाना इन शहरों के बीच यात्रा करते हैं, यह एक्सप्रेसवे उनके लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगा। इसके अलावा, इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से इन दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे परिवहन का दबाव कम होगा और यातायात व्यवस्था भी बेहतर होगी। इससे न सिर्फ निजी यात्रा में सुधार आएगा, बल्कि व्यवसायिक गतिविधियां भी तेज़ होंगी, जिससे व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।

एक्सप्रेसवे का निर्माण और लागत

दोस्तों यह परियोजना न केवल यात्रियों के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 65 किलोमीटर होगी, और इसमें चार लेन होंगी। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग 3200 करोड़ रुपये आएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस परियोजना के लिए 1796 करोड़ रुपये की मंजूरी भी दी है।इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दो पैकेजों में किया जाएगा। पहला पैकेज अलीगढ़ स्थित नेशनल हाईवे-91 से असरोई, हाथरस तक 28 किलोमीटर लंबा होगा, जबकि दूसरा पैकेज असरोई से यमुना एक्सप्रेसवे के खंदौली टोल प्लाजा तक 37 किलोमीटर लंबा होगा। इस प्रोजेक्ट के तहत जमीन अधिग्रहण का कार्य भी शुरू हो चुका है और जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। एक्सप्रेसवे के लिए 390 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि निर्माण कार्य में कोई रुकावट न आए।


एक्सप्रेसवे का क्षेत्रीय प्रभाव

साथियों आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण केवल यात्रा के समय में कमी नहीं लाएगा, बल्कि पूरे क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य को भी बदल देगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से आगरा, अलीगढ़, और हाथरस जैसे शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी स्थापित होगी। यह एक्सप्रेसवे इन शहरों की बाहरी सीमा से होकर गुजरेगा, जिससे इन क्षेत्रों में ट्रैफिक की समस्या कम होगी और आवागमन की गति बढ़ेगी।इसके अलावा, एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली, ग्रेटर नोएडा और आगरा जैसे प्रमुख शहरों के बीच यातायात में भी कमी आएगी। इससे इन शहरों के आस-पास के क्षेत्रों में ट्रैफिक की समस्या कम होगी और समय की भी बचत होगी। इसके साथ ही, यह एक्सप्रेसवे व्यापार और उद्योग के लिए भी नए अवसर खोलेगा। बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापारियों को अपनी वस्तुएं और उत्पाद समय पर एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजने में आसानी होगी। इससे कृषि, उद्योग, और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में भी लाभ होगा।


भूमि अधिग्रहण और उसकी प्रक्रिया

दोस्तों इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 390 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके बदले भूमि मालिकों को सरकार की तरफ से उचित मूल्य दिया जाएगा इसमें आगरा जिले के चार गांवों से 29 हेक्टेयर भूमि ली जाएगी, जबकि बाकी की भूमि अन्य क्षेत्रों से अधिग्रहित की जाएगी। भूमि अधिग्रहण के दौरान स्थानीय किसानों और निवासियों को उचित मुआवजा और अन्य सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो। परियोजना के तहत प्रभावित होने वाले लोगों के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके।


एक्सप्रेसवे के फायदे

साथियों आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना यूपी के नागरिकों के लिए एक बहुत बड़ी सुविधा साबित होने जा रही है। इससे यात्रा के समय में कमी आएगी, जिससे लोग तेजी से एक शहर से दूसरे शहर पहुंच सकेंगे। इसके अलावा, इस एक्सप्रेसवे का निर्माण राज्य के व्यापार और उद्योग को भी बढ़ावा देगा। तेज़ यात्रा के कारण व्यापारियों को अपने उत्पादों को समय पर विभिन्न स्थानों तक पहुंचाने में आसानी होगी, जिससे उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला में सुधार होगा। इसके साथ ही, इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। व्यापार, उद्योग, कृषि और पर्यटन क्षेत्र में नई संभावनाएं उत्पन्न होंगी, और रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। इस एक्सप्रेसवे से उन लोगों को भी लाभ होगा, जो रोज़ाना इन शहरों के बीच यात्रा करते हैं। आखिरकार, आगरा-अलीगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे एक ऐसी परियोजना है जो राज्य के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर को नया आयाम देगी। यह यूपी के विकास में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है, और आने वाले समय में राज्य के नागरिकों के लिए नई उम्मीदें और अवसर लेकर आएगा। इस परियोजना से न सिर्फ यात्रियों को बल्कि व्यापार, उद्योग, और सभी नागरिकों को बड़े लाभ मिलेंगे।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।