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यूरिया, डीएपी और MOP को मिलाकर डालने से फसल पर क्या होता है असर, जानिए इस रिपोर्ट में।

यूरिया, डीएपी और MOP को मिलाकर डालने से फसल पर क्या होता है असर, जानिए इस रिपोर्ट में।
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यूरिया, डीएपी और MOP को मिलाकर डालने से फसल पर क्या होता है असर, जानिए इस रिपोर्ट में।

किसान भाइयों, कृषि के क्षेत्र में सही उर्वरकों का चुनाव और उनका सही तरीके से प्रयोग करना, किसी भी किसान के लिए सफलता की कुंजी है। पौधों के लिए उर्वरक वह पोषक तत्व होते हैं, जो पौधों के सही विकास के लिए आवश्यक होते हैं। कृषि में उर्वरकों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम की कमी को पूरा करने के लिए किया जाता है। इन तीन प्रमुख पोषक तत्वों को देने के लिए आमतौर पर यूरिया, डीएपी और एमओपी का प्रयोग किया जाता है। लेकिन क्या इन तीनों उर्वरकों को एक साथ मिलाकर फसल में डाला जा सकता है? इन उर्वरकों का मिलाकर प्रयोग किसानों के मन में कई सवाल खड़े कर सकता है, जैसे क्या इन्हें एक साथ मिलाकर डालने से कोई नकारात्मक प्रभाव होगा? क्या इससे पौधों को मिल रहे पोषक तत्वों की उपलब्धता पर असर पड़ेगा? या फिर इनका एक साथ मिलना फसल के लिए फायदेमंद होता है? इस रिपोर्ट में, हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि यूरिया, डीएपी और एमओपी को मिलाकर खेतों में डालने से नेगेटिव या पॉजिटिव क्या प्रभाव पड़ता है। और इसके द्वारा पौधों को किस प्रकार के पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। इसके अलावा, हम यह भी जानेंगे कि इन उर्वरकों के मिश्रण से कौन सी रासायनिक प्रतिक्रियाएं होती हैं और क्या इनमें से कोई प्रतिक्रिया ऐसी हो सकती है जो पौधों के लिए नुकसानदेह हो सकती है। तो चलिए इन सब बातों को विस्तारपूर्वक समझने के लिए पढ़ते हैं आज की यह रिपोर्ट।

यूरिया, डीएपी और एमओपी का मिश्रण

साथियों, किसी भी किसान के लिए यह समझना बहुत जरूरी है कि जब यूरिया, डीएपी और एमओपी को एक साथ मिलाकर खेतों में डाला जाता है, तो इसका पौधों पर क्या असर पड़ता है। यूरिया, डीएपी और एमओपी तीनों ही फसलों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण उर्वरक हैं, जो मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए इस्तेमाल होते हैं। इन उर्वरकों में अलग-अलग पोषक तत्व होते हैं, जो पौधों की समग्र वृद्धि के लिए जरूरी होते हैं। इनमें यूरिया (Urea) मुख्य रूप से नाइट्रोजन का स्रोत होता है, जो पौधों की पत्तियों और तनों की वृद्धि के लिए बेहद आवश्यक होता है। यूरिया पानी में घुलकर अमोनियम (Ammonium) और नाइट्रेट (Nitrate) बनाता है, जो पौधों द्वारा अवशोषित होते हैं। वहीं दूसरी ओर डीएपी (DAP), जो डाइ-एमोनियम फास्फेट (Di-ammonium Phosphate) के नाम से भी जाना जाता है, डीएपी पौधों को फास्फोरस (Phosphorus) प्रदान करता है, जो जड़ों की वृद्धि और फूलों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। डीएपी पानी में घुलकर अमोनियम और फास्फेट का निर्माण करता है, जो पौधों के लिए उपयोगी होते हैं। अगर हम एमओपी (MOP), म्यूरेट ऑफ पोटाश (Muriate of Potash) की बात करें तो यह पोटेशियम का मुख्य स्रोत है। यह पौधों को पोटेशियम (Potassium) और क्लोराइड (Chloride) प्रदान करता है। पोटेशियम पौधों को रोगों से लड़ने की क्षमता और जल की कमी से बचने में मदद करता है। लेकिन जब हम इन तीनों उर्वरकों को एक साथ मिलाते हैं, तो यह सुनिश्चित करना जरूरी होता है कि इनमें से कोई भी रासायनिक प्रतिक्रिया न हो, जिससे पौधों को पोषक तत्वों की उपलब्धता में कोई कमी आए। हम आपको बता दें कि रासायनिक प्रतिक्रिया वह प्रक्रिया होती है, जिसमें दो या दो से अधिक रासायनिक तत्व मिलकर नए यौगिक (Compound) का निर्माण करते हैं। यूरिया, डीएपी और एमओपी में ऐसी कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है जो पौधों के लिए हानिकारक हो।जिंक (Zinc) और फास्फोरस (Phosphorus) जैसे तत्वों का आपस में मिलकर रासायनिक प्रतिक्रिया करना ठीक नहीं माना जाता, क्योंकि इससे दोनों तत्वों की घुलनशीलता कम हो जाती है, और पौधों तक इनकी पहुंच नहीं हो पाती। लेकिन यूरिया, डीएपी और एमओपी के मिश्रण में ऐसा कोई रिएक्शन नहीं होता। इनकी संरचना अलग-अलग होती है, और इनका आपस में मिलकर कोई ऐसा यौगिक नहीं बनता जो पौधों के लिए अवशोषित होने में मुश्किल पैदा करे।इसका मतलब यह है कि जब हम यूरिया, डीएपी और एमओपी को मिलाकर खेतों में डालते हैं, तो इनका सभी पोषक तत्व पानी में घुलकर मिट्टी में मौजूद पौधों की जड़ों द्वारा आसानी से अवशोषित हो जाते हैं, जिससे फसल की वृद्धि में कोई रुकावट नहीं आती।

मिश्रित छिड़काव का प्रभाव

किसान साथियों, जब इन तीनों उर्वरकों को सही तरीके से खेतों में डाला जाता है, तो यह पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं। यूरिया पौधों को नाइट्रोजन का स्रोत प्रदान करता है, जो पत्तियों और तनों की वृद्धि के लिए आवश्यक है। नाइट्रोजन पौधों के लिए सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है और यह उनके हरे रंग को बनाए रखने में भी मदद करता है।डीएपी (DAP) पौधों को फास्फोरस प्रदान करता है, जो जड़ों की वृद्धि और फूलों के विकास के लिए जरूरी है। फास्फोरस की कमी से पौधे कमजोर और बीमार हो सकते हैं, और उनकी फलन क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।एमओपी (MOP) पोटेशियम का अच्छा स्रोत है, जो पौधों को जल की कमी से बचाता है, साथ ही पोटेशियम रोगों से लड़ने की क्षमता भी बढ़ाता है। पोटेशियम पौधों की कोशिकाओं में पानी का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है, जिससे पौधे स्वस्थ रहते हैं।

मिश्रण में नमी का महत्व

किसान भाइयों, आपको यह ध्यान रखना आवश्यक है कि जब आप यूरिया, डीएपी और एमओपी को मिलाकर रखते हैं, तो इनका मिश्रण सूखा होना चाहिए। यूरिया में नमी को अवशोषित करने की क्षमता होती है, और अगर इसमें नमी आ जाती है, तो यह ढेले बना सकता है। ढेले बनने से खाद का वितरण खेत में समान रूप से नहीं हो पाता, जिससे पौधों को पोषक तत्वों की समान मात्रा नहीं मिल पाती। और ढेले बनने पर उर्वरक में मौजूद पोषक तत्वों की ताकत भी कम हो जाती है। इसलिए, यूरिया को मिलाकर रखने से पहले यह सुनिश्चित करें कि यह सूखा हो, और मिश्रण को तैयार करने के बाद जल्द से जल्द खेत में डालें।

बुवाई के समय उपयोग

किसान भाइयों, इन उर्वरकों का सर्वोत्तम प्रयोग बुवाई के समय होता है। जब आप इन्हें बुवाई के समय मिट्टी में मिलाकर डालते हैं, तो पौधों को आवश्यक पोषक तत्व पहले से ही मिल जाते हैं, और उनकी प्रारंभिक वृद्धि अच्छी होती है। अगर आप इन्हें खड़ी फसल में डालते हैं, तो फास्फोरस और पोटेशियम की उपलब्धता कम हो सकती है, क्योंकि ये दोनों तत्व पानी में घुलनशील नहीं होते और खड़ी फसल में छिड़काव करने पर ऊपर मिट्टी में ही पड़े रहते हैं जिसके कारण इनकी मात्रा पौधों को प्राप्त नहीं हो पाती। अगर किसी कारणवश बुवाई के समय उर्वरक न डाल पाए हों, तो पहले सिंचाई के साथ इन्हें डालें, ताकि ये जड़ों तक पहुंच सकें।

नोट: रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इंटरनेट पर मौजूद सार्वजनिक स्रोतों से इकट्ठा की गई है। संबंधित किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।

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