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मिट्टी को उपजाऊ बनाने का सरल और देशी तरीका | बंजर जमीन पर भी होगी तगड़ी खेती

मिट्टी को उपजाऊ बनाने का सरल और देशी तरीका | बंजर जमीन पर भी होगी तगड़ी खेती
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किसान साथियों मिट्टी खेती का आधार है, और इसकी उर्वरता फसल की गुणवत्ता और पैदावार को सीधा प्रभावित करती है। लेकिन रासायनिक खादों और गलत तकनीकों के अत्यधिक उपयोग के कारण आजकल मिट्टी की उर्वरकता तेजी से घट रही है। जब मिट्टी अपने पोषक तत्व खो देती है, तो वह बंजर हो जाती है और फसल और उसके उत्पादन पर बुरा असर पड़ता है।

मिट्टी बंजर होने की वजह

मिट्टी के बंजर होने के कई कारण हैं, जिनमें रासायनिक खादों का अत्यधिक उपयोग, जैविक पदार्थों की कमी, अत्यधिक जुताई और पानी का गलत प्रबंधन शामिल हैं। रासायनिक खादों से शुरुआत में लाभ होता है, लेकिन धीरे-धीरे यह मिट्टी के पोषक तत्वों को खत्म कर देती है। इसके अलावा, तेज बारिश और हवा के कारण मिट्टी का ऊपरी उपजाऊ हिस्सा बह जाता है। मोनोक्रॉपिंग, यानी एक ही फसल बार-बार लगाना, भी मिट्टी के पोषक तत्व खत्म करने का एक बड़ा कारण है।

मिट्टी को उपजाऊ कैसे बनाए

मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए जैविक खाद का उपयोग सबसे असरदार तरीका है। गोबर की खाद, केंचुआ खाद और हरे कचरे से बनी खाद से मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है। खेत की जुताई कम करें और पानी का सही प्रबंधन करें। फसल के आसपास पुआल और पत्तियां बिछाने से नमी बनी रहती है और मिट्टी कटाव से बचती है। हरी खाद, जैसे मूंग और ढैंचा, उगाकर मिट्टी में मिलाने से नाइट्रोजन की कमी पूरी होती है।

फसल विविधीकरण और मिट्टी की जांच

फसल विविधीकरण से मिट्टी को नई ऊर्जा और पोषक तत्व मिलते हैं। एक ही फसल बार-बार लगाने के बजाय अलग-अलग फसलें उगाने से मिट्टी की सेहत में सुधार होता है। साथ ही, मिट्टी की जांच कराकर उसमें पोषक तत्वों की कमी का पता लगाया जा सकता है। इसके बाद विशेषज्ञ की सलाह से सही खाद और फसल का चुनाव करना चाहिए।

अन्य जैविक तरीके

रासायनिक पेस्टिसाइड्स की जगह जैविक पेस्टिसाइड्स का उपयोग करना मिट्टी के लिए फायदेमंद है। नीम, गोबर और हड्डी के चूर्ण का मिश्रण मिट्टी में पोषक तत्व बढ़ाता है और पेस्ट नियंत्रण में मदद करता है। मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़ाने के लिए जैविक सामग्री का उपयोग करना जरूरी है। सूक्ष्मजीव मिट्टी की उर्वरता बनाए रखते हैं और फसल उत्पादन को बढ़ावा देते हैं।

नोट: रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इंटरनेट पर उपलब्ध सार्वजनिक स्रोतों से एकत्रित की गई है। किसान भाई किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।