1082 करोड़ की लागत से बनेगा यह 6 लेन हाईवे | जमीनों के रेट छूऐंगे आसमान
दोस्तों, बिहार में बनने जा रहा ग्रीनफील्ड कॉरिडोर राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल राज्य के आर्थिक विकास को गति देगा बल्कि सामाजिक परिवर्तन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस परियोजना से राज्य की आधारभूत संरचना मजबूत होगी, यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलेगी और आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। आमस-दरभंगा राजमार्ग के चौड़ीकरण के लिए केंद्र सरकार ने 1082 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। राष्ट्रीय राजमार्ग 119डी को रामनगर से कच्ची दरगाह तक 6 लेन का एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनाया जाएगा, जो मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग-31 का विस्तार होगा। यह सड़क लगभग 12.60 किलोमीटर लंबी होगी। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस महत्वपूर्ण परियोजना की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है। यह परियोजना भारत माला परियोजना का हिस्सा है और क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस नए कॉरिडोर के बनने से लोगों को यात्रा में सुविधा होगी और क्षेत्र का समग्र विकास होगा।
देश के पूर्वी भाग में परिवहन के क्षेत्र में होगा बदलाव
साथियो आमस-दरभंगा परियोजना, जो कि भारत माला परियोजना का हिस्सा है, देश के पूर्वी भाग में परिवहन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली है। यह परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग आर्थिक कॉरिडोर-02, नया एचएच-19 और राष्ट्रीय राजमार्ग-57 से सीधे जुड़ेगी, जिससे माल ढुलाई और यातायात की दक्षता में उल्लेखनीय सुधार होगा। 2024 में शुरू हुई इस महत्वाकांक्षी परियोजना का निर्माण कार्य जेसीबी, पोपलेन, ट्रैक्टर जैसी निर्माण कंपनियों के साथ-साथ इंजीनियरों और अन्य कर्मचारियों की मेहनत से दिन-रात जारी है। यह सड़क आमस से दरभंगा एयरपोर्ट तक बनाई जा रही है और इसके पूरा होने से शहरी क्षेत्रों में जाम की समस्या से निजात मिलेगी। यह परियोजना न केवल यातायात को सुगम बनाएगी बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी गति देगी।
बिहार के सात जिलों से गुजरेगा आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे
बिहार में आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे का उद्घाटन होने जा रहा है, जिससे राज्य के विकास को नई गति मिलेगी। यह एक्सप्रेसवे गया, औरंगाबाद, पटना और दरभंगा जैसे प्रमुख शहरों को जोड़कर राज्य के उत्तर और दक्षिण भागों को आपस में जोड़ेगा। इस 189 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के बनने से पटना और दरभंगा के बीच की यात्रा का समय चार घंटे कम हो जाएगा। इससे न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी बल्कि क्षेत्र में व्यापार, उद्योग और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे राज्य का आर्थिक विकास होगा।
आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे रतमाला परियोजना के तहत बनाया जायेगा
आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे, जो भारतमाला परियोजना के तहत बनाया जा रहा है, एक्सेस-नियंत्रित डिजाइन पर आधारित होगा। इसका अर्थ है कि इस राजमार्ग पर यातायात को सीमित स्थानों से ही प्रवेश और निकास की अनुमति होगी। यह डिजाइन न केवल यातायात को सुचारू बनाएगा बल्कि सड़क दुर्घटनाओं के खतरे को भी कम करेगा। इस परियोजना के पूरा होने के बाद राज्य की परिवहन व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार होने की उम्मीद है। निर्माण कंपनी एक विशाल सड़क परियोजना पर काम कर रही है। यह सड़क 189 किलोमीटर लंबी और दो सौ फीट चौड़ी होगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने के लिए पांच हजार करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। कार्य को सुगम बनाने के लिए, इस परियोजना को चार भागों में विभाजित किया गया है। इनमें से तीन भागों का निर्माण मेधा कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जाएगा, जबकि शेष एक भाग का निर्माण रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जाएगा।
सड़के जोड़ेगी जाएँगी शहरो से
भारतमाला परियोजना के तहत शहर को बेहतर कनेक्टिविटी मिलने जा रही है। आमस-औरंगाबाद एनएच-119डी लहेरियासराय-बहेड़ी मुख्य सड़क पर बहादुरपुर प्रखंड के देकुली मोड़ के पास शहर को भारतमाला परियोजना के माध्यम से जोड़ा जाएगा। यह सड़क आगे चलकर एनएच-57 से जुड़ जाएगी। इसके अलावा, एम्स के लिए एक फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा जो शोभन के पास एनएच 322 एकमी घाट के पास शहर को जोड़ेगा। यह सड़क एनएच 119डी डीलाही के निकट भी शहर को जोड़ सकेगी। साथ ही, दरभंगा-बहेड़ी-रोसड़ा एनएच-527 भी एनएच-119डी से जुड़ती है। इन तीनों सड़कों के माध्यम से शहर को एनएच-57 से तीन तरफ से जोड़ा जाएगा, जिससे शहर की कनेक्टिविटी में काफी सुधार होगा।
जल्द ही दक्षिण और उत्तर में संपर्क होगा आसान
यह सड़क परियोजना उत्तर और दक्षिण के लोगों के बीच संपर्क को सुगम बनाएगी। औरंगाबाद से आमस-दरभंगा एनएच होते हुए पूर्णिया तक पहुंचना आसान हो जाएगा, जिससे दो अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों के बीच यात्रा करना सुविधाजनक होगा। इसके अतिरिक्त, एनएच-77 से हाजीपुर-मुजफ्फरपुर होते हुए सोनबरसा तक एक सीधा मार्ग भी बनाया जाएगा, जिससे मधेपुरा या सहरसा जाना आसान हो जाएगा। एनएच-80 भागलपुर से मुंगेर होते हुए झारखंड तक पहुंचने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।