US से चीन को एक्सपोर्ट पर नई ड्यूटी दरें: टैरिफ वॉर का सीधा असर प्रमुख कृषि उत्पादों पर
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो, अमेरिका-चीन टैरिफ युद्ध अब सीधे कृषि निर्यात पर वार कर रहा है। चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर जिन नए टैरिफ की घोषणा की है, इनमें प्रमुख खाद्य फसलें शामिल हैं। इससे न केवल अंतरराष्ट्रीय बाज़ार अस्थिर हो रहे हैं, बल्कि अमेरिका के लिए भी बड़ा झटका है क्योंकि यह उत्पाद चीन को बड़े पैमाने पर निर्यात किए जाते हैं।
1. सोयाबीन (Soybeans)
▪️ US से चीन को निर्यात रैंकिंग: 1st
▪️ वार्षिक निर्यात मूल्य: 12.84 बिलियन डॉलर
▪️ नई टैरिफ दर: 44%
सोयाबीन अमेरिका का चीन को सबसे प्रमुख निर्यात है। अब 44% टैरिफ लगने के बाद इसकी प्रतिस्पर्धात्मकता में भारी गिरावट आ सकती है। भारत में सोयाबीन और सोयामील के भाव पिट रहे हैं इसलिए हो सकता है कि डिमांड भारत की तरफ मुड़े।
2. ज्वार (Sorghum)
▪️ US से चीन को निर्यात रैंकिंग: 1st
▪️ वार्षिक निर्यात मूल्य: 1 बिलियन डॉलर
▪️ नई टैरिफ दर: 44%
ज्वार भी चीन का प्रमुख अमेरिकी कृषि आयात रहा है। इस पर समान दर से टैरिफ लगने से चीन में पशु चारे की लागत बढ़ सकती है।
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3. गेहूं (Wheat)
▪️ US से चीन को निर्यात रैंकिंग: 4th
▪️ वार्षिक निर्यात मूल्य: 482 मिलियन डॉलर
▪️ नई टैरिफ दर: 49%
गेहूं पर लगभग 50% ड्यूटी लगाकर चीन ने स्पष्ट संकेत दे दिया है कि यह टैरिफ वॉर केवल मुख्य उत्पादों तक सीमित नहीं है।
4. मक्का (Corn)
▪️ US से चीन को निर्यात रैंकिंग: 8th
▪️ वार्षिक निर्यात मूल्य: 328 मिलियन डॉलर
▪️ नई टैरिफ दर: 49%
कॉर्न पर भी भारी टैरिफ से अमेरिकी फीड इंडस्ट्री को बड़ा धक्का लगेगा और चीन विकल्पों की तलाश तेज कर सकता है। भारत एक विकल्प बन सकता है।
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इन टैरिफों से स्पष्ट है कि चीन ने अमेरिका के कृषि निर्यात सेक्टर को निशाना बनाया है। सबसे ज़्यादा असर सोयाबीन पर होगा, जो भारत जैसे अन्य उत्पादकों के लिए अवसर भी बन सकता है। वहीं अमेरिका को अब अन्य बाज़ारों की तलाश करनी होगी, जबकि चीन ब्राज़ील और भारत जैसे विकल्पों की ओर रुख कर सकता है।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।