Movie prime

दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों मे गर्म हवाओं सेकुछ दिनों की राहत| जाने मौसम विभाग ने क्या दी अपडेट

मौसम रिपोर्ट
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले नागरिकों के लिए फिलहाल राहतभरी परिस्थितियाँ बनती दिख रही हैं, क्योंकि मौसम वैज्ञानिकों ने अगले कुछ दिनों तक लू जैसे हालात बनने की संभावना से इनकार किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि वायुमंडलीय स्थिति अभी स्थिर बनी हुई है, जिससे तापमापक पारा औसत स्तर से नीचे रहेगा। तापीय असंतुलन की इस स्थिति में दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी की गति धीमी रहेगी और मौसम अपेक्षाकृत सुसहज प्रतीत होगा। विशेषज्ञों के अनुसार, इस अस्थायी संतुलन का श्रेय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव, हवा में उपस्थित आर्द्रता, और बीते दिनों में दर्ज की गई व्यापक वर्षा को दिया जा सकता है, जिसने ऊष्मा के तीव्र प्रसार को रोकने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सोमवार को बारिश संग झोंकों का पूर्वानुमान

मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो सप्ताह के पहले दिन आसमान से हल्की राहत मिलने के संकेत हैं। संस्थान द्वारा जारी चेतावनी में बताया गया है कि सोमवार को दिल्ली में तीव्र गतिशील वायुप्रवाह के साथ-साथ अल्पवर्षा की संभावना बनी हुई है, जिसे लेकर विभाग ने 'पीला संकेत' घोषित किया है। आकलन के अनुसार, दिनभर आकाश में बादलों की परत बिछी रह सकती है, जिसके बीच कहीं-कहीं नमीयुक्त बूँदें धरती से टकरा सकती हैं। साथ ही, हवाओं की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुँच सकती है, जिससे वातावरण में सिहरन उत्पन्न होने की आशंका जताई जा रही है। ये परिघटना न केवल तापमान को नियंत्रित रखने में मदद करेगी, बल्कि गर्मी के प्रभाव को भी सीमित रखेगी।

रविवार की स्थिति

सप्ताहांत के दिन राजधानी में सुबह से ही सूरज की किरणें तीव्रता से फैलने लगीं थीं, मगर बीच-बीच में आकाश में तैरते धूसर बादलों ने तेज तपिश को रोकने का काम किया। इस मिश्रित मौसम के कारण प्रकाश और ताप का संतुलन बना रहा, जिससे लोगों को दिनभर बाहर निकलने में अधिक कठिनाई का अनुभव नहीं हुआ। मुख्य वेधशाला सफदरजंग में दर्ज आँकड़ों के मुताबिक, अधिकतम तापमान 36 डिग्री रहा, जो सामान्य के मुकाबले 3.3 डिग्री कम था। वहीं, न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री मापा गया, जो भी औसत से नीचे रहा। हवा में आर्द्रता का स्तर सुबह 87 प्रतिशत से गिरकर शाम तक 41 प्रतिशत तक पहुँच गया, जिससे उमस कम महसूस की गई।

वायुप्रदूषण की स्थिति बनी चिंताजनक

जहाँ एक ओर तापमान में नरमी लोगों के लिए राहत लेकर आई, वहीं दूसरी ओर वायुगुणवत्ता ने फिर से चिंता में डाल दिया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण संस्था द्वारा शाम 4 बजे जो आँकड़े जारी किए गए, उनके अनुसार दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 232 तक पहुँच गया। यह मापदंड ‘खराब’ स्थिति की श्रेणी में आता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। सूचकांक प्रणाली के अनुसार, 0 से 50 के बीच की स्थिति ‘अच्छी’ मानी जाती है, 51 से 100 ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 ‘गंभीर’ के अंतर्गत आती है। विशेषज्ञों का कहना है कि सतह के निकट मौजूद कणों और गैसों का मिश्रण, और मौसमी चक्र की स्थिरता इसके लिए ज़िम्मेदार हो सकते हैं।

मई में बारिश ने तोड़ा वर्षों पुराना रिकॉर्ड

शुक्रवार की रात राजधानी ने एक ऐतिहासिक प्राकृतिक घटना का साक्षात्कार किया जब मात्र छह घंटों में भारी वर्षा ने पुराने आँकड़ों को पीछे छोड़ दिया। मौसम विभाग के आँकड़ों के अनुसार, सफदरजंग केंद्र पर रात 2:30 से सुबह 8:30 बजे के बीच 77 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो कि मई महीने में अब तक की दूसरी सबसे अधिक वर्षा रही। यह आँकड़ा 1901 से अब तक के दर्ज मौसम रिकॉर्ड्स में ऐतिहासिक महत्व रखता है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता, बंगाल की खाड़ी से आई नमी और सतही दबाव प्रणाली के तालमेल से इस भारी बारिश की स्थिति उत्पन्न हुई। इस अप्रत्याशित वर्षा से तापमान गिरा और मिट्टी में नमी बढ़ी, जिससे खेती-बाड़ी के लिए भी लाभकारी स्थिति बनी।

सोर्स मौसम विभाग 

👉 चावल के रियल टाइम में भाव और चावल व्यापार के लिए एप डाउनलोड करें

👉 सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540*

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।