2024-25 खरीफ मार्केटिंग सीजन में नैफेड की रिकॉर्ड खरीद और सोयाबीन बाजार पर प्रभाव
नैफेड द्वारा सोयाबीन की रिकॉर्ड खरीद
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों साल 2024-2025 में ज्यादातर समय सोयाबीन के भाव MSP के नीचे ही रहे हैं। सरकार ने इस साल MSP पर सोयाबीन की भारी खरीद की है, लेकिन बावजूद इसके बाजार में कोई तेजी नहीं बनी। किसानों को अभी तक MSP के ऊपर के रेट नहीं मिले हैं। आंकड़ों को देखें तो साल 2024-25 के खरीफ मार्केटिंग सीजन में नैफेड ने देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों से 14.72 लाख टन सोयाबीन की रिकॉर्ड खरीद की है। इस खरीद में महाराष्ट्र (8,36,741 टन), मध्य प्रदेश (3,88,796 टन), राजस्थान (98,867 टन), गुजरात (48,055 टन), तेलंगाना (81,122 टन), और कर्नाटक (18,200 टन) जैसे राज्यों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। सरकारी क्रय केन्द्रों पर अपना उत्पाद बेचने में जो किसान सफल रहे, उन्हें तो समर्थन मूल्य मिला, लेकिन अधिकांश किसानों को बाजार में भाव की गिरावट के कारण नुकसान का सामना करना पड़ा। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में टेरीफ़ वार के चलते पिछले दिनों चीन की डिमांड निकलने की उम्मीद में बाजार ऊपर की तरफ जरूर गए थे लेकिन फिर से नाफेड द्वारा सोयाबीन की बिक्री की खबर के चलते बाजार फिर से नीचे आने लगे हैं । इस समय सोयाबीन का बाजार 4400 से 4650 की रेंज में घूम रहा है।
सिर्फ ₹ 500 में 6 महीने तक रोज़ाना धान, चावल, सरसों, सोयाबीन और चना के लाइव भाव पाएँ। सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540* ध्यान दें दोस्तों सिर्फ भाव पूछने के लिए कॉल/मैसेज न करें। धन्यवाद 🙏😊
मूंगफली की भी रिकॉर्ड खरीद
सोयाबीन के साथ-साथ, नैफेड ने इस सीजन में मूंगफली की भी रिकॉर्ड खरीद की है। 14,43,209 टन मूंगफली की खरीद की गई, जिसमें गुजरात (9,22,669 टन), राजस्थान (4,38,886 टन), उत्तर प्रदेश (79,601 टन), और कर्नाटक (2054 टन) प्रमुख राज्य रहे।
नैफेड का सोयाबीन की बिक्री को लेकर क्या है स्थिति
नैफेड ने राजस्थान में अपने स्टॉक से मूंगफली की नीलामी बिक्री शुरू कर दी है। हालांकि, उद्योग संगठनों के मजबूत आग्रह के बाद, सोयाबीन का स्टॉक खुले बाजार में उतारने का निर्णय फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। अगर सरकारी स्टॉक बाजार में उतरेगा, तो सोयाबीन के भाव और गिर सकते हैं, जिससे अगले सीजन की बिजाई पर भी असर पड़ सकता है।
सिर्फ ₹ 500 में 6 महीने तक रोज़ाना धान, चावल, सरसों, सोयाबीन और चना के लाइव भाव पाएँ। सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540* ध्यान दें दोस्तों सिर्फ भाव पूछने के लिए कॉल/मैसेज न करें। धन्यवाद 🙏😊
सूरजमुखी की खरीद
बात सूरजमुखी की खरीद की की जाए तो सरकार ने नैफेड के माध्यम से कर्नाटक में 3272 टन सूरजमुखी खरीदी, जिसे ₹7280 प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदा गया।
सरकारी की खरीद नीति का हो सकता है व्यापक असर
सरकारी एजेंसियां किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए कीमतों को स्थिर रखने की कोशिश कर रही हैं। अगर सोयाबीन का देखें तो सरकार ने किसानों के हित को देखते हुए पिछले दिनों आयात शुल्क में वृद्धि की थी लेकिन उसका कोई बड़ा असर देखने को नहीं मिला। इसके अलावा सरकार ने सोयाबीन की व्यापक खरीद करके भी किसानों को सही भाव दिलाने की कोशिश की है। इसका भी अभी तक कोई बड़ा असर बाजार पर नहीं दिखा है । हालांकि, अगर सरकार अब खुले बाजार में सस्ते भाव पर सोयाबीन बेचने का ऐलान करती है तो इससे सोयाबीन और अन्य तिलहनों के भाव में गिरावट या सकती है और इस की वजह से आगामी सीजन में बिजाई पर असर पड़ सकता है। किसानों को इस स्थिति में सतर्क रहकर फैसले लेने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी तरह के संभावित नुकसान से बचा जा सके।
👉 चावल के रियल टाइम में भाव और चावल व्यापार के लिए एप डाउनलोड करें
👉 सिर्फ सर्विस लेने वाले ही *WhatsApp करें – 9729757540*
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।