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धान रखा हुआ है तो ये रिपोर्ट देखना जरूरी है, धान के किसानों के लिए जरुरी रिपोर्ट

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किसान साथियो ज्यादा दिनों की बात नहीं हुई जब ऐसा लग रहा था कि बासमती की तेजी रुकने वाली नहीं है। और ऐसा प्रतीत हो रहा था कि जल्दी ही 1121, 1718 आदि धान के भाव 5000 को पार कर जाएंगे। लेकिन साथियो मंडी भाव टुडे पर हमने पहले ही बता दिया था कि जल्दी ही धान के भाव पर आवक का प्रेशर देखने को मिलेगा। इसलिए हम कई दिन से कह रहे थे कि भाव अच्छे हैं यहां पर आप अपना माल निकाल सकते हैं। लेकिन दिक्कत यह है कि यूट्यूब और सोशल मीडिया पर हर कोई धान पर ज्ञान दे रहा है। मंदी होने पर भी तूफानी तेजी बता रहे हैं। और ये सब लोग किसान साथियो को भ्रमित कर देते हैं। इसलिए आपको झूठी बातों से बचना है और सही जानकारी प्राप्त करके सही समय पर सही निर्णय लेना है। इसलिए मंडी भाव टुडे पर हम सरसों, धान और ग्वार की रिपोर्ट लेकर आते हैं ताकि आपको सही निर्णय लेने में सहायता मिल सके। इस रिपोर्ट में हम धान के भाव को लेकर बन रही सम्भावनाओं का विश्लेषण करेंगे।  WhatsApp पे भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

क्या है माहौल
किसान साथियो कुछ दिनों से धान के भाव में चल रही तेजी को देखकर यूपी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश की मंडियों में प्रतिस्पर्धात्मक धान की खरीद चलने से भाव में आग सी लग गई थी। लेकिन अब धान की आवक बढ़ने के साथ-साथ मुनाफावसूली की बिकवाली आने से धान के भाव अपने टॉप भाव से 200/300 रुपए गिर चुके हैं है। चावल के भाव में भी 500/700 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है।

सीज़न की क्या है चाल
किसान साथियो जैसा कि आप सबको पता है कि अक्टूबर की बेमौसमी बरसात से बासमती धान की फ़सल को नुकसान हुआ था। जानकारों का कहना है कि इस बार धान का बुवाई का रकबा 22-23 प्रतिशत के करीब बढ़ा हुआ है। इसलिए तेजी टिकाऊ रहने में संदेह व्यक्त पहले ही किया गया था। बेमौसम बरसात के कारण धान की कटाई लेट हो गई। इसका बड़ा असर यह हुआ कि सीज़न की शुरुआत से ही धान की आपूर्ति में कमी होने लगी। आवक में कमी को देखते हुए स्टॉकिस्ट एवं राइस मिल वाले दोनों एक साथ खरीद करने लगे, जिससे बाजारों की तेजी और बढ़ गई । बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि इस साल कारोबारियों ने प्रतिस्पर्धात्मक खरीद करके सभी तरह के धान के भाव अनाप-शनाप तेज कर दिए हैं। इस सीज़न में धान 1121 के भाव 4200/4550 रुपए एवं 1509 धान के भाव 3700/3900 रुपए प्रति क्विंटल तक का टॉप भाव दिखा चुके हैं। बासमती धान के ताजा भाव | Basmati Paddy Rate Today 22 November 22

धान में 300 रुपये की गिरावट
पिछले 3 दिन से धान में कमजोरी का माहौल बना हुआ है। मंडियां धान से खचाखच भरी हुई हैं। इन 3 दिनों से मंडियों में धान की आवक 30-32 प्रतिशत बढ़ जाने से धान के भाव 200/300 रुपए प्रति क्विंटल लुढ़क चुके हैं। जिन मंडियों मे 1121 के भाव 4550 तक चल रहे थे अब वहाँ 4250 के भाव चल रहे हैं। समान तरह की गिरावट सभी मंडियों मे देखने को मिली है। हालांकि मंगलवार को भाव थोड़े से स्थिर होते नजर जरूर आए। लेकिन खरीददारों के मूड को देखते हुए ओवर ऑल माहौल कमजोर ही लग रहा है। धान के भाव 50 से 100 रुपए प्रति क्विंटल और दब सकते हैं। सरसो का इशारा तेजी की तरफ देखे आज के ताजा मंडी भाव 22 नवंबर 2022

धान मे अब आगे क्या
किसान साथियो पिछला स्टॉक ना होने के कारण धान में किसी बड़े मंदे की गुंजाईश तो कम है लेकिन आगे थोड़े बहुत और मंदे का अंदेशा दिखाई दे रहा है। क्योंकि निर्यातकों का माल भी बंदरगाहों से लेकर दिल्ली-एनसीआर के गोदामों में स्टॉक हो चुका हैं। इधर हाजिर मंडियों के कारोबारी भी धान तथा चावल दोनों की खरीद लगातार कर रहे हैं, और इनके द्वारा भी काफी माल स्टॉक किया जा चुका है। चावल के भाव की बात करें तो 1121 स्टीम क्वालिटी के भाव जो कि 9000 रुपये प्रति क्विंटल का लेवल पार कर गए थे अब यह 500 रुपये प्रति क्विंटल तक गिरकर 8500 तक आ चुका है। 1718 स्टीम भी 400 रुपये तक गिर चुका है। बासमती 30 को छोड़कर अन्य सभी वैरायटी मे लगभग इतनी ही गिरावट हो चुकी है। धान के ऊंचे भाव के बावजूद आवक बढ़ने से राइस मिलें घटाकर बेचने लगी हैं। बाजारों में भी मुनाफावसूली की बिकवाली आने लगी है। ग्वार हुआ 7000 के पार | अब आगे क्या? ग्वार की सबसे सटीक तेजी मंदी रिपोर्ट

रोके या बेचे
किसान साथियो धान 1121, 1718 और 1401 सहित सभी तरह के धान की अब तेजी से आवक बढ़ने लगी है तथा एक सप्ताह के अंतराल में सभी मंडियों में आवक का दबाव 30 प्रतिशत और बढ़ जाने का की संभावना है, इन परिस्थितियों को देखते हुए वर्तमान में एक बार माल बेचकर मुनाफा ले जाना चाहिए। जिन किसान साथियो को रिस्क लेना है वे माल को होल्ड कर सकते हैं। लेकिन माल को लंबे समय तक होल्ड करके रखना होगा।  पुराना स्टॉक ना होने कर कारण आगे चलकर भाव बढ़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।