खाड़ी देशों में बढ़ी बासमती की डिमांड, क्या और तेज होंगे धान के भाव - ताजा रिपोर्ट
खाड़ी देशों में बढ़ी बासमती की डिमांड, क्या और तेज होंगे धान के भाव - ताजा रिपोर्ट
किसान साथियो धान का सीजन अब धीरे धीरे समाप्ति की ओर बढ़ रहा है लेकिन हमारे कुछ मजबूत किसान साथियो हैं जिन्होंने बासमती को अभी तक बेचा नहीं है। हमारी कोशिश है कि हम उन किसानों को सही समय पर सही जानकारी दें जिससे हमारे किसान साथियो को उनकी फ़सल का टॉप भाव मिल सके। यह रिपोर्ट इसी दिशा हमारी एक कोशिश है। WhatsApp पर भाव पाने के लिए ग्रुप join करे
बासमती की बढ़ रही है डिमांड
किसान साथियो जैसा कि आप सबको पता है कि भारत से बासमती की अलग अलग वैरायटी जैसे 1121, 1509, 1718 और डीबी 1401 आदि पैक होकर मिडल ईस्ट के करीब 22 देशों में निर्यात किए जाते हैं। इनमें सऊदी अरब, ईरान, ईराक, ओमान, अमन, बहरीन, कुवैत भारतीय बासमती के बड़े ग्राहक हैं। पिछले कुछ दिनों से खाड़ी देशों में बासमती चावल की डिमांड बढ़ने से 1121 व मुच्छल 1401 के भाव में काफी उछाल देखने को मिला है। ये भी पढे :-बासमती धान के ताजा भाव | Basmati Paddy Rate Today 17 December 2022
ईरान में हालात सुधरने की उम्मीद
बासमती के बाजार के जानकारों का कहना है कि फिलहाल ईरान के आतंरिक हालात ठीक नहीं चल रहे है। जिसके कारण ईरान से बासमती की डिमांड निकलने में समय लग रहा है। ईरान के हालात ठीक होते ही बासमती की डिमांड बढ़ेगी, जिससे बासमती धान और चावल के भाव में और तेजी आने की संभावना है। देश के जाने-माने एक्सपोर्टर भी इसकी बात पुष्टि करते हैं। बताया तो यह जा रहा है कि दरअसल इस समय ईरान में हिजाब को लेकर आंदोलन चल रहा है इसलिए वहां आतंरिक हालात ठीक नहीं है। जैसे ही वहां हालात ठीक होंगे, ईरान में बासमती चावल की डिमांड बढ़ेगी। तब भारतीय बासमती चावलों के दामों में भी तेजी आएगी। ये भी पढे :-ग्वार जा सकता है 7000 पार जाने वज़ह | ग्वार तेजी मंदी रिपोर्
सिमट रही है बासमती की आवक
किसान साथियो इस सीज़न की बासमती की आवक अब धीरे धीरे सिमटने लगी है। आवक सिमटने के चलते भी भाव में तेजी बनी हुई है। इस बार धान का रकबा कम होने व गोदामों में पिछला स्टॉक न होने के चलते इस बार धान के शुरू से ही तेजी बन गई थी। जो कि अब सीज़न खत्म होने तक भी बनी हुई है। इस सीजन के शुरूआत में धान 1121, 1509 व 1401 के दाम 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल से शुरू हुए थे। नवम्बर में इसके भाव 3500-3600 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास पहुंच गए थे। पिछले दिनों विदेशों में इसकी डिमांड निकलने से बासमती के दामों में वृद्धि होने लगी। नवम्बर अंत तक इसके भाव 4 हजार प्रति क्विंटल पहुंच गए थे। तब यह अनुमान लगाया जा था कि बासमती के दाम अभी और बढ़ेंगे। आज की तारीख में हरियाणा पंजाब की मंडियों में 4400-4500 के भाव आम बात है। और ठीक ऐसा ही देखने को मिला भी है। एक्सपोर्ट कारोबार से जुड़े जानकारों के अनुसार विदेशों में भारतीय बासमती की खूब मांग है, जिस कारण इसके दाम बढ़ने लगे हैं। ये भी पढे :- देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 17 Dec 2022
आज शनिवार को हरियाणा और पंजाब की मुख्य मंडियों में धान 1121 और 1401 के भाव 4500 रुपये प्रति क्विंटल के लेवल को पार कर चुके हैं। तरण तारण मंडी में 1121 के रेट 4600 का स्तर भी छू चुके हैं। परम्परागत बासमती 30 ने तो सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं और भाव 6400 के उपर जा चुके हैं। इस साल वैरायटी वाईज धान के भाव में काफी उथल पुथल देखने को मिल रही है। धान 1401 मुच्छल 1121 को पटखनी देता दिख रहा है। जबकि 1718 धान अभी तक अपनी फॉर्म में नहीं आया है। ये भी पढे :-सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट | सरसों के बाजार की हर खबर | 16 Dec 22
विश्व के 22 देशों में निर्यात होता है बासमती
भारत से से बासमती किस्म का चावल 1121 व डीबी 1401 पैक होकर मिडल ईस्ट के करीब 22 देशों में एक्सपोर्ट होता है। इनमें सऊदी अरब, ईरान, ईराक, ओमान, अमन, बहरीन, कुवैत प्रमुख रूप से शामिल हैं। जानकारों के अनुसार भारत से 40 से 44 लाख टन बासमती चावल एक्सपोर्ट होता है जबकि गैर बासमती चावल का एक्सपोर्ट करीब 2 करोड़ टन है। पूरे विश्व से भारत चावल एक्सपोर्ट करने वालों में सबसे बड़ा देश है। विश्व में एक्सपोर्ट होने वाले चावलों में से भारत की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है जबकि बासमती चावलों के मामले में यह हिस्सेदारी बढ़कर 90 फीसदी तक हो जाती है।
चावलों के दामों में अभी ओर वृद्धि की संभावना : जिंदल
देश के प्रमुख राईस एक्सपोर्टरों में शामिल फतेहाबाद की फर्म जिंदल इंडस्ट्री व जिंदल बासमती इंडिया लिमिटेड के एमडी अजय जिंदल का कहना है कि भारत के चावल उत्पादकों के लिए इस समय गोल्डन पीरियड चल रहा है। कोविड के समय यहां का माल पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह पर रूक गया था। वजह थी खाड़ी देशों में डिमांड कम थी। ऐसे में वहां एक्सपोर्टरों का पैसा भी फंस गया था। 2019 के बाद पहला मौका है जब हालात अच्छे हैं और चावलों की डिमांड और रेट भी अच्छे निकल रहे हैं। चावलों के दामों में अभी और वृद्धि की संभावना है। देखें आज के गेहूं/कनक के लाइव रेट wheat kanak gehu Live Rate Today 17 Dec 2022
रोके या बेचे
किसान साथियो बासमती चावल के भाव पिछले एक हफ्ते से स्थिर चल रहे हैं। जबकि धान के भाव में लगातार तेजी बनी हुई है। ऐसा लगता है कि स्टॉकिस्ट अब मैदान में आ गए हैं। हरियाणा की सरकारी एजेंसी हैफेड भी बासमती की खरीद कर रही है। कुल मिलाकर बासमती के बाजार में यहां से मंदा तो नहीं दिख रहा है लेकिन चावल के भाव का ना बढ़ना शंका को जन्म दे रहा है। हम मानते हैं कि ईरान से बड़ा ऑर्डर मिलने के बाद धान के भाव 200-300 तक और बढ़ सकते हैं लेकिन इसमे काफी अनिश्चितता है। ऐसे में मंडी भाव टुडे का मानना है कि धान के भाव फिलहाल अपने टॉप पर चल रहे हैं। ऐसे में ज्यादा रिस्क ना लेते हुए धान को बेचने के बारे में सोचा जा सकता है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करें