Movie prime

ग्वार के भाव मे बन सकती है धीरे धीरे तेजी | देखे ग्वार कि तेजी मंदी रिपोर्ट

ग्वार के भाव मे बन सकती है धीरे धीरे तेजी | देखे ग्वार कि तेजी मंदी रिपोर्ट
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

ग्वार के भविष्य को लेकर अभी भी किसानों और व्यापारियों में चिंता देखी जा रही है। इस बार ग्वार पर दो बड़े सेमिनार हो चुके हैं। श्रीगंगानगर व ओसियां में हुए सेमिनार में इस साल का कुल उत्पादन औसत 55-60 लाख बोरी का अनुमान सामने आया था लेकिन अब 29 अक्तूबर को जोधपुर में होने वाले सेमिनार में उत्पादन तस्वीर कुछ और साफ होने की संभावना है। श्री राजा पटवा एग्री ग्रुप द्वारा आयोजित होने वाले इस सेमिनार में सटीक विश्लेषण देने के लिए टीम द्वारा सघन सर्वे किया गया है या किया जा रहा है। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

श्री पटवा ने खेत खजाना को बताया कि फसल के समय का बड़ा हिस्सा मौसम प्रतिकूल रहा है। इससे कुल उत्पादन 5 प्रतिशत घट बढ़ के साथ 42 लाख बोरी तक सिमटने का अनुमान है। उनके अनुसार बाड़मेर जैसलमेर 4 लाख बोरी, जिला बीकानेर 8 लाख बोरी, नागौर 3 लाख बोरी, चूरू सीकर शेखावाटी 4 लाख बोरी, नहरी क्षेत्र गंगानगर हनुमानगढ़ हरियाणा में 17 लाख बोरी और गुजरात में 2 लाख बोरी उत्पादन रहने की उम्मीद है।

क्या बड़ सकती है मांग
श्री पटवा ने बताया कि सितंबर 2023 तक 91 लाख क्विंटल की विदेशी मांग थी जो अगले साल 2024 में बढ़ कर एक करोड़ क्विंटल रहना चाहिए। घरेलू मांग इस साल 25 लाख बोरी रही है और आगे भी 25 लाख बोरी से घटने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि घरेलू बाजार में फूड सैगमेंट से लेकर औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन सहित अनेक प्रकार से उपयोग किया जाता है।

भाव मे तेजी कि कितनी है संभावना
श्री पटवा का मानना है कि घरेलू एवं विदेशी मांग 1.25 करोड़ बोरी के आगे 42 लाख बोरी उत्पादन तथा 83 लाख बोरी कैरीफार्वड स्टाक आपूर्ति तंग होने के स्पष्ट संकेत देता है। इसमें से भी 35 लाख बोरी बाजार में नहीं आएगा और कैरीफार्वड में जाएगा। हालांकि 60 लाख क्विंटल ग्वार व गम का पुराना स्टॉक है लेकिन इस के बावजूद 58 लाख बोरी का ग्वार गम शोर्ट पड़ता दिखाई दे रहा है। भाव की दृष्टि से 170 रु के भाव में गम और 75 रु में ग्वार सीड, केवल 25 लाख बोरी ही सीड व गम मिलाकर बाजार में उपलब्ध होगा। क्यों कि नहरी क्षेत्र में अक्तूबर तक 80 प्रतिशत सप्लाई आ जाती है। इसलिए आपूर्ति तंग होने से मार्च 24 तक गम 225 तक पहुंच सकता है। उनका मानना है कि वायदा में 5500 का भाव घटने की संभावना कम है और दिसंबर तक 7500 का लेवल बना सकता है। बाकी व्यापार अपने विवेक से करे

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।