गेहूं के किसान और व्यापारी ये रिपोर्ट जरूर देख लें | गेहूं की तेजी मंदी रिपोर्ट
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों जैसा कि हमने अपनी पिछली रिपोर्ट में बताया था कि गेहूं के भाव 2725 से लेकर 2740 की रेंज में जाकर जम गए हैं। पिछले 1 हफ्ते में बाजार में यही रूझान देखने को मिला। गेहूं का बाजार केवल 10-15 रुपये की सीमित तेजी मंदी में कारोबार करता दिखा। दिल्ली में मिल क्वालिटी गेहूं का भाव 2730 से शुरू होकर मामूली घट बढ़ के बाद 2735 पर बंद हुआ। अगर 1 जून से लेकर अब तक के भावों को देख तो गेहूं का भाव लगभग ₹15 तक गिरा है । कुछ अन्य बाजारों के भाव की बात करें तो दिल्ली की नजफगढ़ मंडी में गेहूं का रेट 2525 नरेला में 2500, राजकोट में 2600, डबरा में 2610 ग्वालियर में 2475 पिपरिया में 2550 जयपुर में 2580 समस्तीपुर में 2610 बुलंदशहर में 2510 मथुरा में 2470 और बीकानेर में 2590 रुपए प्रति क्विंटल का भाव देखा जा रहा है। साथियो इस समय गेहूं का भाव केवल दो घटकों से प्रभावित होता दिख रहा है।
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तो स्टॉक लिमिट और दूसरा OMSS के तहत बिक्री। सरकार ने इस सीजन में समय से पहले ही स्टॉक लिमिट लगा दी है। जिससे बड़े स्टॉकिस्ट माल लेने से हिचक रहे हैं। दूसरी तरफ बाजार में यह चर्चा गर्म है कि सरकार OMSS के तहत बिक्री के लिए रिजर्व भाव 2475 रुपए रख सकती है इसमें किराया था भाड़ा आदि शामिल नहीं है अगर किराया और भाड़ा लगा ले तो 2550 के आसपास के भाव बन सकते हैं। अगर इस भाव को देखें तो ऐसा नहीं लगता कि OMSS के कारण गेहूं के बाजार में कोई बहुत बड़ी कमजोरी आएगी ।
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल गेहूं का रिजर्व प्राइस 2325 रुपए रखा गया था। लेकिन गेहूं की कमी रहने और भाव ऊंचे रहने के कारण बिक्री का सबसे ऊंचा भाव लगभग 3031 प्रति कुंतल तक पहुंच गया था। पिछले साल लगभग 30 लाख जारी किया गया था। अगर इस साल की बात करें तो सरकार ने लगभग 300 लाख टन की खरीद पूरी कर ली है और इस हिसाब से पूरे साल के दौरान 70 से 90 लाख टन गेहूं बिक्री के लिए आवंटित किया जा सकता है। यह जानकारी अनुमान भर है इसलिए पूरी तरह आश्वस्त होने के लिए आपको आधिकारिक सर्कुलर की प्रतीक्षा करनी चाहिए। हाल ही में US डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर यूएसडीए की रिपोर्ट जारी की गई थी जिसमें भारत में गेहूं का अनुमानित उत्पादन 1175 लाख टन बताया गया है खपत को 1125 लाख टन बताया गया है और जबकि अंतिम भंडार को 167 लाख तक बताया गया इसमें 41.5% की जबरदस्त होने की रिपोर्ट है।
गौरतलब है कि भारत सरकार का गेहूं का उत्पादन अनुमान 1154 लाख टन का है। साथियों पूरे बाजार का अध्ययन करने पर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब तक OMSS पर कुछ आधिकारिक निकलकर सामने नहीं आता तब तक गेहूं का बाजार आगे भी निकट भविष्य में सीमित रेंज में ही कारोबार करता नजर आ सकता है। सरकारी बिक्री का डर गेहूं के बाजार के ऊपर की तरफ और गेहूं की संतुलित डिमांड और सप्लाई बाजार को नीचे की तरफ नहीं जाने देगी। लंबी अवधि को देखें तो बाजार मजबूत ही दिख रहा है। व्यापार अपने विवेक से ही करें
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।