Movie prime

इस सीज़न में क्या खुलेंगे 1121 और 1718 के भाव | किस बासमती धान में मिलेंगे सबसे ऊंचे भाव | जाने रिपोर्ट में

इस सीज़न में क्या खुलेंगे 1121 और 1718 के भाव | किस बासमती धान में मिलेंगे सबसे ऊंचे भाव | जाने रिपोर्ट में
WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

किसान साथियों, साल 2023 में बासमती की किसानों को धान के बहुत बढ़िया भाव मिले थे। सीजन की शुरुआत में भाव ठीक ठाक खुले थे लेकिन जैसे जैसे सीज़न आगे बढ़ा धान के भाव इतने तेज हो गए कि पिछले कई सालों के रिकॉर्ड टूट गए । लेकिन नवंबर महीने के बाद से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई झगडे के चलते जहाजों के किराए बढ़ गए और बासमती चावल के भाव धीरे धीरे नीचे आने लगे। वह दिन था और आज का दिन है बासमती धान और चावल के भाव में पूरे साल तक वह जोश नहीं दिखा है जो सीज़न के समय एन दिखा था । बासमती चावल के भाव गिरने के कारण निर्यात तो बढ़िया हुआ लेकिन निर्यातकों को जितना मुनाफा होने की उम्मीद थी उतना मुनाफा नहीं हुआ। ऐसा कहा जा सकता है कि सीज़न के समय ऊंचे भाव पर खरीदा हुआ धान घरेलू व्यापरियों और मिलर्स के गले में फंस गया था। चूंकि अगले महीने से  बासमती धान का नया शुरू होने वाला है और देखने वाली बात यह है कि इस साल व्यापारी और मिलर्स पिछले साल जैसा जोश दिखाएंगे या नहीं। मंडी भाव टुडे बासमती धान के बाजार को ट्रैक करता है और बाजार की सभी जानकारी हम इस रिपोर्ट में आपके सामने रखेंगे जिसके आधार पर आप यह अंदाजा लगा सकेंगे कि इस साल आपका बासमती धान किस रेट में बिकने वाला है। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

ताजा मार्केट अपडेट
दोस्तो सबसे पहले जान लेते हैं कि आज की डेट एन बाजार में क्या चल रहा है। इस समय मंडियों में बासमती 1509 और सुपर 52 जैसे धान की आवक हो रही है । पिछले साल के मुकाबले इस बार साठी 1509 का जबरदस्त उत्पादन देखने को मिला है। मंडियों में धान की आवक पिछले साल से लगभग दोगुनी हुई है। हालांकि सितंबर के दूसरे हफ्ते में 1509 साठी धान की आवक टूटने लगी है। आवक के घटने और बढ़िया निर्यात होने की खबर मिलने के कारण 1509 धान के भाव जो की ₹2400 तक पिट गए थे अब मंडियों में 3000 के ऊपर के भाव एक आध मंडी में दिखने लगे हैं। धान के भाव में आया यह 500 रुपये का उछाल आने वाले बासमती सीज़न के लिए एक सकारात्मक संकेत बन गया है।

मंडियों में क्या रहे भाव
मंडियों में धान के भाव को देखें तो कल यानी गुरुवार को धान 1509 का सबसे ऊंचा भाव बटाला मंडी में रहा , जहां इसका हाथ क्वालिटी में भाव ₹ 3055 तक बोला गया । तरावड़ी मंडी में नया धान 1509 का हाथ भाव ₹ 3000 है, जिसमें 150 रुपये की तेजी आई, जबकि ओल्ड धान 1509 का भाव ₹ 3250 है। लाडवा मंडी में धान 1509 का हाथ भाव ₹ 3000 है, जिसमें 30 रुपये की तेजी हुई, साथ ही धान सुपर 52 का भाव ₹ 2405 रहा। टोहाना मंडी में धान 1509 का हाथ भाव ₹ 3041 है, जिसमें 149 रुपये की तेजी आई। करनाल मंडी में धान 1509 का हाथ भाव ₹ 2890 है, जिसमें 110 रुपये की तेजी आई, जबकि पिपरिया मंडी में धान पूसा का भाव ₹ 2600 रहा। बात 1718 धान की करें तो मंडियों में 4000-4100 के आसपास के भाव चल रहे हैं।  इसके अलावा धान 1509 के अन्य पाँच ऊंचे भाव इस प्रकार हैं: तरनतारन मंडी में ₹ 2984, करनाल मंडी में ₹ 2890, कोटकपूरा मंडी में ₹ 2895, सफीदों मंडी में ₹ 2850, और समालखा मंडी में ₹ 2821 का भाव दर्ज किया गया। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

MEP को लेकर क्या है अपडेट
किसान साथियो MEP यानी कि न्यूनतम निर्यात मूल्य जो कि इस समय बासमती धान की तेजी की राह में रोड़ा बना हुआ है न इसे हटाने को लेकर सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। सोशल मीडिया से लेकर संसद तक यह मुद्दा उछल चुका है। मिलर्स, निर्यातक, आढ़ती एसोसिएशन और अनेकों संगठन इसे हटाने को लेकर पुरजोर मांग कर रहे हैं। प्रिंट मिडिया, न्यूज एजेन्सियों, अखबारों और WhatsApp ग्रुपों में MEP पर हटाने को लेकर खबरों को कवर किया जा रहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार इस मुद्दे पर गहनता से विचार कर रही है और उम्मीद है कि जल्दी ही इस पर कोई सकारात्मक निर्णय ले सकती है। सरकार के सकारात्मक रवैये के चलते भी 1509 धान के भाव को सहारा मिल रहा है।

निर्यात बढ़िया होना एक सकारात्मक संकेत
निर्यात में सुधार: साल 2023-24 के शुरुआती दौर में चुनौतियों के बावजूद, बासमती चावल के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पिछले साल की तुलना में अप्रैल-जुलाई की अवधि में निर्यात में 15% की वृद्धि हुई, जो बासमती चावल की अंतरराष्ट्रीय मांग का संकेत है। इस अवधि में निर्यात 1.774 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2.036 बिलियन डॉलर हो गया। अगर क्वांटिटी के हिसाब से देखें तो पिछले साल की तुलना में इस साल अप्रैल-जुलाई की अवधि में निर्यात की मात्रा में 19% की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले साल 16.09 लाख टन की तुलना में इस साल 19.17 लाख टन बासमती चावल का निर्यात किया गया, जो बासमती की लगातार बढ़ती वैश्विक मांग का संकेत देता है।  सऊदी अरब ने इस साल बासमती चावल के आयात के मामले में ईरान को पीछे छोड़ दिया है, जो भारतीय बासमती चावल के लिए एक बड़ा बाजार बनता जा रहा है। इसके अलावा, इराक और संयुक्त राज्य अमेरिका भी बासमती के बड़े आयातक बने हुए हैं। गौरतलब है कि 2023 में जब सीज़न शुरू हुआ था तो साल 2022 का पिछला स्टॉक नहीं था जिसके कारण भाव एकदम से बढ़े थे। साल 2024 में भी बढ़िया निर्यात हुआ है और निर्यात में बढ़ोतरी के चलते मिलों और निर्यातकों के पास बड़ा स्टॉक होगा इसकी उम्मीद कम  है। ऐसा कहा जा सकता है कि बासमती चावल की सप्लाई संतुलित रहेगी और किसी प्रकार की आपूर्ति से संबंधित जोखिम कम हैं।

क्या पिछले साल जैसे भाव बनेंगे
किसान साथियों पिछले एक हफ्ते में जिस हिसाब से बासमती चावल का बाजार चला है उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि बासमती धान के शुरुआती भाव उतने कमजोर नहीं रहेंगे जितनी उम्मीद की जा रही है। निर्यात के आंकाडे जिस तरह से साहस बढ़ा रहे हैं उस देखते हुए यह लगता है की सीजन जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा वैसे वैसे बासमती का भाव भी धीरे-धीरे तेज हो सकता है। डिमांड की कोई कमी नहीं है और निर्यात बढ़ने के साथ-साथ घरेलू बाजार में भी बासमती की खपत बढ़ रही है। अगर सरकार MEP हटाने का निर्णय ले लेती है तो 1509 में तुरंत प्रभाव से पिछले वाले भाव दिख सकते हैं। ताजा अपडेट है कि अधिक बारिश के कारण MP में पूसा बासमती 1 धान का उत्पादन भी कमजोर पड़ सकता है और बाजार में जितनी कमजोरी की अटकलें लगायी जा रही है उतनी कमजोरी ना आए। चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे

1121 और 1718 के क्या रहेंगे भाव
किसान साथियो उपर दिए गए विश्लेषण से आप यह तो समझ ही गए होंगे कि जैसे जैसे बासमती धान का सीज़न आ रहा है वैसे वैसे भाव को लेकर बन रही परिस्थितियों में सुधार हो रहा है। बाजार का सेंटिमेंट सुधर रहा है। चावल के भाव और धान के भाव का संतुलन बिठाए तो ऐसा लगता है कि बढ़िया क्वालिटी के 1121 धान का भाव 4200 से कम नहीं जाना चाहिए। इसी तरह से 1718 धान की बात करें तो यहाँ भी 4000 के नीचे की रेंज बनने की संभावना कम है। दोस्तों 1401 धान की अगर बात करें तो इसके भाव में हर साल बहुत बड़ा वेरिएशन देखने को मिलता है कभी इस धान के भाव 5500 के ऊपर निकल जाते हैं और कभी ₹3500 के नीचे आ जाते हैं। डिमांड और सप्लाई का आंकड़ा यही कह रहा हैं कि इस बार 1401 का भाव 1121 को परास्त नहीं कर पाएगा। इसी तरह से पिछले साल के मुकाबले PB1 के भाव भी 1401 की तरह सुस्त रह सकते हैं। मंडी भाव टुडे का मानना है कि इस साल 1692 धान के भाव 1509 के भाव से ज्यादा रहेंगे। इस सीज़न में बासमती 30 को अगर छोड़ दें तो 1121 धान के भाव सबसे तेज रहने वाले हैं। दोस्तों ऊपर दी गई जानकारी आज के बाजार के माहौल और मौसम के हिसाब से है। धान की फसल आने में अभी समय है और आईएस समय में परिस्थितियां बदल सकती है। इसलिए व्यापार अपने विवेक से करें।

👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट

👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव

👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें

About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।