फ़रवरी महीने में खाद्य तेलों के आयात का क्या रहा रूझान | जाने घरेलु पर इसका प्रभाव
किसान साथियो और व्यापारी भाइयो फरवरी 2025 में भारत के पाम तेल आयात में लगभग 36 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। डीलरों के अनुसार, पाम तेल के आयात में यह बढ़ोतरी होने के बावजूद, भारत का कुल खाद्य तेल आयात घटकर पिछले चार महीनों में सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है। इसके परिणामस्वरूप, घरेलू बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है। स्थानीय थोक तेल-तिलहन बाजार में, स्टॉक रखने वालों और तेल मिलों द्वारा खरीदारी में वृद्धि के कारण, सरसों और सरसों एक्सपेलर की कीमतों में 100-100 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जिससे इनकी कीमतें क्रमशः 5950/6000 रुपये और 12,950 रुपये प्रति क्विंटल हो गई हैं। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही सरसों में 50 रुपये और सरसों एक्सपेलर में 100 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी।
व्यापारियों के अनुसार, मध्य प्रदेश और राजस्थान की मंडियों में रबी तिलहन, विशेषकर सरसों की लगभग 7.50-8 लाख बोरियों की आवक हो रही है। हालांकि, इन तिलहनों से निकाले गए तेल को बाजार तक पहुंचने में अभी समय लगेगा, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हो रही है। डीलरों के मुताबिक, फरवरी में मलेशिया से पाम तेल का आयात एक महीने पहले की तुलना में 35.70 प्रतिशत बढ़कर 3,73,549 टन हो गया है। व्यापारियों ने यह भी बताया कि पाम तेल के आयात में भले ही वृद्धि हुई हो, लेकिन कुल खाद्य तेल का आयात कम हो गया है।
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व्यापारियों ने बताया है कि हाल ही में सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल के आयात में कमी आई है। परिणामस्वरूप, फरवरी में खाद्य तेलों का कुल आयात पिछले चार वर्षों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। यह गिरावट लगातार दूसरे महीने देखी गई है, जिसके चलते घरेलू बाजारों में खाद्य तेलों की उपलब्धता कम हो रही है। व्यापारियों का अनुमान है कि उपलब्धता में कमी के कारण आने वाले दिनों में सोयाबीन तेल और अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, सरसों की नई फसल की आवक अच्छी है, लेकिन इसके तेल को बाजार तक पहुंचने में अभी समय लगेगा। इसलिए, आने वाले महीनों में आयातकों और उद्योगों पर खाद्य तेलों का आयात बढ़ाने का दबाव रहेगा। यदि ऐसा नहीं होता है, तो कीमतें बढ़ना तय है, जिसका उपभोक्ताओं की जेब और महंगाई के आंकड़ों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
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मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।