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चने के बाजार से क्या मिल रही है अपडेट | जाने कैसी है तेजी मंदी और आगे का अनुमान

चने के बाजार से क्या मिल रही है अपडेट | जाने कैसी है तेजी मंदी और आगे का अनुमान
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किसान साथियो और व्यापारी भाइयो कुछ दिनों से चने के बाजार में उतार-चढ़ाव चल रहा है । पिछले पखवाड़े में लगातार तेजी दिखाने के बाद इस सप्ताह चना बाजार में 100 से 150 रूपये तक की गिरावट देखने को मिली है । अकोला मोटर कट में चना का भाव 6250 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुँचने के बाद अब 6075 से 6100 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गया है। वहीं, सप्ताह के अंत में दिल्ली चना का भाव भी 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट के साथ (मध्य प्रदेश का बढ़िया चना) 5700 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गया है। आवक बढ़ने के कारण मंडियों में सप्लाई बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार दिल्ली के चना बाजार में खरीदार बिल्कुल कमजोर हैं और बेचने वाले भी कम बताये जा रहे हैं।  अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।

कैसी बनी हुई है चना दाल में डिमांड ?
चना दाल की मांग बाजार को किस प्रकार सहारा देगी, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है। चने में 5600 से 5800 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर स्टॉकिस्टों द्वारा काफी खरीदारी की गई थी, जिसके चलते गोदाम और कोल्ड स्टोरेज लगभग पूरी तरह से भर चुके हैं। अब जब डिलीवरी का भाव 6000 रुपये प्रति क्विंटल को पार कर गया है, तो स्टॉकिस्टों की खरीद में कमी आ गई है। हालांकि, त्योहारी सीजन में चना दाल की मांग अभी भी बनी हुई है, जो बाजार को स्थिरता प्रदान कर रही है। वर्तमान में, चना दाल के भाव में मामूली 25 से 50 रुपये की घटबढ़ के साथ 6800 रुपये प्रति क्विंटल (जयपुर बिल्टी) तक आ गया है। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। मध्य प्रदेश और राजस्थान की लाइनों में निचले भाव पर चने की बिक्री काफी कमजोर चल रही है।

प्राइवेट कंपनियों की रुकी लेवाली
प्राइवेट कंपनियों द्वारा लेवाली रुकने और ऊँचे भाव पर बड़ी कंपनियों द्वारा मुनाफावसूली करने के कारण चना बाजार में सुस्ती देखने को मिल रही है। हालांकि, निचले स्तरों पर बिकवाली भी कम है। व्यापारियों के अनुसार, पिछले दिनों चना में बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों की अच्छी खरीद हुई थी, लेकिन अब कुछ कंपनियां खरीद से पीछे हट गई हैं। मिलर्स की भी ऊँचे भाव पर लेवाली कमजोर है, जिसके चलते चना बाजार में 50 से 75 रुपये तक का करेक्शन आने की संभावना है। हालांकि बड़ी गिरावट नहीं लगती।

इस सप्ताह क्या घट-बढ़ हुई
चालू सप्ताह के दौरान चना की कीमतों में गिरावट देखने को मिली, जिसका मुख्य कारण बढ़े हुए भावों पर मुनाफावसूली के लिए बिक्री में वृद्धि और लिवाली का शांत पड़ना रहा। चना दाल और बेसन में मांग कमजोर रहने से मिलर्स की खरीद सीमित रही, जिसके चलते कीमतों पर दबाव बना रहा। किसान द्वारा चना की बिक्री धीमी गति से किए जाने के कारण उत्पादक मंडियों में आवक का दबाव अधिक नहीं रहा, जिससे फिलहाल चना की कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना कम है। दाल मिलर्स की कमजोर लिवाली के चलते दिल्ली चना की कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई और सप्ताह के अंत में भाव मध्य प्रदेश लाइन 5700 रुपये और राजस्थान लाइन 5800/5850 रुपये प्रति क्विंटल रहे। पोर्ट पर, आयातकों की बिक्री बढ़ने और लिवाली कमजोर पड़ने से आयातित चना की कीमतों में 50 रुपये प्रति क्विंटल की नरमी आई, जिसके साथ सप्ताह के अंत में तंजानिया चना 5700 रुपये, नवा शेवा ऑस्ट्रेलिया 5925/50 रुपये और मुंद्रा 5750 रुपये प्रति क्विंटल पर रहा।  अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें।

राज्यों से क्या मिल रहा रूझान
राजस्थान में दाल मिलर्स और स्टॉकिस्टों की मांग सुस्त पड़ने से चना की कीमतों में 50 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट के साथ सप्ताह के अंत में जोधपुर में भाव 4800/5250 रुपये, जयपुर में 5800 रुपये, बीकानेर में 5600/5800 रुपये, किशनगढ़ में 5275/5425 रुपये और कोटा में 5200/5600 रुपये प्रति क्विंटल रहे। महाराष्ट्र में बिकवाली का दबाव बढ़ने और मांग शांत रहने से चना की कीमतों में 100 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई। सप्ताह के अंत में सोलापुर में भाव 5500/6150 रुपये, अकोला में 6075/6150 रुपये, नागपुर में 6050/6075 रुपये, उदगीर में 5800/5900 रुपये और अहमदनगर में 5700/5900 रुपये प्रति क्विंटल रहे। मध्य प्रदेश में बिकवाली बढ़ने और लिवाली कमजोर पड़ने से चना की कीमतों में 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। सप्ताह के अंत में अशोकनगर में भाव 5700/5850 रुपये, गंजबसौदा में 5500/5700 रुपये, सागर में 5400/5700 रुपये, कटनी में 6000/6075 रुपये और इंदौर में 5950/6200 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

आगे क्या रह सकता है चना के बाजार में
किसान साथियो और व्यापारी भाइयों, दिल्ली मंडी में चना का भाव 7 अप्रैल को एमपी लाइन पर 5800 और राजस्थान लाइन पर 5900 का खुला था और कल शाम को एमपी लाइन पर 5700 और राजस्थान लाइन पर 5800 रुपये पर बंद हुआ है यानी इस सप्ताह चना के भाव में 100 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। अगर इससे पिछले सप्ताह की बात करें तो 31 मार्च को एमपी लाइन पर 5550 और राजस्थान लाइन पर 5650 का खुला था और 5 अप्रैल को एमपी लाइन पर 5850 और राजस्थान लाइन पर 5940 पर बंद हुआ था, तो कुल मिलाकर 300 रुपये तक की तेजी देखी गई है। अगर आप भी मंडी बाजार से जुड़े हैं और आपको रोजाना भाव और आगे का अनुमान साथ में आयात-निर्यात से संबंधित जानकारी चाहते हैं, तो हमारी प्रीमियम सेवा मात्र ₹500 में 6 महीने के लिए उपलब्ध है। इसके लिए 9518288171 पर संपर्क करें। अब ये सवाल उठता है कि क्या आगे तेजी आएगी या नहीं? तो व्यापारियों का कहना है कि बाजार में 50~100 रुपये घटबढ़ बनी रहेगी। नीचे भाव में बिकवाली कमजोर रहने से कीमतों में बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं। यानी के बाजार 5600 से 5900 के दायरे में घूमते नजर आएंगे। बाकी व्यापार अपने विवेक से करे

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।