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आज 40 रुपये के करीब पहुँचा मंडियों में प्याज का थोक रेट | जानिए मंडियों से क्या मिल रही है अपडेट

आज 40 रुपये के करीब पहुँचा मंडियों में प्याज का थोक रेट | जानिए मंडियों से क्या मिल रही है अपडेट
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किसान साथियों  जुलाई माह के आखिरी हफ्ते और अगस्त माह की शुरुआत में प्याज के भाव में तेजी दर्ज की गई थी, जो मुख्य रूप से बांग्लादेश में हुए संघर्ष और सत्ता परिवर्तन के बाद निर्यात बंद होने के कारण कुछ समय के लिए थम गई थी। इस घटना के कारण प्याज की कीमतों में लगभग 100 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट देखने को मिली थी क्योकि बांग्लादेश भारत से प्याज का सबसे बड़ा आयातक है,  बांग्लादेश की परिस्थितियों के सामान्य होने और निर्यात फिर से शुरू होने के बाद प्याज के दाम में एक बार फिर वृद्धि देखी गई है। प्याज का निर्यात जारी रहने से घरेलू बाजार में सप्लाई पर दबाव बनेगा, जिससे कीमतें ऊंची रह सकती हैं।

प्याज की सप्लाई में कमी और डिमांड में बढ़ोतरी के कारण पिछले 15 दिनों में प्याज के भाव में लगभग 50% तक की बढ़ोतरी हुई है,। जिसमें गोल्टा-गोल्टी जैसी किस्मों की विशेष मांग बनी हुई है।  नासिक के लासलगांव मंडी में इस सप्ताह सोमवार को प्याज का औसत भाव 28 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया, जबकि जुलाई में यह भाव करीब 25 रुपए प्रति किलो था। गोल्टा क्वालिटी के प्याज की कीमतें कई थोक मंडियों में 30 रुपए प्रति किलो से भी ज्यादा हो गई हैं। जुलाई में मंडियों में आने वाली प्याज किसानों और व्यापारियों के पास मौजूद स्टॉक से आती है, और अगस्त की शुरुआत में स्टॉक को निकालने की कोशिश की जा रही है। अच्छी क्वालिटी के प्याज की डिमांड बढ़ी हुई है, जिससे सुपर प्याज के दाम में 500 से 1000 रुपए प्रति क्विंटल तक का सुधार हुआ है।

हालांकि, प्याज की खेती का रकबा पिछले कुछ समय से घटता जा रहा है, खासकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, और अन्य प्रमुख राज्यों में। इसके पीछे कारण है कि किसानों को मार्केट में सही भाव नहीं मिल रहा और प्रतिकूल मौसम की वजह से भी खेती प्रभावित हो रही है। निर्यात पर किसी भी प्रकार की रोक किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित होती है, हालांकि फिलहाल शर्तों के साथ निर्यात जारी है।

मध्य प्रदेश का प्याज इस समय दागी माल की वजह से निर्यात नहीं हो पा रहा, लेकिन इसके बावजूद भी दागी प्याज के भाव ठीक ठाक बने हुए हैं। यूपी और बिहार से अच्छी डिमांड निकल रही है, जिससे बाजार में तेजी का माहौल है। मंडियों में फिलहाल अच्छी क्वालिटी का प्याज कम आ रहा है, लेकिन व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि भाव बढ़ने के साथ-साथ अच्छी क्वालिटी का प्याज भी जल्द ही बाजार में आएगा।

अगस्त के अंतिम पखवाड़े और सितंबर के दौरान प्याज के भाव में और बढ़ोतरी होने की संभावना है, खासकर डिमांड के बढ़ने के कारण।
केंद्र सरकार का निर्णय: केंद्र सरकार ने फिलहाल प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध नहीं लगाने का निर्णय लिया है, जो महाराष्ट्र में भाजपा को हुए राजनीतिक नुकसान के कारण लिया गया है। अक्टूबर और नवंबर में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए प्याज के निर्यात पर छूट जारी रहने की संभावना है, जिससे किसानों को लाभ होगा।

अक्टूबर में नई फसल: नई फसल अक्टूबर में आने की संभावना है, और इससे पहले, यानी 25 सितंबर के पहले प्याज के दाम में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। प्याज के थोक भाव ₹4000 प्रति क्विंटल तक पहुंच सकते हैं।

नोट: प्याज के भाव में कितनी बढ़ोतरी हुई है, यह मंडी और गुणवत्ता के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।

इस प्रकार, अगस्त और सितंबर के दौरान प्याज के दाम में और बढ़ोतरी की संभावना है, खासकर यदि डिमांड बनी रहती है और सप्लाई सीमित रहती है। या नई फसल आने में देरी होती है तो आने वाले समय में प्याज की कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना है,

आजादपुर मंडी में आज के प्याज की आवक  

किसान साथियों आज दिल्ली आजादपुर मंडी में आज, 14 अगस्त 2024 को प्याज के बाजार में काफी गतिविधि देखने को मिली। मंडी में कुल 50 गाड़ियां प्याज की आईं, जिनमें से 12 गाड़ियां मध्य प्रदेश से, 6 गाड़ियां नासिक से, 13-14 गाड़ियां पुणे से, और 16 गाड़ियां राजस्थान से आईं। बहादुरगढ़ से भी 2 गाड़ियां आई थीं। बाकि 50 गाड़ी का बैलेंस है कुल मिलाकर 100 गाड़ी के लगभाग है कल  आजादपुर मंडी से प्याज का बाजार 32 से 33 रुपये प्रति किलो के मण में रहा है।

आजादपुर मंडी प्याज के भाव 

आज के बाजार में प्याज की कीमतें कल की तुलना में कुछ स्थिर रहीं।

·  अजमेर: मीडियम क्वालिटी की प्याज 35 रुपये प्रति किलो बिक रही है। अगर क्वालिटी अच्छी है, तो कीमत 36-38 रुपये प्रति किलो तक भी जा सकती है। अजमेर से लाल रंग के प्याज की कीमतें 28 से 31 रुपये प्रति किलो  तक हैं, जबकि गुलाबी पत्तियों वाले प्याज की कीमतें 500 से 550 रुपये प्रति किलो  हैं।

·  पुणे बेल्ट: प्याज की कीमत 38-39 रुपये प्रति किलो है, और कुछ मामलों में 40 रुपये प्रति किलो तक भी बिक रही है। कुछ माल पुणे के प्याज की कीमतें 30  से 31 रुपये प्रति किलो तक बिक रही हैं। यह प्याज उच्च गुणवत्ता का है।

·  एमपी (मध्य प्रदेश): प्याज 33 रुपये से लेकर ऊपर तक बिक रही है, एक आद लॉट 38 रुपये तक भी बिक जाती है। लेकिन क्वालिटी की कमी के कारण आ रही है यहाँ अधिक आवक के कारण प्याज की कीमतें 2550 रुपये प्रति क्विंटल तक दबाई जा सकती हैं। अगर आवक की स्थिति जारी रहती है, तो कीमतें 25-50 पैसे कम हो सकती हैं।

·  कुचामन: प्याज की कीमत 35-37 रुपये प्रति किलो के बीच है।

·  मथानिया: प्याज की कीमत 33-36 रुपये प्रति किलो के बीच है।

·  उदयपुर: प्याज की कीमत इसी रेंज में है, 33-36 रुपये प्रति किलो।

·  नासिक: प्याज की कीमत 37-39 रुपये प्रति किलो है, और अच्छे माल की कीमत औसतन 38-39 रुपये प्रति किलो है। इस क्षेत्र में कीमतें 25-50 पैसे ऊपर-नीचे हो सकती हैं, लेकिन मांग स्थिर है।

साउथ भारत की रिपोर्ट: साउथ में प्याज की कीमतें 38 से 40  रुपये प्रति किलो के बीच हैं। वर्तमान में, साउथ से नई रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।

एनसीसीएफ और नेफेड: इन संगठनों को 25 तारीख के बाद प्याज की बिक्री शुरू करने की उम्मीद है, क्योंकि बाजार में कीमतें 30 रुपये प्रति किलो से ऊपर चली गई हैं। वे अगले महीने तक माल की आपूर्ति शुरू करेंगे।

कुल मिलाकर, बाजार में स्थिरता है और आने वाले दिनों में कीमतों में सुधार की उम्मीद है। दिल्ली में हाल के दिनों में हुई बारिश और तिरंगा झंडा फहराने के कारण मंडी में थोड़ी मंदी देखी जा रही है। लेकिन आने वाले दिनों में, विशेषकर 15 अगस्त के बाद, बाजार में फिर से वृद्धि की उम्मीद है। इसलिए, किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। छोटे किसान अपने प्याज को जल्दी बेच सकते हैं, जबकि बड़े किसान धीरे-धीरे अपने माल को बेच सकते हैं।

बाजार में बारिश का भी थोड़ा असर देखने को मिला, जिसकी वजह से बिक्री की गति थोड़ी धीमी रही, लेकिन आने वाले दिनों में, खासकर 15 अगस्त के बाद, बाजार में सुधार की उम्मीद है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे जल्दबाजी न करें और धैर्य से प्याज बेचें। बड़े किसानों को अगले 2-3 महीनों में प्याज बेचने की सलाह दी गई है, जबकि छोटे किसानों को 10-15 दिनों के भीतर प्याज बेचने का सुझाव दिया गया है।

मौसम पर अपडेट 
आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, और तेलंगाना में बाढ़ का खतरा उन इलाकों में मंडराने लगा है जहाँ प्याज की खेती होती है। यह खतरा विशेष रूप से कर्नाटक के कोपल जिले के तुंगभद्रा नदी पर स्थित पंपा सागर बांध के गेट टूटने के कारण उत्पन्न हुआ है। इस बांध के गेट टूटने से भारी मात्रा में पानी बहने लगा है, जिससे बाढ़ के हालात बनते जा रहे हैं। इसके अलावा, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश भी बाढ़ के खतरे को बढ़ा रही है।
इस घटना का प्याज की खेती और उत्पादन पर गहरा असर पड़ने की संभावना है, विशेष रूप से आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले और तेलंगाना के महबूब नगर जिले में, जो प्याज उत्पादक महत्वपूर्ण इलाके हैं। इसके अलावा, इस बाढ़ का असर प्याज की कीमतों पर भी हो सकता है, क्योंकि इन इलाकों में प्याज की खेती प्रमुख रूप से की जाती है।

प्याज का निर्यात 
बांग्लादेश में 12 अगस्त को भारत से प्याज का निर्यात हुआ, लेकिन निर्यात की मात्रा में थोड़ी कमी आई। हालांकि, प्याज की कीमतों में कोई विशेष गिरावट नहीं देखी गई। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से निर्यात हुए प्याज की कीमतें बांग्लादेश में ₹84 से ₹94 टाका तक रहीं।

 

इंदौर मंडी से प्याज की तेजी मंदी रिपोर्ट 

इंदौर मंडी में आवक की स्थिति:

आज मंडी में लगभग 80,000 से 85,000 कट्टे प्याज की आवक देखी गई, जो सुबह की आवक से अधिक है। हल्के माल की आवक भी बढ़ी है, मुख्यतः क्योंकि कल 15 अगस्त को मंडी में अवकाश रहेगा।

मंडी के भाव:

  • सुपर माल:
    • 32 से 33 रुपये प्रति किलो (अच्छी क्वालिटी)
    • 34 रुपये प्रति किलो तक जा सकता है लेकिन अभी दिखा नहीं।
  • आम माल:
    • 27 से 31 रुपये प्रति किलो
    • क्वालिटी के अनुसार कीमतें अलग-अलग हैं।

क्वालिटी और साइज वाइज प्याज के भाव 

  • 3275 रुपये प्रति क्विंटल: अच्छी क्वालिटी, चॉकलेटी कलर, साइज मीडियम।
  • 2900 रुपये प्रति क्विंटल: बढ़िया साइज, हल्का फुलका डैमेज।
  • 2975 रुपये प्रति क्विंटल: मिक्स साइज, फुल साइज और मीडियम साइज का मिश्रण।
  • 2825 रुपये प्रति क्विंटल: मिक्स साइज, हल्की डैमेज और कलर थोड़ा डाउन।
  • 3100 रुपये प्रति क्विंटल: अच्छी क्वालिटी, साइज  उत्तम ।

सुपर माल: थोड़ी सी नर्मी देखने को मिली।
गोल्टा गोल्टी: भाव में समानता या थोड़ी सी गिरावट रही।

बांग्लादेश बॉर्डर से प्याज का निर्यात :
प्याज: लगभग 34 ट्रक एक्सपोर्ट हुए।

महदीपुर बॉर्डर से प्याज का निर्यात
प्याज: 36 ट्रक।
हिली बॉर्डर : 15 ट्रक।
कुल मिलाकर प्याज का एक्सपोर्ट लगभग 85 ट्रक का हुआ है, और बांग्लादेश बॉर्डर पर प्याज की अच्छी डिमांड रही है।

नोट :दोस्तों  कल (15 अगस्त)इंदौर  मंडी में अवकाश रहेगा, इसलिए आज का दिन प्याज खरीदने के लिए महत्वपूर्ण है। अगर प्याज की आपूर्ति और भाव पर कोई अपडेट मिलेगा, तो वह दोपहर बाद रिपोर्ट में अपडेट किया जाएगा।

भविष्य की सलाह:
किसान भाइयों से अनुरोध है कि आवक को मेंटेन रखें ताकि भाव अच्छे बने रहें। अगर आवक अधिक होती है, तो भाव पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी के कारण आज मंडी में माल नहीं उतरेगा। 15 अगस्त को मंडी बंद रहेगी, और इसलिए आज शाम को आने वाले माल की नीलामी कल होगी।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।