सरसों का बाजार फिर से घूमा तेजी की तरफ। जानें बाजार के बार-बार ऊपर-नीचे होने की क्या है वजह
किसान साथियों इस हफ्ते सरसों के बाजार में कभी तेजी तो कभी मंदी का माहौल बना हुआ है। 25 जून को सरसों के भाव में हल्की गिरावट के बाद 26 जून को देश की प्रमुख मंडियों में सरसों के भाव में मामूली तेजी दर्ज की गई, जिसका सीधा कारण तेल मिलों की बढ़ती खरीदारी रही। जैसा कि आप हमारी डेली की रिपोर्ट में पढ़ते भी हैं कि पिछले कुछ दिनों से सरसों के दाम काफी स्थिर थे, लेकिन अब मिलों ने एक बार फिर से अपनी खरीद तेज कर दी है, जिससे बाजार में उम्मीद की एक नई लहर दिखाई दे रही है। ईरान-इजरायल सीजफायर के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट का असर सरसों पर भी दिखाई दिया था, जिसके चलते किसानों ने अपने माल को रोक लिया था, लेकिन अब जैसे ही बाजार तेजी की तरफ बढ़ रहा है तो सरसों की दैनिक आवक में भी बढ़ोतरी हुई है, जो अब 4.50 लाख बोरी तक पहुंच गई है। यह आंकड़ा पिछले दिन के मुकाबले काफी ज्यादा है, इससे पिछले दिन सरसों की कुल आवक 3.85 लाख बोरी की थी। जिससे साफ पता चलता है कि किसान अब अपनी उपज बाजार में लाने लगे हैं। राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से माल की आवक बढ़ी है, जिससे बाजार में सप्लाई का दबाव भी बना हुआ है। लेकिन इस मोड़ पर व्यापारियों के मन में अभी भी यह सवाल है कि क्या यह तेजी आगे भी जारी रहेगी या फिर बाजार फिर से स्थिर हो जाएगा? सरसों के बाजार को सही तरीके से समझने के लिए चलिए पढ़ते हैं यह रिपोर्ट।
सरसों की कीमतों में सुधार
26 जून को जयपुर मंडी में सरसों के भाव ₹6,900 प्रति क्विंटल तक पहुंच गए, जो पिछले दिन के मुकाबले ₹29 की बढ़त दिखाते हैं। जबकि आज की बात करें तो जयपुर मंडी में कल की तुलना में ₹50 की और तेजी देखने को मिली और भाव ₹6,950 पर पहुंच गए। इस तेजी के पीछे के कारणों की बात करें तो पिछले कुछ हफ्तों से मिलें धीमी गति से खरीद कर रही थीं, लेकिन अब उन्होंने फिर से अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। और जब मिलें ज्यादा खरीदारी करती हैं, तो बाजार में मांग बढ़ जाती है, जिससे दामों में तेजी आती है। व्यापारियों के पास अभी ज्यादा स्टॉक नहीं है, इसलिए जैसे ही मांग बढ़ती है, भाव ऊपर चले जाते हैं। भाव में तेजी के संकेत मिलते ही किसानों ने भी माल निकालना शुरू कर दिया है। देशभर की मंडियों में सरसों की आवक 4.50 लाख बोरी तक पहुंच गई, जो पिछले दिन के मुकाबले काफी ज्यादा है। पिछले कार्य दिवस पर सरसों की आवक 3.85 लाख बोरी की थी। इसका मतलब है कि किसान अब धीरे-धीरे अपनी उपज बेचने लगे हैं।
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मंडी भाव
अगर देश की प्रमुख मंडियों की आज की सरसों के ताजा भाव की बात करें तो जयपुर मंडी ₹6,950, दिल्ली मंडी ₹6,775, अलवर मंडी ₹6,650, बरवाला मंडी ₹6,350, हिसार मंडी ₹6,400, गोयल कोटा प्लांट ₹6,750, मुरैना मंडी ₹6,525, ग्वालियर मंडी ₹6,500, खैरथल मंडी ₹6,580, टोंक मंडी ₹6,530, निवाई मंडी ₹6,550, सिवानी मंडी ₹6,400, नadbai मंडी ₹6,525, खेरली मंडी ₹6,555, और गंगापुर सिटी मंडी में ₹6,625 प्रति क्विंटल के रहे।
क्या होगा आगे?
साथियों, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में आगे तेलों की कीमतों में गिरावट नहीं आती है और अगर तेल मिलें लगातार खरीदारी करती रहीं, तो अगले कुछ दिनों में सरसों के भाव में ₹20-₹30 प्रति क्विंटल की और तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि, अगर आवक बहुत ज्यादा बढ़ गई, तो दबाव बढ़ सकता है और कीमतें फिर से नीचे आ सकती हैं। लेकिन व्यापारियों का कहना है कि अभी स्टॉकिस्टों के पास ज्यादा माल नहीं है, इसलिए बाजार के रुख को देखते हुए अनुमान यही लगाया जा रहा है कि भाव में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। इसके अलावा अगर मांग बनी रही, तो कीमतें स्थिर रह सकती हैं, वरना दबाव बढ़ने पर गिरावट भी आ सकती है। इसलिए बाजार की हर मूवमेंट पर नजर रखना जरूरी है। व्यापार अपने विवेक और संयम से करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।