सरसों को अभी बेचें या नहीं | जाने आज की तेजी मंदी रिपोर्ट में
किसान साथियो आज 20 मई 2024 का दिन है और आज के दिन सरसों में इस सीज़न के सबसे ऊंचे भाव देखने को मिल रहे हैं। अगर 15 दिन पीछे जाएं तो ऐसा नहीं लग रहा था कि सरसों में दिवाली से पहले सरसों में 6000 के भाव दिखेंगे । लेकिन सरसों के उत्पादन घटने की खबरों ने बाजार को एकाएक तेज कर दिया। जो 42 लैब की सरसों 4 मई 2024 को 5375 रुपये प्रति क्विंटल बिकी थी वह 18 मई को 5975 रुपये पर पहुंच गई। सरसों की फ़सल जिसमें पिछले दो साल से लगातार मंदी का दलदल बना हुआ था अगर वह 14 दिन में ही 600 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो जाए तो फिर किसानों के मन में फ़सल बेचने को लेकर असमंजस पैदा हो ही जाता है। अगर आप भी यही सोच रहे है कि क्या सरसों को बेचने का यही सबसे सही समय है या थोड़ा और इंतजार करना चाहिए तो फिर यह रिपोर्ट सिर्फ आपके लिए ही बनाई गई है। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करे
ताजा मार्केट अपडेट
किसान साथियो सबसे पहले आपको मार्केट की ताजा स्थिति बता देते है। शनिवार को सरसों के बाजार में तेजी देखने को मिली है। जयपुर जो कि बेंचमार्क मंडी है यानि कि सरसों के भाव में तेजी मंदी अक्सर इसी मंडी के भाव से ही मानी जाती है यहां पर सरसों का भाव 125 रुपये बढ़ कर 5975 तक पहुंच गया। इसी तरह से भरतपुर मंडी में सरसों का भाव 111 रुपये तेज होकर 5631 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुँच गया। तीसरा बड़ा संकेत दिल्ली लॉरेंस रोड़ से मिला जहां पर सरसों का रेट 5850 तक पहुँचा। दोस्तो बड़ी बात यह रही कि दिन भर सरसों में तेज़ी रही लेकिन शाम को बाजार बंद होते होते सरसों का भाव 25 रुपये टूटा भी है। अंतिम भाव जयपुर में 5950, भरतपुर में 5615 और दिल्ली में 5825 का रिपोर्ट किया गया है। ऊंचे भाव होने के कारण सरसों की आवक में भी उछाल देखने को मिला। शनिवार को सरसों की कुल आवक 6 लाख 25 हजार बोरी की रही।
प्लांटों पर क्या रहे भाव
प्लांटों के भाव को देखें तो यहां सीज़न के सबसे टॉप भाव देखने को मिले। सलोनी प्लान्ट पर सरसों के भाव 6450 तक पहुंच गए। ऐसे भाव पिछले साल दिवाली पर ही देखने को मिले थे। आगरा में BP और शारदा प्लान्ट पर सरसों का खरीद भाव 6275 और 6300 तक रहा। अडानी अलवर प्लान्ट और बूंदी प्लान्ट पर कंडीशन सरसों का पहुंच भाव 5900 और 5925 का रहा। गोयल कोटा प्लान्ट ने सरसों की खरीद 5825 रुपये प्रति क्विंटल तक की । आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शाम को यहा पर भी सभी प्लांटों ने सरसों के भाव 25 रुपये तक कमजोर किए हैं। 2630 रुपये में अपने गेहूँ को बेचने के लिए लिंक पर क्लिक करे
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों की ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की खाजूवाला मंडी में सरसों का रेट 5800, गोलूवाला मंडी में सरसों का रेट 5507 श्रीगंगानगर मंडी में सरसों का रेट 5597, अनूपगढ़ मंडी में सरसों का भाव 5574 सूरतगढ़ मंडी में सरसों का रेट 5563 बीकानेर मंडी में सरसों का भाव 5541 रावतसर मंडी में सरसों का रेट 5921 संगरिया मंडी में सरसों का भाव 5520 श्री विजयनगर मंडी में 5578, रायसिंहनगर 5801, रावला मंडी में सरसों का रेट 5570, जैतसर मंडी में सरसों का रेट 5573, नोहर मंडी में 5790 रुपये प्रति क्विंटल तक के भाव रहे। हरियाणा की मंडियों के भाव को देखें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट 5630, सिरसा मंडी में सरसों का भाव 5711, आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 5740, च दादरी मंडी में सरसों का रेट 5800 रेवाड़ी मंडी में सरसों का भाव 5790 और भिवानी मंडी में सरसों का टॉप रेट 5900 रुपये प्रति क्विंटल तक देखने को मिला है।
तेल और खल के भाव
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में शनिवार को भी तेजी दर्ज की गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 20 रुपये तेज होकर भाव 1,111 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 20 रुपये बढ़कर 1,101 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। जयपुर में शनिवार को सरसों खल के भाव 30 रुपये तेज होकर दाम 2,805 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक 6.25 लाख बोरियों की हुई, जबकि पिछले कारोबारी दिवस में भी आवक इतनी ही बोरियों की ही हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में सरसों की 3.50 लाख बोरी, जबकि मध्य प्रदेश की मंडियों में 70 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 75 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 25 हजार बोरी तथा गुजरात में 20 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 85 हजार बोरियों की आवक हुई।
सरसों को बेचें या नहीं
किसान साथियो मंडी भाव टुडे पर हम अक्सर बताते है कि बाजार में किसी भी फ़सल के भाव लंबे समय तक एकतरफ़ा नहीं चलता। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि भाव बढ़ने के बाद मुनाफावसूली देखने को मिलती है और भाव एक बार ठहरते या पीछे हटते हैं। साथियो सरसों में इस समय जो तेजी बनी है उसके पीछे 2 कारण हैं। पहला तो यह कि सरसों का उत्पादन अनुमान घटा है और इस कारण तेल मिलों ने सरसों की शॉर्टेज को देखते हुए खरीद बढ़ा दी है। दूसरा बड़ा कारण यह है कि चुनावी मौसम अब समाप्त होने वाला है और बाजार को उम्मीद है कि अब सरकार की लोक लुभावन नीति खत्म हो सकती है और खाद्य तेलों के आयात पर टैक्स लगाया जा सकता है। हालांकि यह अभी तक कोरी संभावना ही है। उत्पादन कम होने की बात ज्यादा जैनियन है और भाव को ज्यादा सपोर्ट कर रही है। लगातार सरसों की आवक का कम रहना इस बात का प्रमाण है कि उत्पादन कम हुआ है। जहां तक सरसों को रोकने या बेचने की बात है हमें ऐसा लगता है कि किसान साथियों को यहां पर थोड़ा बहुत माल निकाल लेना चाहिए। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि सरसों में 6000 का लेवल एक मनोवैज्ञानिक लेवल होगा जिसके ऊपर जाने में सरसों को थोड़ी सी तकलीफ हो सकती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल भी ऐसा कई बार हुआ था कि सरसों के भाव ने 6000 का लेवल छूने की कोशिश की और बार-बार यहां से नीचे फिसल गई। इसके अलावा हमने यह भी कई बार विश्लेषित किया है कि सरसों में 6000 के भाव मिलने ही है लेकिन हमारा अनुमान उसे समय दिवाली तक के समय को लेकर था। उत्पादन में पोल होने की खबर ने समय से पहले भाव को बढ़ा दिया है इस तेजी का किसान साथियों को फायदा जरूर उठाना चाहिए और थोड़ा बहुत माल निकाल कर चलना चाहिए। जो किसान साथी माल को होल्ड करना चाहते हैं वे जयपुर में 6200 का लेवल आने का इंतजार कर सकते हैं हालांकि इसमें भारी रिस्क हो सकता है। सरसों के फंडामेंटल को देखते हुए फ़िलहाल भाव के 6200 से उपर जाने की संभावना नहीं दिखती। व्यापार अपने विवेक से ही करे।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।