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सरसों हुई स्थिर | अब किस तरफ मुड़ेगी सरसों, जानने के लिए देखें आज की तेजी मंदी रिपोर्ट

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किसान साथियो इन दिनों सरसों के भाव पूरी तरह से विदेशी बाजारों की चाल के आगे नतमस्तक हो गए हैं। वहां की तेजी यहां तेजी लेकर आती है और वहां की मंदी यहां भी मंदी लेकर आ रही है। इस रिपोर्ट में हम घरेलू और विदेशी बाजारों की हर हलचल पर चर्चा करेंगे और यह अंदाजा लगाने की कोशिश करेंगे कि यहां से आगे सरसों के भाव किस तरफ जाएंगे।  WhatsApp पे भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

किसान साथियो जैसा कि आप सबको पता है कि दिवाली के आसपास की तेजी सरसों के भाव को 6200 से बढ़ाकर 7150 तक ले आयी है। अब घरेलू बाजारों में एक खास तरह का ट्रेंड दिख रहा है। ट्रेंड यह है कि आवक जो कि दीवाली के पहले 2 लाख बोरी के आसपास चल रही थी अब वह लगातार पौने चार लाख बोरी के आसपास चल रही है। इतनी ज्यादा आवक के कारण सरसों में बन रही तेजी पर बार बार ब्रेक लग जा रहा है। जैसे ही भाव उपर जाते हैं वैसे ही सप्लाई का प्रेशर आने लगता है। यही वज़ह है कि पिछले डेढ़ हफ्ते से बाजार 7000 से 7200 के बीच घूम रहा है।

विदेशी बाजारों की अपडेट
विदेशी बाजार की खबरों की बात करें तो पाम तेल के बड़े उत्पादक देश मलेशिया और इंडोनेशिया में ज्यादा बारिश और बाढ़ के कारण आने वाले समय में पाम तेल की आपूर्ति प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है जो कि सरसों के भाव के लिए एक पोजिटिव संकेत है। वहीं मलेशिया की मुद्रा रिंगिट डॉलर के मुकाबले मजबूत हो रही है जिसके कारण तेलों का आयात महंगा होगा। इसलिए यह कहा जा सकता है कि विदेशी बाजारों में किसी बड़ी गिरावट की उम्मीद कम है। विदेशी बाजारों में यदि पाम तेल के भाव 4500 रिंगिट के उपर जाते हैं तो जयपुर में सरसों के भाव निश्चित रूप से 7400 के उपर जाएंगे। सोमवार को मलेशिया में खाद्य तेलों में गिरावट देखने को मिली। मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज BMD पर जनवरी महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के भाव 179 रिंगिट तक गिर गए और आखिरी भाव 4108 रिंगिट प्रति टन का रहा। डालियान में भी सोया अनुबंध में 1.5 की गिरावट देखने को मिली जबकि पाम तेल भी 2.4 प्रतिशत तक गिरा। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पार्क सोया तेल की कीमतें भी 1.1% तक गिरी।

ताजा मार्केट अपडेट
सोमवार को बाजार खुलते ही सरसों के भाव में कोई बड़ा सुधार नहीं दिखा जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव मात्र ₹25 तेज हुए जबकि भरतपुर में भाव 6675 रुपए प्रति कुंटल पर खुलने के बाद शाम को 75 रुपये प्रति क्विंटल गिरकर 6600 पर आ गए। हालांकि दिल्ली और अलवर में सरसों के भाव 6800 रुपए पर स्थिर रहे। जबकि मंदसौर में 6200 और अशोकनगर में सरसों के टॉप भाव 6450 तक रहे। ब्रांडेड कंपनियों की बात करें तो सलोनी प्लांटों पर सरसों के भाव 7450 से 7550 के बीच रहे। महेश ऐडिबल कोटा प्लान्ट पर सरसों का रेट 7500 के रहे। BP और शारदा प्लान्ट पर सरसों के भाव 7300 तक रहे देखें। आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 14 Nov 2022

हाजिर मंडियों की अपडेट
हाजिर मंडियों में सरसों के भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का भाव 6780, रावतसर में 39 लैब सरसों का भाव 6410, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का भाव 6625, सूरतगढ़ में सरसों का रेट 6431, गोलूवाला में सरसों का टॉप भाव 6690, पीलीबंगा में 39 लैब सरसों 6370, संगरिया मंडी में सरसों का भाव 6430, घड़साना मंडी में सरसों का भाव 6535 रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट 6528, रावला अनाज मंडी में सरसों का भाव 6355, अनूपगढ़ में सरसों का भाव 6550, पदमपुर में सरसों का रेट 6441, श्री करणपुर में सरसों का रेट 6545, सादुलपुर मंडी में सरसों का रेट 6480 और देवली अनाज मंडी में सरसों 42 लैब का भाव ₹6615 प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 6601, आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 6682, सिवानी मंडी में 40 लैब सरसों का भाव 6500, च दादरी सरसों का भाव 6725, भिवानी 40 लैब रेट 6625 और रेवाड़ी में 40 लैब सरसों का भाव 6700 रुपये प्रति क्विंटल तक बोला गया है। ये भी पढे :- सरसों में तेजी, क्या सरसों जाएगी 7400 पार? आज की तेजी मंदी रिपोर्ट

खाद्य तेलों की अपडेट
खाद्य तेलों की बात करें तो जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर के भाव सोमवार को क्रमशः 1469 रुपये और 1459 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर बने रहे। इस दौरान सरसों खल की कीमतें 10 रुपये बढ़कर 2635 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3 लाख 75 हजार बोरियों की ही हुई, जबकि शनिवार को इसकी आवक 3 लाख बोरियों की हुई थी।

रोके या बेचे
किसान साथियो मौजूदा माहौल को देखते हुए सरसों में लंबे समय तक होल्ड करने की राय नहीं दी जा सकती। विदेशी बाजारों की अनिश्चितता को देखते हुए समय-समय पर थोड़ा थोड़ा माल निकालते रहना चाहिए। हालांकि माहौल को देखते हुए विदेशों में आगे चलकर तेजी बन सकती है। सर्दी का सीजन होने के कारण घरेलु बाजार में सरसों तेल की मांग बनी रहने की संभावना है। जिसके कारण यह कहा जा सकता है कि सरसों में बड़ी कमजोरी की उम्मीद ना के बराबर है । जैसा कि हमने पहले भी बताया है कि जिन किसान भाइयों को भारी रिस्क लेना है वह सरसों को होल्ड कर सकते हैं ऊपर में सरसों के भाव जयपुर में 7400 के लेवल भी दिखा सकते हैं।