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विदेशी बाजारों में लगातार तेजी के बावजूद क्यों नहीं बढ़ रहे सरसों के भाव? जाने रिपोर्ट

sarso ka rate

सरसों के भाव और आज की तेजी मंदी रिपोर्ट

लगातार चार दिनों से विदेशी बाजारों में तेजी रहने के बावजूद भी घरेलू बाजार में तेल तिलहन के बाजार में तेजी नहीं बन पाई है। मलेशिया और शिकागो में लगातार तेजी बनी हुई है। त्योहारी सीज़न के चलते मांग भी ठीक ठाक है फिर ऐसा क्या चल रहा है कि सरसों के भाव बढ़ नहीं पा रहे। इस रिपोर्ट में हम यही जानने की कोशिश करेंगे और मार्केट में चल रही खबरों का विश्लेषण करेंगे

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क्या है बाजार में माहौल

भारतीय बाजार में खाद्य तेलों की डिमांड ठीक ठाक है लेकिन तेल मिलों की मांग कमजोर चल रही है। बात यह है कि घरेलू बाजार में केंद्र सरकार की सख्ती का असर सरसों एवं तेल की कीमतों पर पड़ रहा है। आए दिन खाद्य तेलों की कीमतों को लेकर सरकार की मीटिंग हो रही है। केंद्र सरकार हर सप्ताह खाद्वय तेलों की कीमतों की निगरानी कर रही है तथा त्योहारी सीजन को देखते हुए सरकार की सख्ती और भी बढ़ सकती है। यही कारण है कि तेल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही सरसों की खरीद कर रही हैं।
इतनी सख्ती होने के कारण घरेलू बाजार तेजी नहीं पकड़ पा रहे हैं। बुधवार को लगातार चौथे दिन सरसों के दाम स्थिर बने रहे। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 6,925 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर टिके रहे। जबकि भरतपुर और दिल्ली में सरसों का रेट क्रमश 6471 और 6600 का रहा। ब्रांडेड कंपनियों की बात करें तो सलोनी प्लान्टों पर 7325 से 7350 तक के भाव देखने को मिले। इस दौरान उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 2.05 लाख बोरियों की हुई ।

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हाजिर मंडियों के ताजा भाव

हाजिर मंडियों मैं सरसों की बात करें तो नोहर मंडी में सरसों का भाव ₹6420 रावतसर मंडी में 42.66 लैब सरसों का रेट 6600, संगरिया मंडी में सरसों का टॉप भाव 6100, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट ₹6180, गोलूवाला मंडी में 42 लैब सरसों का रेट ₹6338, देवली मंडी में सरसों का भाव 6530 श्री गंगानगर मंडी में सरसों का भाव ₹6430, बीकानेर मंडी में सरसों का भाव ₹6000 प्रति क्विंटल, अलवर मंडी में कंडीशन सरसों का रेट ₹6550 प्रति क्विंटल तक बोला गया है

हरियाणा की मंडियों की बात करें तो ऐलनाबाद मंडी में कंडीशन सरसों का रेट 6452, सिरसा मंडी में सरसों का टॉप भाव ₹6071, हिसार में कल सरसों का रेट 6100, बरवाला में सरसों का भाव 6100, चरखी दादरी में कंडीशन सरसों का रेट 6550 रुपए प्रति क्विंटल और आदमपुर मंडी में सरसों का टॉप भाव ₹6200 प्रति क्विंटल तक बोला गया है
मध्य प्रदेश की मुख्य मंडियों की बात करें तो ग्वालियर में सरसों का भाव 6300, मुरैना में सरसों का रेट 6300, देवास मंडी में सरसों का टॉप भाव ₹6000 प्रति क्विंटल जबकि जबलपुर में 5800 और गंजबासौदा में ₹6200 प्रति क्विंटल तक सरसों के भाव देखने को मिले हैं

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सरसों की आवक

राजस्थान आवक 90000 बैग
मध्य प्रदेश आवक 15000 बैग
उत्तर प्रदेश आवक 40000 बैग
पंजाब और हरियाणा आवक 15000 बैग
गुजरात आवक 5000 बैग
अन्य आवक 40,000 बैग
कुल आवक 205000 बैग

विदेशी बाजारों से क्या है ख़बर

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंडोनेशिया सरकार ने शून्य शुल्क पर पाम तेल उत्पादों के निर्यात की समय सीमा जोकि 31 अगस्त को समाप्त हो रही थी इसे अक्टूबर अंत तक बढ़ा दिया है । अब वहाँ के तेल निर्यातक सस्ते दामों पर तेल के निर्यात को जारी रख सकेंगे। जैसा कि हम अपनी सभी रिपोर्ट में बता रहे हैं कि इंडोनेशिया में पाम तेल का स्टॉक लगातार बढ़ रहा है और यह बढ़कर 100 लाख टन के आसपास पहुंच गया है। इंडोनेशिया का यह भी कहना है कि हाल ही में उनके व्यापार मंत्री के भारत दौरे के दौरान दर्जन भर सौदे हुए हैं, जिनके तहत जल्द ही 26 लाख टन पाम तेल उत्पादों को भारत आयात करेगा। इसके कारण पाम तेल के बाजार में दबाव और बढ़ने की संभावना है। यही बड़ा कारण है कि वहाँ के बाजारों में तेजी रहने के बावजूद भारतीय आयातक दबाव महसूस कर रहे हैं क्योंकि बढ़े हुए स्टॉक के कारण उन्हें डर है कि आगे चलकर भाव कम हो सकते हैं। बुधवार को पाम तेल का भाव महाराष्ट्र के कीर्ति प्लांट में 1190 रुपए प्रति दस किलो बोला गया। बंदरगाहों पर भी आरबीडी पामोलिन में बड़ी गिरावट दिखी। काकीनाड़ा बंदरगाह पर इसके भाव 1035 रुपए बोले गए। घरेलू बाजार में सोया के भाव को देखें तो सोया तेल का बाजार बुधवार को कुछ और सुधार की तरफ बढ़ा। क्योंकि शिकागो में निरंतर बढ़त बनती हुई दिखाई दी। जानकारों की माने तो सोया तेल में सुधार का कारण अमेरिकी किसानों द्वारा करीब 65 लाख एकड़ भूमि को बिना बुआई के छोड़ दिया गया है। इस भूमि पर सोयाबीन की बिजाई होती थी।

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विदेशी बाजारों की अपडेट

विदेशी बाजारों की बात करें तो मलेशिया में पाम तेल की कीमतों में लगातार चौथे दिन तेजी दर्ज की गई, जबकि शिकागों में सोया तेल के भाव इलेक्ट्रानिक ट्रेडिंग में तेज बने रहे। बुधवार को बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंजए बीएमडी के नवंबर महीने के वायदा अनुबंध में 70 रिगिंट की तेजी आकर भाव 4,304 रिगिंट प्रति टन हो गए। इस दौरान शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड, सीबीओटी पर सोया तेल की कीमतें आज इलेक्ट्रॉनिक व्यापार में भी शाम के सत्र में 0.15 प्रतिशत तेज हुई।

 इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इंडोनेशिया के व्यापार मंत्री जुल्की फली हसन ने बुधवार को बताया कि इंडोनेशिया में किसानों को पाम फल की अच्छी कीमतें दिलवाने के संकल्प के बीच निर्यात में और सुधार लाने के लिए लेवी छूट को 31 अक्तूबर तक बढ़ाया गया है। कच्चे पाम तेल के लिए जुलाई से 240 डॉलर प्रति टन निर्यात लेवी हटाई गई थी। इंडोनेशिया ने इस साल मई में तीन सप्ताह तक निर्यात प्रतिबंध रखने के बाद जुलाई में यह टैक्स समाप्त किया था और अब भंडार की स्थिति इतनी व्यापक है कि इंडोनेशिया को अधिक से अधिक निर्यात सुविधाएं देकर इसे प्रोत्साहित करना पड़ रहा है।

आखिर कब बढ़ेंगे भाव?

किसान साथियों जैसा कि हमने अपनी पहले की रिपोर्ट में भी बताया था कि सितंबर माह तक सरसों के बाजार में उठापटक बनी रहने की उम्मीद है भाव 6700 से लेकर 7000 की रेंज में घूमते नजर आ सकते हैं क्योंकि घरेलू बाजारों की डिमांड भाव को ज्यादा गिरने नहीं देगी और विदेशी बाजारों में पाम तेल पर बढ़ता हुआ दबाव भाव को बढ़ने नहीं देगा हालांकि इसके बाद त्योहारी सीजन में सरसों तेल की डिमांड को देखते हुए भावों में उछाल आ सकता है अगर जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव 7150 के ऊपर जाते हैं तो इसके 7500 तक जाने की उम्मीद बन सकती है। व्यापार अपने विवेक से करें