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अमेरिकी बाजार में बड़ी गिरावट का भारत में कितना असर। क्या खुलेंगे आज सरसों के भाव | देखें रिपोर्ट

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किसान साथियो सरसों ग्वार और धान का भाव विदेशी बाजारों की खबरों से प्रभावित होता रहता है। अगर केवल सरसों के भाव की बात करें तो यह सोयाबीन, सूरजमुखी और पाम के भाव को लेकर चल रही खबरों से भी उपर नीचे होता है। पिछले कुछ दिनों से सरसों के भाव में चल रहे सुधार पर आज ब्रेक लग सकता है। वजह है विदेशी बाजारों में गिरावट । मंगलवार के दिन तक बाजार ठीक ठाक चल रहे थे लेकिन अब स्थिति थोड़ी बदल सकती है। विदेशी बाजारों में आज बुधवार को सोया तेल कमजोरी देखने को मिल रही है। अमेरिका के बायो फ्यूल के मैंडेट के चलते CBOT पर सोया तेल में भारी गिरावट देखने को मिली है। डिमांड और सप्लाई के अलावा विदेशी बाजारों के रूझान को देखते हुए सरसों के भाव में आगे चलकर कितना सुधार या फिर गिरावट हो सकती है आज की रिपोर्ट में हम इसी मुद्दे का विश्लेषण करेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें

ताजा मार्केट अपडेट
तेल मिलों की मांग निकलने से घरेलू बाजार में मंगलवार को सरसों की कीमतों में सुधार आया। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 25 रुपये तेज होकर दाम 5,375 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। सरसों के साथ साथ सरसों तेल में भी मामूली सुधार देखने को मिला है। भरतपुर में सरसों के भाव 5051 के रहे जबकि दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर सरसों का भाव 5000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर चल रहा है। रेवाड़ी मंडी में सरसों का भाव 5000 के उपर चल रहा है। तूफान के कारण कई राज्यों में मौसम खराब चल रहा है जिसके कारण सरसों की आवक समान्य से कम बनी हुई है। मंगलवार को सरसों की दैनिक आवक पांच लाख बोरियों पर स्थिर बनी रही।

प्लांटों पर क्या रहे भाव
जैसा कि हमने उपर बताया कि सरसों में मामूली सुधार तो हो रहा है लेकिन सरसों तेल की डिमांड उतनी नहीं निकल रही है। यही कारण है कि ब्रांडेड तेल मिलें बहुत डर डरकर खरीद कर रही हैं। पिछले कुछ दिनों में हाजिर मंडियों से लेकर प्लांटों तक सरसों के भाव में सुधार देखने को मिला है। देखने वाली बात यह है कि सरसों में सुधार तो हो रहा है लेकिन सुधार की गति बहुत ही धीमी है। जयपुर में 42 लैब सरसों के भाव कई दिनों से मात्र 25-25 रुपये बढ़ रहे हैं। हाजिर मंडियों में भी सुधार की गति धीमी है। मंगलवार को तेल मिलों ने सरसों के भाव 25 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाए थे लेकिन अमेरिकी बाजार CBOT पर सोया के भाव का सेंटीमेंट बिगड़ने के कारण शाम को भाव फिर से 25 रुपये कमजोर किए गए। कुल मिलाकर प्लान्टों पर सरसों का भाव स्थिर ही रहा। सलोनी प्लान्ट पर सरसों का भाव 5775 रुपये प्रति क्विंटल का रहा ।आगरा और BP प्लान्ट पर सरसों का भाव 5550 चल रहा है जबकि गोयल कोटा प्लान्ट पर सरसों का रेट 5200 के भाव बताये जा रहे हैं। विदेशी बाजारों में आयी कमजोरी को देखते हुए आज प्लांटों पर दबाव दिख सकता है।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का रेट ₹5050, श्री गंगानगर मंडी में सरसों का भाव 4899, रायसिंहनगर मंडी में सरसों का भाव 4836, गजसिंहपुर मंडी में सरसों का भाव 4856, संगरिया मंडी में सरसों का भाव 4810, रावला मंडी में कंडीशन सरसों का भाव 5000, जैतसर मंडी में सरसों का रेट 4779, अनूपगढ़ मंडी में सरसों का भाव 4790 और देवली मंडी में सरसों का भाव 5070 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया। हरियाणा की मंडियों की बात करें तो सिरसा मंडी में सरसों का भाव 4800, आदमपुर मंडी में सरसों का रेट 5103, ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 4792, सिवानी मंडी में 40 लेब सरसों का भाव 5075 और भट्टू मंडी में सरसों का भाव 4924 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।

क्या कहते हैं जानकार
व्यापारियों से बातचीत करने पर पता चला है कि घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में सुधार आया है, लेकिन सरसों तेल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है। इसलिए सरसों की मौजूदा कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है। प्रमुख उत्पादक राज्यों में किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों के पास सरसों का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है, इसलिए मौसम के साफ़ होते ही राजस्थान एवं गुजरात में सरसों की दैनिक आवक बढ़ेगी। लगातार पांच कार्यदिवस से पाम तेल की तेजी पर भी मंगलवार को ब्रेक लगा है। शिकागो में भी सोया तेल के दाम कमजोर हुए हैं ।

अमेरिकी बाजारों में भारी गिरावट
ख़बर आ रही है कि अमरीकी सरकार ने बायो-डीजल मैंडेट को 21.87 बिलियन गैलन से घटा कर 21.54 बिलियन कर दिया है। जिसके के कारण बुधवार की सुबह सीबीओटी सोया आयल के भाव में 6.5% की गिरावट दर्ज हुई है ।ताजा समाचार मिलने तक अमेरिका के शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतें 7% से ज्यादा गिरावट के साथ कामकाज कर रही थी। जानकारों का कहना है कि आज मलेशिया के बाजार भी कमजोर खुल सकते हैं जिसका दबाव भारत में भी तेल तिलहन की कीमत पर दिख सकता है।
उधर मलेशिया में पाम के व्यापार की मुद्रा रिंगिट, डॉलर के मुकाबले 0.28 % कमजोर हो गई, जिससे विदेशी खरीदारों के लिए पाम तेल का आयात सस्ता हुआ है। मंगलवार को बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (BMD) पर सितंबर महीने के वायदा अनुबंध में पाम तेल के भाव 30 रिंगिट यानी 0.8 % कमजोर होकर 3,727 रिंगिट प्रति टन रह गए। इस दौरान डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल अनुबंध 0.5 % तेज हुआ, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 0.5 % बढ़ गया।

घरेलू बाजार में तेल और खल का रेट
तेल और खल में मिला जुला रुख देखने को मिल रहा है। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें मंगलवार को लगातार चौथे दिन में 2-2 रुपये तेज होकर भाव क्रमश - 997 रुपये और 987 रुपये प्रति 10 किलो के स्तर पर पहुंच गई। जबकि सरसों खल के भाव 10 रुपये कमजोर होकर दाम 2575 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

सरसों में आगे क्या है उम्मीद
किसान साथियो हमने अपनी कल की रिपोर्ट में भी बताया था कि सरसों के भाव में और तेजी बनते ही किसान भर भरकर अपनी सरसों बाजार में लेकर आयेंगे जिससे भाव पर प्रेशर बनने का खतरा बन सकता है। आज अमेरिका के साथ साथ मलेशिया के बाजारों में भी कमजोरी दिख सकती है जिसके बाद भारत में सरसों के भाव 50 रुपये प्रति क्विंटल तक टूट सकते हैं। माहौल को देखते हुए सरसों में लगातार और बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं की जा सकती। बारिश के मौसम में सरसों तेल की डिमांड निकलेगी तब तक के लिए बाजार को मानिटर करते रहे और हर छोटे मोटे उछाल पर थोड़ा थोड़ा करके माल निकालते रहें। व्यापार अपने विवेक से करें।

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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों  को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।