भारी विदेशी हलचल के बीच कैसे चलेगा सरसों का बाजार | जाने सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट में
सरसों की तेजी मंदी रिपोर्ट 05 मार्च 2025
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों जैसा कि आप देख रहे हैं कि सोयाबीन के भाव कीर्ति प्लांट पर 4810 से घटकर 4500 रुपए रह गए हैं। सोयाबीन के भाव को गिरते हुए देखा अब सरसों किसान और व्यापारियों के मन में भी यह शंका उत्पन्न होने लगी है कि क्या सरसों के भाव भी इसी तरह से धड़ाम हो जाएंगे। देखा जाए तो जब से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टैरिफ की तनातनी बढ़ी है तब से सरसों के भाव जयपुर में जो की 6425 तक पहुंच गए थे फिर से 6300 के रह गए हैं। हालांकि इसमें सोयाबीन के बराबर की गिरावट नहीं हुई है। लेकिन इससे कितना खतरा हो सकता है इसका अंदाजा लगाना जरूरी है। आज की रिपोर्ट में हम अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य, घरेलू बाजार का सेंटीमेंट, सरसों की आवक, सरसों का स्टॉक, सरसों खल के बाजार और सरसों तेल के बाजार का अध्ययन करके यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि क्या सरसों का भाव यहां से आगे किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा है।
ताजा मार्केट अपडेट
दोस्तों सबसे पहले आपको मार्केट के ताजा भाव से अपडेट कर देते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार को सरसों के भाव में गिरावट दर्ज हुई है और सरसों के भाव जो अभी 6425 तक पहुंच गए थे, कल शाम को गिरकर 6300 पर जयपुर में बंद हुए हैं। भरतपुर मंडी की बात करें तो यहां पर भी गिरावट देखने को मिली है और सरसों का भाव लगभग ₹60 तक टूटकर 5940 का रह गया। सरसों का अंतिम भाव 6150 रुपए दर्ज किया गया है। सरसों की आवक शुक्रवार को 11 लाख बोरी की रही। पूरे सप्ताह के दौरान सरसों तेल की चाल को अगर देखें तो 28 मार्च को सरसों तेल 1325 रुपए प्रति 10 किलो था जो कि 4 अप्रैल को 1311 रुपए प्रति 10 किलो पर बंद हुआ। इसी तरह की गिरावट सोया तेल में भी देखने को मिली, जो कि 1260 रुपए प्रति 10 किलो से घटकर 1235 रुपए प्रति 10 किलो रह गया। हालांकि साप्ताहिक आधार पर जयपुर में सरसों का भाव 6300 पर स्थिर रहा।
सरसों की आवक पर क्या है रिपोर्ट
साथियो, पिछले 7 दिनों के दौरान मंडियों में 59 लाख बोरी सरसों की आवक हुई जो कि पिछले साल की तुलना में 6 लाख बोरी ज्यादा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले 1 महीने में यानी कि 05 मार्च 2025 से लेकर अब तक 266 लाख बोरी की आवक हो चुकी है। अगर इस आवक की हम पिछले साल से तुलना करें तो पिछले साल मार्च 5 से लेकर 4 अप्रैल तक 278 लाख बोरी की आवक हुई थी। अब दोनों साल की आवक का अंतर मात्र 12 लाख बोरी का रह गया है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि सरसों की आवक धीरे-धीरे जोर पकड़ रही है और अगर यही आवक बनी रहती है तो सरसों के भाव पर प्रेशर आ सकता है।
प्लांटों पर क्या रहा रूझान
ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों के भाव में 100 रुपये की कटौती की। सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव घटकर 6800 के रह गए। अन्य प्लांटों की बात करें तो शारदा प्लांट पर सरसों का रेट 100 रुपये टूटकर 6600 का रह गया। इसी तरह से बीपी प्लांट पर 6600 और गोयल कोटा प्लांट पर 6200 का भाव रिपोर्ट किया गया है।
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हाजिर मंडियों में क्या लगे टॉप रेट
हाजिर मंडियों के ताजा भाव को देखें तो श्रीविजयनगर मंडी में सरसों का रेट ₹ 5047 से ₹ 5522, दूनी (टोंक) मंडी में सरसों ₹ 5500 से ₹ 5875, भट्टू मंडी में सरसों ₹ 5705, संगरिया मंडी में सरसों ₹ 5200 से ₹ 5818, आदमपुर मंडी में सरसों ₹ 5641 से ₹ 5800, श्रीमाधोपुर मंडी में रायडा सरसों ₹ 5650 से ₹ 5900 और पीली सरसों ₹ 6800 से ₹ 7250, नोहर मंडी में सरसों ₹ 5400 से ₹ 5700 (लैब 41.68) और अधिकतम ₹ 5887, नागौर मंडी में सरसों ₹ 5000 से ₹ 5500, बीकानेर मंडी में सरसों ₹ 5100 से ₹ 5861 और पीली सरसों ₹ 7500 से ₹ 8300, रायसिंहनगर मंडी में नई सरसों ₹ 1480 से ₹ 1561, ₹ 5492, ₹ 5591, गजसिंहपुर मंडी में सरसों ₹ 5177 से ₹ 5603, सिरसा मंडी में सरसों ₹ 5300 से ₹ 5750 और ऐलनाबाद मंडी में सरसों का रेट ₹ 5400 से ₹ 5870 रुपये प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।
विदेशी बाजारों की अपडेट
दोस्तों अगर विदेशी बाजारों की बात करें तो यहां पर भारी गिरावट का माहौल देखने को मिला। मलेशिया में पाम तेल का जून वायदा 160 रिंगिट यानी कि 3.56% कमजोर होकर 4329 रिंगिट प्रति टन पर आ गया। काफी लंबे समय के बाद पाम तेल में इतनी भारी गिरावट देखने को मिली है। यह गिरावट पिछले सत्र की मंदी के बाद लगातार दूसरे दिन दर्ज हुई। इस दबाव के पीछे मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा लगाए गए "रिसिप्रोकल टैरिफ" (प्रतिशोधात्मक शुल्क) हैं, जिससे वैश्विक आर्थिक हालात कमजोर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। इन परिस्थितियों के चलते पाम ऑयल की वैश्विक मांग में भी सुस्ती देखी जा रही है। बात अगर अमेरिका की करें तो यहां पर भी गिरावट का माहौल देखने को मिला। शिकागो में सोया तेल का मई वायदा लगभग 1.22 सेंट यानी कि 2.59% तक गिरकर 45.84 सेंट का रह गया। चीन के बाजार अवकाश के कारण बंद रहे।
सरसों में आगे क्या
किसान साथियों और व्यापारी भाइयों, मंडी मार्केट मीडिया पर हमने पहले भी बताया था कि सरसों के भाव में लगातार तेजी बने रहने के लिए यह जरूरी है कि जयपुर में सरसों का भाव 6400 और भरतपुर में 6050 के स्तर को होल्ड करें। लेकिन ऐसा देखने को मिला नहीं, कल भाव में गिरावट हो गई और भाव अपने रेजिस्टेंस के ऊपर होल्ड करने में असफल रहे। दूसरी बड़ी बात हमने यह कही थी कि अगर सरसों की आवक 10 लाख के ऊपर बनी रहती है तो सरसों के भाव में गिरावट आएगी। पिछले तीन दिन से सरसों की आवक लगातार 11 लाख बोरी के ऊपर की हो रही है, जो कि भाव पर अतिरिक्त प्रेशर बना रही है। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए सरसों के भाव में 100 रुपये तक का करेक्शन और हो सकता है। सरसों की आवक अगले हफ्ते से घटनी शुरू होती है तो भाव में स्थिरता बन सकती है। MSP के नीचे भाव जाने पर फ्रेश खरीद फिर से की जा सकती है। व्यापार अपने विवेक से करें।
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।