विदेशी बाजारों से आयी खबर | क्या और गिरेंगे सरसों के भाव ?
1. ताजा मार्केट अपडेट
2. प्लांटों ने घटाए भाव
3. हाजिर मंडियों के ताजा भाव
4. रोके या बेचे
क्या और गिरेंगे सरसों के भाव : किसान साथियो पिछले हफ्ते सरसों में आए सुधार के बाद उम्मीद बनी थी कि सरसों के भाव फिर से 6000 को तरफ बढ़ेंगे। लेकिन चालू हफ्ते में विदेशी बाजार में चल रही मंदी ने फिर से सरसों और सोयाबीन के भाव का बंटाधार कर दिया है। कल शाम को अमेरिका के कृषि विभाग (USDA) की एक रिपोर्ट आई है जिसमें बताया गया है कि अमेरिका में सोयाबीन का अच्छा खासा उत्पादन होने वाला है। रिपोर्ट के आते ही अमेरिका में सोयाबीन के भाव 4% तक गिर गए है । परिस्थितियों को देखते हुए आगे भी ऐसा नहीं लग रहा कि जल्दी ही सरसों में कोई बड़ा सुधार होने वाला है। पिछले कई महिनों से हम मंडी भाव टुडे पर कह रहे हैं कि सरसों में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है इसलिए हर उछाल पर किसान साथी अपनी सरसों निकालते रहे। हमें पूरी उम्मीद है कि आपने अपना कुछ माल तो निकाल ही दिया होगा। विश्व बाजार में खाद्य तेलों में चल रही मंदी सरसों के भाव को कहां तक लेकर जा सकती है और सरसों में अगर तेजी बनेगी भी तो उसके क्या क्या कारण हो सकते हैं आज की रिपोर्ट में हम इन्हीं तथ्यों का विश्लेषण करेंगे। WhatsApp पर भाव देखने के लिए हमारा ग्रुप जॉइन करें
साथियो जैसा कि हम अपनी पिछली तीन चार रिपोर्टों से जिक्र कर रहे हैं कि सरसों के भाव अब विदेशी बाजारों की तेजी मंदी पर निर्भर करेंगे क्योंकि भारत में सरसों की कटाई कढ़ाई का काम खत्म हो गया है और मंडियों में सरसों की आवक स्थिर है। ऐसे में अब भाव में तेजी मंदी विदेशी बाजारों की तेजी मंदी के हिसाब से ही बनने वाली हैं। विदेशी बाजारों का समीकरण भी अब बदलने लगा है। पिछले कई दिनों से मलेशिया और इंडोनेशिया में पाम तेल के भाव के हिसाब से भारत में सरसों के भाव उपर नीचे हो रहे थे लेकिन अब भारत पाम तेल का आयात घटा कर सोया और सूरजमुखी तेल के आयात को बढ़ा रहा है जिसके कारण अब सरसों के भाव अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के बाजार को फोलो करने लगे हैं।
ताजा मार्केट अपडेट
शुक्रवार के दिन विदेशी बाजारों में मिला जुला रुख देखने को मिला है। यही कारण रहा कि सरसों के भाव पर कोई बड़ा दबाव नहीं दिखा। हालाँकि शाम को अमेरिका के गिरते बाजार को देखते हुए सरसों के भाव 50 रुपये तक गिरे भी हैं। जयपुर में 42% कंडीशन सरसों के भाव ₹50 गिरकर ₹5250 प्रति क्विंटल रह गए। जबकि भरतपुर के बाजार में सरसों के भाव गिर कर ₹4886 प्रति क्विंटल तक दर्ज किए गए सलोनी प्लांट पर भी सरसों के भाव में ₹50 प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुई। दिल्ली की लारेंस रोड पर सरसों के भाव ₹100 तक टूट गए अंतिम भाव ₹4950 प्रति कुंटल तक रिपोर्ट किए गए हैं। इस दौरान सरसों की आवक 50 हजार बोरी बढ़कर 9 लाख बोरी पर पहुंच गई।
प्लांटों ने घटाए भाव
विदेशी बाजारों की रुझानों को देखते हुए ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों के भाव में ₹50 तक की कटौती कर दी सलोनी प्लांट में सरसों के भाव ₹50 घटा कर 5675 के स्तर पर पहुंचा दिए । आगरा में बीपी प्लांट और शारदा प्लांट पर सरसों के भाव क्रमशः 5400 और 5350 रुपए प्रति क्विंटल तक रह गए हैं। इसके अलावा गोयल कोटा पर अंतिम भाव 5150 के रहे।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों के ताजा भाव की बात करें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का रेट 4450 श्री गंगानगर मंडी में सरसों का रेट 4651 ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 4751 सिवानी मंडी में सरसों का भाव 4980 खाजूवाला मंडी में सरसों का भाव 4450 रायसिंहनगर मंडी में सरसों का रेट 4766 गजसिंहपुर मंडी में सरसों का रेट 2691 जैतसर मंडी में सरसों का भाव 4564 पोरसा मंडी में सरसों का रेट 4675 हापुड़ मंडी में सरसों का भाव 5450 खैरथल मंडी में सरसों का भाव 4900 बारा मंडी में सरसों का भाव 5100 मुरैना मंडी में सरसों का भाव 4700 नदबई मंडी में सरसों का भाव 4886 सुमेरपुर मंडी में सरसों का भाव 4700 रुपए प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।
सरकारी खरीद के चालू होते ही मंडी की तरफ दौड़े किसान
सरसों के पिटते भाव को देखते हुए सरकारी खरीद शुरू होने की खबर मिलते ही किसान मंडी की तरफ उमड़ पड़े। प्राप्त जानकारी के अनुसार रेवाड़ी जिले में हेफैड की 1 ही दिन में रिकार्ड 5 लाख कट्टा सरसों की खरीद हुई है । यह खरीद आज तक की रिकॉर्ड खरीद हुई है।
रोके या बेचे
किसान साथियो मंडी भाव टुडे पर हमने पहले भी बताया था कि सरसों में पिछले दिनों जो तेजी आई है उसका कोई फंडामेंटल सपोर्ट नहीं है। इसलिए हमने इस उछाल पर अपने माल को निकालने की सलाह दी थी । आगे के माहौल को देखें तो ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि सरसों में कोई बहुत बड़ी तेजी आ सकती है हालांकि अमेरिका में सोयाबीन की ज्यादा उत्पादन को देखते हुए इसमें और मंदी भी बन सकती है । साथियों हम आपको यह बताना चाहते हैं कि तेजी या मंदी देसी और विदेशी बाजारों में हो रही घटनाओं से प्रभावित होती रहती है ऐसे में कोई भी खबर भाव को तेजी या मंदी की तरफ मोड़ सकती है। इसलिए दिन प्रतिदिन सरसों के भाव को मॉनिटर करते रहें। आज के माहौल को देखते हुए यह लगता है कि तेजी में माल पकड़ने से अच्छा है कि हर उछाल पर माल निकालते रहें। खरीदारी करने का मौका आगे फिर मिलेगा। व्यापार अपने विवेक से ही करें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।