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गेहूं जाएगा 3000 के पार जाने वज़ह - गेहूं की सटीक तेजी मंदी रिपोर्ट

wheat export

गेहूं में लगातार तेजी जानिए क्या है वज़ह

किसान साथियो चाहे गेहूं हो, धान हो या सरसों फसलों के भाव को देखें तो इन दिनों किसानों की चांदी चल रही है। गेहूं के भाव में पिछले कुछ दिनों से लगातार तेजी चल रही है। मोटे तौर पर देखा जाए तो इसकी दो मुख्य वज़ह बनती दिखाई दे रही हैं। इस रिपोर्ट में हम आने वाले समय मे गेहूं के भाव को लेकर बन रही संभावना पर गौर करेंगे WhatsApp पे भाव पाने के लिए ग्रुप join करे

विदेशों से क्या है अपडेट
किसान साथियो पिछले सप्ताह रूस ने यूक्रेन के साथ हुए करार से अलग होने का संकेत दिया था। जिससे वैश्विक गेहूं बाजार में उथल-पुथल सी मच गई थी। अनाजों और खाद्य तेलों के भाव एकाएक बढ़ने शुरू हो गए थे। लेकिन अब रूस के राष्ट्रपति ने करार से अलग होने या नहीं होने के निर्णय का अधिकार अपने पास सुरक्षित रख लिया है। इसका मतलब यह है कि रूस फ़िलहाल आयात निर्यात करार में शामिल है और राष्ट्रपति की घोषणा के बाद ही इससे अलग होने की संभावना बन सकती है । जहां तक विदेशी बाजारों के रुझानों की बात है इसके खबर के बाद से ही चालू सप्ताह के दौरान गेहूं के निर्यात ऑफर मूल्य में स्थिरता का माहौल बनने लगा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जुलाई में संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्तथा एवं तुर्की के राष्ट्रपति की उपस्थिति में रूस तथा यूक्रेन के प्रतिनिधियों के बीच एक करार पर हस्ताक्षर हुआ था जिसके तहत रूस ने काला सागर क्षेत्र में अवस्थित यूक्रेन के तीन बंदरगाहों से कृषि उत्पादों के निर्यात शिपमेंट के लिए जहाजों को सुरक्षित कॉरीडोर (Safe Passage) देने पर सहमति जतायी थी। इसके बाद से ही यूक्रेन से गेहूं, मक्का, जौ एवं सूरजमुखी सहित अन्य कृषि उत्पादों का निर्यात आरंभ हो गया था।
बाजार के जानकारों के अनुसार काला सागर क्षेत्र के बंदरगाहों से 12.5 प्रतिशत प्रोटीन से युक्त रूसी गेहूं का निर्यात ऑफर मूल्य पिछले सप्ताह 312 डॉलर प्रति टन पर स्थिर रहा। ️जबकि रूस से अनाज का निर्यात बढ़कर 10 लाख टन पर पहुंच गया जो कि उससे पहले सप्ताह में 9.10 लाख टन का था। जानकारों की माने तो ग्रेन रेलकार की कमी अनाज निर्यात के लिए एक गंभीर समस्या बनी हुई है जबकि ट्रकों की मांग में बड़ा इजाफा देखने को मिल रहा है। बुनियादी ढांचा की समस्या भी बनी हुई है जिससे निकट भविष्य में रूस से खाद्यान्न के निर्यात शिपमेंट की गति धीमी रहने की संभावना है। जहा तक बुवाई की बात है ️रूस में अब तक 173 लाख हेक्टेयर में शीतकालीन गेहूं की बिजाई हो चुकी है। मोबाइल APP पर भाव देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

घरेलू बाजार अपडेट
घरेलू बाजारों के फंडामेंटल भी गेहूं की मजबूती को सहारा दे रहे हैं।  केंद्रीय पूल में गेहूं का स्टॉक कम होने के कारण खुले बाजार बिक्री योजना, OMSS के तहत गेहूं की बिक्री पर फैसला नहीं हो सका, जिससे गेहूं की कीमतों में और तेजी बन गई है। दिल्ली लॉरेंस रोड़ पर कल गेहूं के भाव बढ़कर 2815 से 2835 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। ️ सरसों में तेजी | देखें आज के सरसों के लाइव रेट Sarso Live Rate Today 08 Nov 2022

क्या है तेजी की बड़ी वज़ह
सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार ओएमएसएस (open market sale scheme) के तहत  25 से 30 लाख टन गेहूं नवंबर एवं दिसंबर के लिए मिलों को रिजर्व भाव पर देना चाहती थी। लेकिन केंद्रीय पूल में बकाया स्टॉक कम होने के कारण इस संबंध में हुई अधिकारियों की बैठक में कोई निर्णय नहीं लिया गया। जिसके कारण गेहूं में तेजी बनी रही।

सरकार के पास स्टॉक की कमी
भारतीय खाद्य निगम  FCI एफसीआई के आंकड़ों के अनुसार निगम के पास पहली अक्टूबर को 227.46 लाख टन गेहूं का बकाया स्टॉक बचा है। जोकि पिछले साल की समान अवधि के 468.52 लाख टन की तुलना में काफी कम है। तय मानकों के अनुसार पहली अक्टूबर को केंद्रीय पूल में गेहूं का बकाया स्टॉक 175.20 लाख टन के साथ ही 30 लाख टन रिजर्व को मिलाकर 205.20 लाख टन का स्टॉक होना चाहिए।  केंद्रीय पूल में बकाया स्टॉक एफसीआई के आंकड़ों की तुलना में 10 से 11 प्रतिशत कम है। बासमती धान के ताजा भाव | Basmati Paddy Rate Today 08 November 22

आगे की दिशा दशा
जानकारों के अनुसार गेहूं की कीमतों में चल रही तेजी को रोकने के लिए रूस से गेहूं का आयात करने पर भी विचार हो रहा है। इसके साथ ही गेहूं पर स्टॉक लिमिट लगाने पर भी चर्चा हुई। चालू रबी सीजन में गेहूं की बुआई चल रही है, ऐसे में अगर स्टॉक लिमिट लगाई गई तो इसका असर गेहूं की बुआई पर भी पड़ने का डर है। ️गेहूं के भाव में बन रही तेजी को देखते हुए को देखते हुए चालू रबी में गेहूं की बुआई पिछले सीज़न के मुकाबले बढ़ने की संभावना है। विदेशी बाजार में गेहूं के भाव वैसे ही तेज हैं, ऐसे में आयातित गेहूं भी महंगा है। जानकारों की माने तो रूस से आयातित गेहूं का भारतीय बंदरगाह पर पहुंच भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल से कम नहीं हो सकता। इस समय घरेलू मंडियों में गेहूं के दाम इसकी तुलना में कम है। इसलिए घरेलू बाजार में गेहूं के दाम अभी तेज ही बने रहने की उम्मीद है।

आपकी जानकारी के लिए गेहूं के भाव की विस्तृत जानकारी नीचे दी गई है :-

धनबाद  गेहूं का रेट 2800
रोहतक गेहूं का रेट 2650
कोहलापुर गेहूं का रेट 2950
रायबरेली  गेहूं का रेट 2675 +25
कोटकपूरा  गेहूं का रेट 2600
सतारा  गेहूं का रेट 2970
जमशेदपुर गेहूं का रेट 2870
हाजीपुर गेहूं का रेट 2775 +75
इंदौर भाव ₹ 2100/2400
आवक 1000/1200 क्विंटल

दाहोद
मिल भाव ₹ 2620
मार्केट भाव ₹ 2620

राजकोट
गेहूं भाव ₹ 2000/2550  
आवक 1500 क्विंटल

भुवनेश्वर
गेहूँ भाव ₹ 2900

कोलकाता
गेहूँ भाव ₹ 2950

जयपुर
मिल डिलीवरी गेहूँ भाव ₹ 2650 तेजी 20

मुंबई
गेहूँ भाव ₹ 2775

उदयपुर
शॉर्टेक्स एम पी शरबती भाव ₹ 4500
गेहूँ एम पी भाव ₹ 3000
गेहूँ शॉर्टेक्स सुजाता भाव ₹ 3100
गेहूँ मिल क्वालिटी 2600 मंदी 10

मथुरा भाव ₹ 2700 आवक 200
गुना भाव ₹ 2400
आवक 3000/5000 कट्टे