दिल्ली में समय से पहले होगा गर्मी का कहर | जाने मौसम विभाग ने क्या दी अपडेट
दोस्तों दिल्ली में इस साल गर्मी ने असामान्य रूप से जल्दी दस्तक दे दी है। तेज धूप और बढ़ते तापमान ने राजधानीवासियों को अभी से बेहाल कर दिया है। सफदरजंग वेधशाला के अनुसार, बुधवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 7.4 डिग्री अधिक दर्ज किया गया। 38.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचे तापमान ने इस सीजन का अब तक का सबसे गर्म दिन बना दिया। सुबह से ही सूरज की चमक तेज बनी रही, और जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, धूप की तीव्रता भी बढ़ती चली गई। दोपहिया वाहनों पर यात्रा करने वालों को गर्म हवाओं के थपेड़ों ने खासा परेशान किया। शहर के कई इलाकों में धूप इतनी प्रखर रही कि लोग छांव और ठंडी जगहों की तलाश में नजर आए। खासकर रिज और पीतमपुरा क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया, जो इस मौसम में पहली बार देखने को मिला। राजधानी के अन्य हिस्सों में भी पारा तेजी से चढ़ा, जिससे दिल्लीवासियों को असहनीय गर्मी का अनुभव हुआ।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में मामूली राहत मिलने की संभावना है। गुरुवार से हवा की गति में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे तापमान में करीब तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, हवाओं की रफ्तार 10 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है, जिससे गर्मी की तीव्रता कुछ हद तक कम हो सकती है। हालांकि, यह राहत अस्थायी होगी क्योंकि आने वाले हफ्तों में फिर से तापमान में बढ़ोतरी की आशंका जताई जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि इस साल उत्तर-पश्चिम भारत में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। आईएमडी ने यह भी संकेत दिया है कि देश के ज्यादातर हिस्सों में औसत से अधिक न्यूनतम तापमान रहने की उम्मीद है। लू चलने के दिनों की संख्या भी इस बार दोगुनी हो सकती है, जिससे लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत पड़ेगी।
हीट आइलैंड इफेक्ट का असर
विशेषज्ञों का कहना है कि शहरी क्षेत्रों में गर्मी का बढ़ना ‘हीट आइलैंड इफेक्ट’ का नतीजा है। शहरों में कंक्रीट की इमारतें और पक्की सड़कें दिनभर सूर्य की गर्मी को अवशोषित कर लेती हैं और रात में उसे धीरे-धीरे छोड़ती हैं, जिससे वातावरण और अधिक गर्म हो जाता है। ऊंची इमारतों के कारण हवा के प्रवाह में रुकावट आती है, जिससे ठंडक कम महसूस होती है। यह प्रभाव ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरों में अधिक देखा जाता है, क्योंकि वहां प्राकृतिक हरियाली की कमी होती है। बढ़ता तापमान और उमस मानव शरीर की प्राकृतिक ठंडक बनाए रखने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, जिससे लू लगने और हीट स्ट्रोक जैसी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को घर से बाहर निकलने के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने सुझाव दिया है कि तेज धूप में बाहर जाने से बचें, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, खूब पानी पिएं और सीधे सूर्य की रोशनी के संपर्क में आने से बचें।
आने वाले दिनों में कैसी रहेगी गर्मी?
मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल और मई के महीनों में तापमान और अधिक बढ़ सकता है। विशेष रूप से दोपहर के समय धूप की तीव्रता अधिक होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन और तेजी से बढ़ते शहरीकरण के कारण दिल्ली और अन्य मैदानी इलाकों में गर्मी का प्रभाव हर साल अधिक बढ़ रहा है। दिल्लीवासियों को इस मौसम में सतर्क रहने और खुद को लू से बचाने के उपाय अपनाने की जरूरत है। पानी का अधिक सेवन, ताजे फलों और हरी सब्जियों को आहार में शामिल करना, धूप में सीधे संपर्क से बचना और छायादार स्थानों पर रहने जैसी सावधानियां अपनाकर गर्मी के असर को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। हालांकि, फिलहाल दिल्ली के लोगों को तपिश से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। आने वाले हफ्तों में गर्मी और बढ़ सकती है, जिससे सावधानी बरतना बेहद जरूरी हो गया है। मौसम के इस बदले हुए मिजाज को देखते हुए, अब सभी को सतर्क रहकर खुद को सुरक्षित रखने के उपाय अपनाने की आवश्यकता है।
सोर्स मौसम विभाग
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About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।