मिल गया है प्याज का कंद बढ़ाने का सीक्रेट फार्मूला, रिकॉर्ड तोड़े उत्पादन लेना है तो अभी जानें।
किसान भाइयों, प्याज की खेती किसानों के लिए बहुत ही मुनाफा देने वाली फसल है। प्याज की खेती न केवल एक आवश्यक खाद्य सामग्री है, बल्कि बाजार में इसकी मांग भी बहुत अधिक होती है। प्याज की फसल की सफलतापूर्वक खेती और अच्छे उत्पादन के लिए कुछ खास तकनीकों की आवश्यकता होती है। किसान भाइयों, अगर आप प्याज की फसल उगाते हैं और इसके आकार में सुधार लाना चाहते हैं, तो आपको सही समय पर सही खाद और जल प्रबंधन की जरूरत होगी। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपनी प्याज की फसल को मोटा बना सकते हैं और उसे अच्छे तरीके से तैयार कर सकते हैं। प्याज की फसल जब लगभग 80 से 90 दिन की हो जाती है, तो इसका विकास बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। इस समय के बाद फसल की उल्टी गिनती शुरू हो जाती है, क्योंकि प्याज का हार्वेस्टिंग समय तेजी से करीब आता है। इस दौरान कुछ तकनीकी बदलाव और ध्यान देने वाली बातों का पालन करने से आप प्याज का आकार बढ़ा सकते हैं और अधिक मोटे प्याज प्राप्त कर सकते हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि इस प्रक्रिया में आपको किस प्रकार से काम करना है और किन बातों का ध्यान रखना है ताकि प्याज की फसल बड़े आकार में तैयार हो। किसान भाइयों, अगर आप चाहते हैं कि आपकी प्याज की फसल मोटी और गुणवत्तापूर्ण हो, तो आपको सही समय पर सही तकनीकों का पालन करना होगा। प्याज के तने और कंद की सही देखभाल, पोषक तत्वों का सही इस्तेमाल और नमी का प्रबंधन इन सभी पहलुओं पर ध्यान देकर आप अपनी प्याज की फसल का आकार और गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं उनसे भी महत्वपूर्ण क्रियाओं के बारे में जो आपकी प्याज की फसल के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन सब क्रियाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानने के लिए शुरू करते हैं आज की यह रिपोर्ट।
प्याज की फसल का विकास
किसान साथियों, जब प्याज की फसल लगभग 75-80 दिन की हो जाती है, तो यह एक महत्वपूर्ण समय होता है। इस समय में आपको प्याज के तने और कंद की स्थिति पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर प्याज के कंद का आकार बढ़ रहा है, तो इसका मतलब है कि प्याज सही तरीके से विकसित हो रहा है। लेकिन अगर कंद का आकार बढ़ने में देरी हो रही है, तो इसका मतलब है कि कुछ समस्या हो सकती है। इसके कारणों को समझना और सुधार करना जरूरी है। इस समय पर किसान भाई अक्सर यह गलती करते हैं कि सर्दियों में प्याज को ज्यादा पानी देते हैं, जिससे प्याज का तना लंबा तो हो जाता है लेकिन कंद का आकार छोटा रह जाता है। अगर प्याज का तना बहुत लंबा हो जाता है, तो यह फसल की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, प्याज के तने की लंबाई के बजाय उसकी मोटाई पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
प्याज को मोटा कैसे करें
किसान साथियों, अगर आप भी अपने प्याज की फसल में कंद के साइज को बढ़ाना चाहते हैं तो प्याज को मोटा करने के लिए सबसे जरूरी तत्व फास्फोरस है। इसके अलावा, नाइट्रेट और अन्य पोषक तत्व भी आवश्यक होते हैं। जब प्याज की फसल 90 दिन की हो जाती है, तो इसे कुछ खास पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जो उसकी ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं। फास्फोरस और नाइट्रेट के मिश्रण से प्याज का तना और कंद दोनों मजबूत और मोटे होते हैं। अगर आप चाहते हैं कि प्याज की फसल का आकार बढ़े, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपने सही समय पर सही पोषक तत्वों का उपयोग किया है।
प्याज की फसल में पोषक तत्वों का सही उपयोग:
जब प्याज का कलर हल्का हरा या पीला हो जाता है, तो इसका मतलब है कि फसल का विकास अच्छी तरह से हो रहा है। इस समय आपको NPK (NITROGEN-PHOSPHORUS-POTASSIUM) का मिश्रण देना चाहिए, जो प्याज की जड़ और कंद को मजबूती प्रदान करता है। आमतौर पर इस समय 500 ग्राम NPK का उपयोग एक एकड़ में किया जाता है। जब प्याज का रंग हल्का पीला हो, तो आप NPK 05234 का मिश्रण डाल सकते हैं। इसके बाद, यदि आपको और पोषण की आवश्यकता हो तो आप पैक व्यूटर का उपयोग कर सकते हैं। यह एक अच्छा जैविक उत्पाद है, जो प्याज की ग्रोथ को तेज करता है और उसकी मोटाई बढ़ाता है।
कैल्शियम और बोरॉन
किसान साथियों, अगर आप प्याज के आकार को और भी बेहतर बनाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कैल्शियम नाइट्रेट और बोरॉन का सही मिश्रण देना चाहिए। क्योंकि कैल्शियम नाइट्रेट प्याज के कंद को मजबूत बनाता है और उसकी गुणवत्ता को बढ़ाता है। यदि आप कैल्शियम नाइट्रेट का उपयोग करना चाहते हैं, तो 10 किलो प्रति एकड़ की दर से इसे मिट्टी में डाल सकते हैं। इसके अलावा, बोरॉन भी एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो प्याज की फसल के आकार को बढ़ाता है। बोरॉन को अगर आप स्प्रे के रूप में इस्तेमाल करते हैं तो यह प्याज के तने और कंद के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। आपको बोरॉन का सही अनुपात 1 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करना चाहिए।
प्याज की फसल में नमी
किसान भाइयों, प्याज की फसल को अच्छे से विकसित करने के लिए नमी का भी सही प्रबंधन करना जरूरी है। अगर आपके खेत में नमी कम होगी तो प्याज का आकार छोटा हो सकता है और फसल की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि खेत में नमी की उचित मात्रा बनाए रखी जाए। सर्दियों में तो फसल में सिंचाई की अधिक आवश्यकता नहीं होती, यह समस्या खासकर गर्मियों में यह समस्या ज्यादा होती है, इसलिए नियमित रूप से पानी देना और नमी बनाए रखना प्याज की फसल के लिए बहुत ही जरूरी है।
समय पर फसल की देखभाल
किसान साथियों, आपको यह समझना बहुत ही आवश्यक है कि 90 से 100 दिन के बीच प्याज की फसल का अंतिम विकास होता है। इस समय के दौरान आपको न केवल पोषक तत्वों का सही इस्तेमाल करना है, बल्कि यह भी देखना है कि प्याज की ताजगी और गुणवत्ता बनी रहे। इस समय पर सही मात्रा में स्प्रे करने से प्याज की फसल को ज्यादा फायदा होता है, और उसकी आकार में भी सुधार होता है।
नोट: रिपोर्ट में दी गई सभी जानकारी किसानों के निजी अनुभव और इंटरनेट पर मौजूद सार्वजनिक स्रोतों से इकट्ठा की गई है। संबंधित किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह अवश्य लें।
👉 चावल के लाइव भाव देखने के लिए लिंक पर क्लिक करे
👉 यहाँ देखें फसलों की तेजी मंदी रिपोर्ट
👉 यहाँ देखें आज के ताजा मंडी भाव
👉 बासमती के बाजार में क्या है हलचल यहाँ देखें
About the Author
मैं लवकेश कौशिक, भारतीय नौसेना से रिटायर्ड एक नौसैनिक, Mandi Market प्लेटफार्म का संस्थापक हूँ। मैं मूल रूप से हरियाणा के झज्जर जिले का निवासी हूँ। मंडी मार्केट( Mandibhavtoday.net) को मूल रूप से पाठकों को ज्वलंत मुद्दों को ठीक से समझाने और मार्केट और इसके ट्रेंड की जानकारी देने के लिए बनाया गया है। पोर्टल पर दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों से प्राप्त की गई है।